जयपुर. राजस्थान कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और उप मुख्यमंत्री रहे सचिन पायलट मंगलवार को 1 दिन का अनशन करने जा रहे हैं. यह अनशन पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के समय हुए भ्रष्टाचार के मामलों की जांच सरकार के सवा 4 साल पूरे होने के बावजूद अब तक नहीं होने के खिलाफ होगा. इस मामले में अब कांग्रेस आलाकमान सख्त हो गया है. राजस्थान के प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने सचिन पायलट के एक दिवसीय अनशन को पार्टी हितों के खिलाफ और पार्टी विरोधी गतिविधि माना है.
रंधावा ने औपचारिक रूप से बयान जारी कर लिखा है कि सचिन पायलट का मंगलवार को एकदिवसीय अनशन पार्टी के हितों के खिलाफ और पार्टी विरोधी गतिविधि माना जाएगा. रंधावा ने कहा कि अगर खुद की सरकार के खिलाफ उन्हें कोई इश्यू है, तो तो मीडिया और जनता के बीच बात रखने बजाय पार्टी मंचों पर चर्चा की जा सकती है.
उन्होंने कहा कि मैं पिछले 5 महीनों से एआईसीसी प्रभारी हूं और पायलट जी ने मुझसे इस मुद्दे पर कभी चर्चा नहीं की. मैं उनके साथ संपर्क में हूं और मैं अभी भी शांत बातचीत की अपील करता हूं. क्योंकि वह कांग्रेस पार्टी के लिए एसेट हैं. ऐसे में साफ है कि अगर सचिन पायलट कल अनशन करते हैं, जिसकी तैयारी पूरी हो चुकी है, तो कांग्रेस आलाकमान भी सचिन पायलट के खिलाफ एक्शन ले सकता है. इससे पहले पवन खेड़ा ने कहा कि जिन्होंने राजस्थान में सरकार गिराने की कोशिश की, उनकी जांच होनी चाहिए.