सवाई माधोपुर. रणथंभौर नेशनल पार्क से सोमवार रात्रि एक बाघिन निकलकर सड़क की ओर आ गई. अमरेश्वर वन क्षेत्र के पास का यह मामला बताया जा रहा है, जहां देर शाम को टाइगर की भनक लगने के पश्चात अन्य कई लोग भी मौके पर पहुंच गए. वहीं, बाघिन पर वाहनों की हेड लाइट मार कर कई लोगों ने वीडियो भी बनाया. इस दौरान नगर परिषद के पार्षद फुरकान अली भी मौके पर पहुंचे, जहां अन्य लोगों की तरह ही उन्होंने भी अपने मोबाइल से वीडियो बनाया और सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया. लेकिन यह मामला वन विभाग को नागवार गुजरा और वन विभाग की ओर से सोशल मीडिया पर टाइगर एक्टिविटीज को हाइलाइट करने वाले नगर परिषद कांग्रेसी पार्षद फुरकान अली को वन विभाग की ओर से कारण बताओ नोटिस थमा दिया गया और तीन दिन में जवाब मांगा है. वन्य जीव सुरक्षा अधिनियम के तहत (Action Under Wildlife Protection Act) अपराध की श्रेणी में मानते हुए वन विभाग ने पार्षद को नोटिस जारी किया है.
इस मामले में नगर परिषद पार्षद फुरकान अली का कहना है कि उनके खिलाफ विगत कुछ समय से राजनीतिक द्वेषता से ओतप्रोत दबाव बनाकर कार्रवाई की जा रही है. फुरकान अली का कहना है कि जिस वक्त उन्होंने वीडियो बनाया, उस वक्त मौके पर अन्य भी कई लोग थे. उन्होंने भी वीडियो बनाया था. इसके अलावा वे रणथंभौर की ओर जाने वाली मुख्य सड़क पर थे. वन क्षेत्र में भी इस दौरान (Congress Councilor from Sawai Madhopur Furkan Ali) उन्होंने कदम नहीं रखा. इसलिए उन्होंने वन विभाग की कार्रवाई को राजनीतिक द्वेषता करार दिया है.
गौरतलब है कि कांग्रेस पार्षद फुरकान अली की पिछले कुछ समय से लगातार सवाई माधोपुर के ही एक बड़े कांग्रेस नेता से अनबन चली आ रही है. ऐसे में राजनीतिक द्वेषतापूर्ण कार्रवाई इसका प्रत्यक्ष प्रमाण भी है. इससे पूर्व भी सड़क पर कई मर्तबा टाइगर आया है और लोगों ने इसके वीडियो बनाकर (Video Viral of Ranthambore Tigress) वायरल भी किए हैं, लेकिन यह मामला पूरी तरह से राजनीति से ओतप्रोत बताया जा रहा है. देखना होगा कि मामले में अब क्या कार्रवाई की जाती है.