जयपुर. राजस्थान में सचिन पायलट और अशोक गहलोत के बीच चल रही राजनीतिक उठापटक और पायलट के कांग्रेस आलाकमान की न के बावजूद पूर्ववर्ती वसुंधरा सरकार के भ्रष्टाचार के मामलों की जांच के मामले में अनशन करने से पार्टी के शीर्ष नेताओं की भी जमकर कसरत हुई. हालांकि अब इस मामले में मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और केसी वेणुगोपाल और सुखविंदर सिंह रंधावा पायलट से मिलकर बात करेंगे.
इस मामले में पहले संगठन महामंत्री केसी वेणुगोपाल और राजस्थान के प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा की राहुल गांधी के साथ चर्चा हुई. उसके बाद वेणुगोपाल और सुखविंदर सिंह रंधावा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ दो बार लंबी बैठक करते नजर आए. गुरुवार शाम तक जहां माना जा रहा था कि सचिन पायलट को कांग्रेस पार्टी नोटिस देने की तैयारी कर रही है, लेकिन एक बार फिर पायलट के बड़े कद को देखते हुए कांग्रेस पार्टी ने बातचीत का रास्ता तैयार किया है.
सचिन पायलट से अब राजस्थान के मामले में चर्चा करने के लिए मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और केसी वेणुगोपाल और सुखविंदर सिंह रंधावा को बागडोर सौंपी गई है. कमलनाथ और केसी वेणुगोपाल अब पायलट से बात कर उनकी शिकायत सुनेंगे. इसके बाद यह दोनों नेता राहुल गांधी और खड़गे के सामने पायलट की बात रखेंगे जिसके बाद ही पार्टी आगे निर्णय लेगी.
रंधावा कल जयपुर में कर सकते हैं मंत्रियों-विधायकों से चर्चा
सचिन पायलट के मामले में कमलनाथ और केसी वेणुगोपाल को अब जिम्मेदारी सौंप दी गई है. यह भी कहा जा रहा है कि रंधावा शुक्रवार को जयपुर पहुंचेंगे और मंत्रियों-विधायकों और नेताओं के साथ 2 दिन तक बैठक करेंगे और कांग्रेस नेताओं का फीडबैक भी आलाकमान को सौंपेंगे.
सचिन पायलट मामले में राजस्थान प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा कल मलिकार्जुन खड़गे से चर्चा के बाद आज दूसरे दिन संगठन महामंत्री केसी वेणुगोपाल के साथ राहुल गांधी के निवास पर गए थे. दोनों नेताओं की राहुल गांधी के साथ करीब आधे घंटे चर्चा हुई और इसके बाद वे कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मलिकार्जुन खड़गे के आवास पर पहुंचे. सचिन पायलट मामले में राहुल गांधी की मंशा क्या है, दोनों नेता मल्लिकार्जुन खड़गे को भी इससे अवगत कराएंगे.
बहरहाल अंतिम निर्णय पर राहुल गांधी की राय के बाद कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे अंतिम फैसला लेंगे. हालांकि सवाल इस बात पर भी खड़े हो रहे हैं कि सचिन पायलट को लेकर कांग्रेस आलाकमान तेजी से चर्चा कर कदम उठा रहा है, जबकि 25 सितंबर को समानांतर विधायक दल की बैठक बुलाने पर कारण बताओ नोटिस पाने वाले तीनों नेताओं मंत्री महेश जोशी, मंत्री शांति धारीवाल और आरटीडीसी चेयरमैन धर्मेंद्र राठौड़ के खिलाफ सचिन पायलट के कई बार आवाज उठाने के बाद भी कार्रवाई या पूछताछ नहीं की जा रही.
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आज आरटीडीसी के चेयरमैन धर्मेंद्र राठौड़ और जलदाय मंत्री महेश जोशी ने अपने-अपने विभागों से जुड़े फैसलों को लेकर जानकारी देने के लिए मीडिया ब्रीफिंग भी बुलाई है. ऐसे में कयास इस बात के भी लगाए जा रहे हैं कि क्या इन तीनों नेताओं पर भी पार्टी कार्रवाई करेगी जिसके चलते इन नेताओं ने आज का ही दिन अपने विभाग की जानकारी देने के लिए चुना हालांकि अभी यह कयास है निर्णय कांग्रेस आलाकमान को लेना है.