जयपुर. राजस्थान में लगातार समान नागरिक संहिता को लेकर मुस्लिम समाज की प्रतिक्रिया सामने आ रही है. आज ईदुल अजहा की नमाज के बाद चीफ काजी खालिद उस्मानी का बयान आया है. खालिद उस्मानी ने यूनिफॉर्म सिविल कोड को लेकर कहा कि इस कानून को उन बातों को ध्यान में रखकर बनाया जाना चाहिए, जिससे मुसलमानों को तकलीफ न हो. मुस्लिम धर्मावलंबियों के जज्बात को परेशानी न हो और इन्हें कोई नुकसान न हो.
उन्होंने कहा कि देश की सरकार का कर्तव्य है कि सभी नागरिकों का ख्याल रखा जाए. उन्होंने कहा कि दुनिया में कोई भी कानून एकतरफा नहीं लाया जाए. उन्होंने कहा कि अगर यह कानून मुसलमानों के खिलाफ हुआ, तो वे इसका पुरजोर तरीके से विरोध करेंगे.
संशोधन से पहले सभी की लें राय : राजस्थान अल्पसंख्यक आयोग चेयरमैन और विधायक रफीक खान ने गुरुवार को जयपुर में मीडिया से बातचीत की. इस दौरान विधायक रफीक खान ने यूनिफॉर्म सिविल कोड को लेकर कहा कि सभी लोगों को अपने विचार व्यक्त करने का अधिकार है. इसलिए सभी लोग अपने विचार व्यक्त कर सकते हैं. संविधान में किसी भी तरह से कोई भी संशोधन होता है, तो उसको लेकर बातचीत की जाती है. आज बहुत सारे लोग देशभक्ति के नाम पर ठेकेदार बन कर बैठ गए हैं.
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जिन लोगों ने आजादी में कुछ किया ही नहीं वे लोग आज देश को बांटने का काम कर रहे हैं. हिंदू मुसलमान के नाम पर झगड़े करवा रहे हैं. जहां तक देशभक्ति की बात होती है, तो इंडिया गेट पर जाकर देखा जाए, वहां 60 हजार से ज्यादा मुसलमान शहीदों के नाम लिखे हैं. रफीक खान ने कहा कि जिन लोगों ने आजादी के लिए कुछ नहीं किया, वे लोग आज पंडित जवाहरलाल नेहरू पर उंगलियां उठा रहे हैं.