जयपुर. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व स्पीकर कैलाश मेघवाल की ओर से केंद्रीय मंत्री अर्जुन मेघवाल पर लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोपों का समर्थन किया है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बुधवार को मीडिया से बात करते हुए कहा कि अर्जुन मेघवाल के अधिकारी रहते जो भी भ्रष्टाचार हुए, उसे लेकर हम जांच करवा रहे हैं. इसके साथ ही सीएम गहलोत ने ज्यूडिशियरी पर भी निशाना साधा और भ्रष्टाचार का आरोप लगाया.
मेघवाल ने कोर्ट से ले रखा है स्टे : सीएम गहलोत ने कहा कि कैलाश मेघवाल ने जो आरोप लगाए हैं, वह सही हैं. हम उनकी जांच करवा रहे हैं. उनके समय में बड़ा करप्शन हुआ था, जिसे दबा दिया गया. उन्होंने दावा किया कि केंद्रीय मंत्री अर्जुन मेघवाल ने अभी हाईकोर्ट से स्टे ले रखा है. गहलोत ने कहा कि ज्यूडिशियरी, आरपीएससी और एसीबी जैसी एजेंसियों के काम में कभी हस्तक्षेप नहीं किया. आज से 25-30 साल पहले मुख्यमंत्री की रिकमेंडेशन पर हाईकोर्ट में जज बनते थे. हमारे समय में भी कई जज बने होंगे, लेकिन जज बनने के बाद कभी हमने उनसे बात भी नहीं की.
वकील जजमेंट लिखकर ले जाते हैं, जजमेंट वही आता है : उन्होंने आरोप लगाया कि ज्यूडिशियरी में आज इतना करप्शन हो रहा है कि कई वकील जजमेंट लिखकर ले जाते हैं और जजमेंट वही आता है. लोअर ज्यूडिशियरी हो या अपर ज्यूडिशियरी, हर जगह यही हालात हैं. गहलोत ने सीबीआई, ईडी, इनकम टैक्स की कार्रवाई पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि जांच एजेंसियों के अफसरों से यह पूछा जाना चाहिए कि वह ऊपर के आदेश पर लोगों के घरों में बिना कोई जांच पड़ताल किए घुस रहे हैं. बिना किसी गड़बड़ी की पहचान किए, इस तरह से किसी के घर में घुसने की गवाही उनका जमीर कैसे दे रहा है? हमें हमारी जांच एजेंसियों पर गर्व है, लेकिन केंद्र सरकार ने उनकी हालत और साख खराब कर दी है.
एक साथ करवा सकती लोकसभा, विधानसभा चुनाव : मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी आज उन कयासों को हवा दे दी, जिसके चलते यह कहा जा रहा है कि राजस्थान के विधानसभा चुनाव के साथ ही इस बार लोकसभा के भी चुनाव करवाए जा सकते हैं. गहलोत ने कहा कि केंद्र की सरकार कुछ भी करवा सकती है, लेकिन अगर लोकसभा चुनाव राजस्थान के विधानसभा चुनाव के साथ होते हैं तो उसके लिए भी हम तैयार हैं.