जयपुर. राजस्थान विधानसभा चुनाव में राजनीतिक दलों की ओर से एक दूसरे पर वार-पलटवार का क्रम जारी है. जयपुर में पत्रकार वार्ता के दौरान हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कांग्रेस की गारंटियों को झूठ का पुलिंदा बताया. उन्होंने कहा कि 11 महीने पहले हिमाचल प्रदेश में चुनाव हुआ, उसमें कांग्रेस ने राजस्थान की तरह ही गारंटियां देकर सत्ता में काबिज होने में सफल रही, लेकिन ये सभी गारंटियां झूठी साबित हुईं. ऐसा दूसरे प्रदेशों में न हो इसके लिए उनकी पोल खोलना जरूरी है.
एक भी वादा पूरा नहीं किया : ठाकुर बोले कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा था कि राहुल गांधी जो कहते हैं वो करते हैं. राहुल गांधी ने 10 दिन में किसानों का कर्ज माफ करने का दावा किया था, लेकिन 11 महीने बाद भी ऐसा नहीं हुआ. इसी तरह का वादा अशोक गहलोत ने 5 साल पहले राजस्थान में भी किया था, लेकिन 5 साल बाद कार्यकाल तो पूरा हुआ, लेकिन किसानों को राहत नहीं मिली. हिमाचल प्रदेश में हर महीने महिलाओं के खाते में 1500 रुपए आने, 300 यूनिट फ्री बिजली, 2 रुपए किलो गाय का गोबर खरीदने, दूध की कीमतों में कमी लाने, स्टार्टअप्स के लिए फंड और ओपीएस लागू करने जैसी गारंटियां दी थी, लेकिन 11 महीने बाद धरातल पर ये सिर्फ झूठ का पुलिंदा साबित हुई. राजस्थान की जनता के सामने भी इसी तरह की गारंटियां रखी गईं हैं, लेकिन कांग्रेस की झूठी गारंटी जाननी है तो हिमाचल प्रदेश का उदाहरण देख सकते हैं.
झूठ बोलकर सत्ता में आने की कोशिश : उन्होंने राजस्थान की वर्तमान सरकार को सबसे भ्रष्ट बताया. साथ ही कहा कि यहां तुष्टिकरण की राजनीति हो रही है. सरकार के पास कन्हैयालाल की हत्या के मामले में कोई जवाब नहीं है. उन्होंने आरोप लगाया कि यहां धार्मिक त्योहारों पर शोभायात्राओं पर रोक लगा दी जाती है, जबकि पीएफआई के प्रदर्शन को इजाजत दे दी जाती है. आज राजस्थान भ्रष्टाचार, महिला अपराध, महिला दुष्कर्म के मामलों में पहले पायदान पर है. राजस्थान में पेट्रोल-डीजल पर सबसे ज्यादा वैट (वैल्यू एडेड टैक्स) लगाया जाता है. यहां सबसे ज्यादा पेपर लीक के प्रकरण हुए, बेरोजगारी से आत्महत्या करने वाले युवाओं के मामले भी राजस्थान में ही सबसे ज्यादा हैं. एक बार फिर यही कांग्रेस सरकार झूठ बोलकर सत्ता में आने की कोशिश कर रही है.
सोनिया गंधी हिमाचल में आमंत्रित : उन्होंने लाल डायरी मुद्दे कहा कि मुख्यमंत्री के पास अब कुछ कहने को बचा नहीं है. जब बार-बार उनसे जवाब मांगा जा रहा है तो कुछ जवाब देंगे ही. हकीकत ये है कि उनके मंत्रिमंडल के वरिष्ठ सहयोगी इस बात को स्वीकारते हैं, जिससे मुख्यमंत्री बौखला जाते हैं. इससे स्पष्ट है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से लगाए गए आरोपों का कोई आधार नहीं है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उदयपुर हत्याकांड में बीजेपी के नेताओं के शामिल होने का आरोप लगाया था, जिसपर उन्होंने कहा कि एनआईए इस मामले में कार्रवाई करेगा और होना भी चाहिए. कुछ लोग जानबूझकर भेजे जाते हैं, पार्टी के कार्यकर्ता और नेताओं से संपर्क करते हैं और फिर एक षड्यंत्र के तहत काम करते हैं. वहीं, कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी के दिल्ली में प्रदूषण होने के चलते जयपुर में ठहरने को लेकर जयराम ठाकुर ने कहा कि सोनिया गांधी चुनाव प्रचार के लिए नहीं, बल्कि स्वास्थ्य के नजरिए से यहां आईं हैं. उन्होंने कहा कि अच्छी आबोहवा के लिए उनका हिमाचल में आमंत्रित करता हूं, वहां तो उनका घर भी है.