दौसा. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज पूर्वी राजस्थान के दौरे पर हैं. इस दौरान उन्होंने देश के सबसे लंबे दिल्ली-मुम्बई ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे के लालसोट-दौसा-सोहना खण्ड का लोकार्पण किया. इस दौरान सभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि ये देश के के सबसे बड़े और सबसे आधुनिक एक्सप्रेस वे में से एक है. ये विकसित होते भारत की एक भव्य तस्वीर है.
सभा को संबोधित करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे के पहले चरण को राष्ट्र को समर्पित करते हुए मुझे बहुत गर्व हो रहा है. ये देश के सबसे बड़े और सबसे आधुनिक एक्सप्रेस-वे में से एक है. उन्होंने कहा कि जब ऐसी आधुनिक सड़कें, आधुनिक रेलवे स्टेशन, रेलवे ट्रैक, मेट्रो और एयरपोर्ट बनते हैं तो देश की प्रगति को गति मिलती है. पीएम मोदी ने कहा कि पिछले 9 साल से केंद्र सरकार लगातार इंफ्रास्ट्रक्चर पर निवेश कर रही है.
उन्होंने कहा कि ये प्रोजेक्ट राजस्थान सहित पूरे क्षेत्र की तस्वीर बदलने वाले हैं. इसका लाभ सरिस्का टाइगर रिजर्व, केवलादेव और रणथम्भोर नेशनल पार्क आदि कई स्थलों को मिलेगा. उन्होंने कहा कि देश के पर्यटकों के लिए राजस्थान पहले ही आकर्षण का केंद्र रहा है. अब इसका आकर्षण और बढ़ जाएगा. दिल्ली से जयपुर का सफर अब घटकर करीब तीन घंटे का रह जाएगा. बता दें, पहले चरण में चालू हो रहे एक्सप्रेस-वे की लंबाई 247 किलोमीटर है. इसे 12 हजार 173 करोड़ की लागत से तैयार किया गया है.
वहीं, इससे पहले केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि इस हाईवे के निर्माण में दो रिकॉर्ड बने हैं. इसी हाईवे पर हमने ऑप्टिक फाइबर केबल डालने का काम किया है. ये ग्रोथ इंजन बनने वाला हाईवे है. उन्होंने कहा कि इस हाईवे में कई वर्ल्ड लेवल के काम किए गए हैं. वहीं, वीसी के जरिए जुड़े हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर ने पीएम मोदी का स्वागत किया. उन्होंने कहा कि ये एक्सप्रेस वे बड़ी सौगात है. ये एक्सप्रेस वे दिल्ली से मुंबई तक 1380 किमी का है.
गहलोत ने उठाया ईआरसीपी का मुद्दाः वीसी के जरिए जुड़े राजस्थान सीएम अशोक गहलोत ने एक बार फिर ईआरसीपी का मुद्दा उठाया है. उन्होंने कहा कि आप यहां पधारे हैं, ईआरसीपी के मामले में कुछ कीजिए. गहलोत ने कहा कि ईआरसीपी में 13 जिले आते हैं, मैं उम्मीद करता हूं कि आप ईआरसीपी को महत्व देंगे. राजस्थान पहले से ही पानी के संकट का सामना करता रहा है. इस दौरान गहलोत ने कहा कि आज एक ऐतिहासिक काम होने जा रहा है. चार राष्ट्रीय राजमार्गों का लोकार्पण और शिलान्यास होगा. इस बीच गहलोत ने राजस्थान के पेंडिंग कामों को भी शीघ्र पूरा कराने की मांग की है. सभा के दौरान केन्द्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, राज्यपाल कलराज मिश्र, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, कैलाश चौधरी आदि मौजूद रहे. .
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इन तीन प्रोजेक्ट की भी हुई शुरुआत: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक्सप्रेस वे के लोकार्पण के साथ ही तीन नए प्रोजेक्ट्स का भी शिलान्यास किया. इनमें 3775 करोड़ की लागत से 86 किलोमीटर का 6 लेन कोटपूतली-अलवर मार्ग, 2020 करोड़ की लागत से 67 किलोमीटर लंबा 4 लेन बांदीकुई-जयपुर मार्ग तथा 150 करोड़ की लागत से 94 किलोमीटर लंबे लालसोट-करौली मार्ग शामिल है.
एक्सप्रेस वे की खासियत- जानकारी के अनुसार दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे 1386 किलोमीटर की लंबाई के साथ भारत का सबसे लंबा एक्सप्रेस वे है. इससे दिल्ली और मुंबई के बीच यात्रा की दूरी कम हो गई है. साथ ही यात्रा का समय भी 24 घंटे से 12 घंटे हो गया है. कहा जा रहा है कि 2024 में ये एक्सप्रेस-वे पूरा बनकर तैयार हो जाएगा. एक्सप्रेस वे 6 राज्यों राजस्थान, मध्य प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, गुजरात और महाराष्ट्र से होकर गुजरेगा. साथ ही यह कोटा, जयपुर, इंदौर, भोपाल, वड़ोदरा और सूरत जैसे प्रमुख शहरों को जोड़ेगा.
एक्सप्रेस वे की राजस्थान में लंबाई 373 किलोमीटर है. यह प्रदेश के अलवर, भरतपुर, दौसा, सवाईमाधोपुर, टोंक, बूंदी और कोटा जिलों से होकर गुजरेगा. साथ ही अब दिल्ली से मुम्बई का सफर 12 घंटे में तय हो जाएगा. इस एक्सप्रेस वे पर 120 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से कारें दौड़ेंगीं. प्रत्येक 500 मीटर पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं.