चंडीगढ़ : पंजाब पुलिस ने अपने मोहाली कार्यालय में आरपीजी हमले के सिलसिले में छह लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने इस मामले में आतंकवादी संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल एवं पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी इंटर-सर्विसेज इंटेलीजेंस (ISI) की सांठगांठ की ओर इशारा किया है. पुलिस महानिदेशक वी के भावरा (DGP VK Bhawra) ने यह जानकारी दी.
डीजीपी वीके भावरा ने कहा कि केस का मुख्य आरोपी लखबीर सिंह लांडा है, जो कि गैंगस्टर था. वह साल 2007 में कनाडा चला गया था. ये हरविंदर सिंह रिंदा का गुर्गा है. उन्होंने कहा कि आईएसआई और बब्बर खालसा ने मिलकर इस घटना को अंजाम दिया था. डीजीपी ने कहा कि मोहाली ब्लास्ट को आतंकियों और गैंगस्टरों की सांठगांठ से अंजाम दिया गया. मोहाली विस्फोट के पीछे के कारणों के बारे में बताते हुए डीजीपी ने कहा कि हमले का कारण पुलिस प्रशासन को चुनौती देना था. मामले में दो लोगों को गिरफ्तार कर यूपी से लाया गया है. इस मामले में 6 लोगों को गिरफ्तार किया है. इनमें कंवर बाथ, बलजीत कौर रैंबो, अनंतदीप सोनू, जगदीप कंग, निशान सिंह शामिल हैं.
डीजीपी बावरा ने कहा कि लखबीर सिंह लांडा ने हमले को अंजाम देने के लिए अपने स्थानीय संपर्कों का इस्तेमाल किया. डीजीपी ने कहा कि मुख्य साजिशकर्ता तरनतारन निवासी लखबीर सिंह गैंगस्टर से आतंकवादी बने हरविंदर सिंह रिंडा का करीबी सहयोगी है. माना जाता है कि रिंडा पाकिस्तान में है. भवरा ने कहा कि गिरफ्तार किए गए पांच लोगों में विस्फोट करने वालों को आश्रय, रसद सहायता और हथियार मुहैया कराने वाले शामिल हैं. उन्होंने कहा कि रॉकेट चालित ग्रेनेड (RPG) दागने में शामिल तीन लोग अब भी वांछित हैं. इस मामले में पंजाब पुलिस ने नोएडा से मोहम्मद नसीम आलम और मुहम्मद सरफराज को गिरफ्तार किया है. पुलिस उनसे पूछताछ भी कर रही है. दोनों बिहार के रहने वाले हैं.
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डीजीपी ने कहा कि तरनतारन निवासी निशान सिंह इस मामले का एक आरोपी पहले से ही किसी अन्य मामले में फरीदकोट पुलिस की हिरासत में है. उन्होंने कहा कि इस मामले में भी उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा. निशान सिंह कई आपराधिक मामलों का सामना कर रहा है, जिसमें एक हत्या के प्रयास से संबंधित है और दूसरा नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस एक्ट के तहत है. सोमवार को एक दुस्साहसिक हमले में, मोहाली के सेक्टर 77 में राज्य पुलिस के खुफिया विंग मुख्यालय पर रॉकेट प्रोपेल्ड ग्रेनेड (RPG) दागा गया था. विस्फोट के कारण इमारत की एक मंजिल की खिड़की के शीशे टूट गए थे. हालांकि घटना में किसी को चोट नहीं आई थी.