चंडीगढ़: मिस यूनिवर्स 2021 का ताज (Miss Universe 2021 crown) अपने सिर पर सजाने वाली शहर की बेटी हरनाज कौर संधू बुधवार को चंडीगढ़ पहुंचीं. शहर वासियों ने उनका दिल खोलकर स्वागत किया. मिस यूनिवर्स बनने के बाद हरनाज पहली बार चंडीगढ़ आई हैं. मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने हिजाब मुद्दे पर अपनी राय रखी. साथ ही अपने करियर से जुड़े कई खुलासे किए. हरनाज ने बताया कि वह ग्लैमर की दुनिया में नहीं बल्कि इंडियन एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विस (आईएएस) बनना चाहती हैं.
हिजाब पर राजनीति करने की जरूरत नहीं: हिजाब मुद्दे पर बोलते हुए हरनाज ने कहा कि अगर कोई लड़की हिजाब पहने हुए है, तो यह उसकी पसंद है. अगर कोई उस पर हावी हो रहा है तो उसे आगे आकर बोलना चाहिए. उसे वैसे ही जीने दें, जैसे वह जीना चाहती है. हम विभिन्न संस्कृतियों की महिलाएं हैं और हमें एक-दूसरे का सम्मान करने की जरूरत है. इस पर राजनीति करना ठीक नहीं है.
सीएम से मुलाकात करने पहुंचीं हरनाज: मिस यूनिवर्स का क्राउन पहनने के बाद पहली बार शहर पहुंची हरनाज मीडिया से मिलने से पहले पंजाब के नए मुख्यमंत्री भगवंत मान (harnaaz meet punjab cm mann) से भी मिली. हरनाज ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान खुद थिएटर आर्टिस्ट रह चुके हैं. उनके काम से मैं पहले भी प्रभावित थी और आज जब मैं उनसे मिली तो पंजाब के लिए विभिन्न मुद्दों पर काम करने की प्ररेणा मिली है. उन्हें देखकर पहले एक्टिंग करती थी लेकिन अब उनकी तरह पंजाब के लिए भी काम करना चाहती हूं. उन्होंने कहा कि पंजाब में नशे की समस्या बहुत बड़ी है, जिस पर काम करने की जरूरत है. वे नशे को खत्म करने के साथ-साथ पंजाब में महिला सशक्तिकरण की दिशा में काम करेंगी.
आईएएस बनाना सपना: हरनाज ने बताया कि बचपन से ही उनका आईएएस बनने का सपना है. चंडीगढ़ के सेक्टर-42 स्थित पोस्ट ग्रेजुएट गवर्नमेंट कॉलेज फॉर गर्ल्स में ग्रेजुएशन के दौरान थिएटर करना शौक था. उस शौक ने वर्ष 2017 में पहली बार स्टेज पर जाकर बिल्ली की आवाज निकाली. मिमिक्री करने के बाद समझ आया कि इस प्रकार की एक्टिविटी से मैं सभी को हंसा सकती हूं. सभी को हंसाने के अहसास से मुझे फैशन की दुनिया में आने का मौका मिला. हरनाज कौर पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन में मास्टर्स कर रही हैं, यही वजह है कि वह आईएएस बनना चाहती हैं.
परिवार ने शेरनी की तरह पाला: हरनाज ने बताया कि बचपन से परिवार ने बिना रोक-टोक के उन्हें पाला है. कभी भी कहीं आने-जाने से पहले रोका नहीं गया. पढ़ाई के साथ जब थिएटर एक्टिंग शुरू की तो परिवार ने पूरा सहयोग दिया. मां राजिंदर कौर स्त्री रोग विशेषज्ञ डाक्टर हैं और पिता बिजनेसमैन हैं. दोनों ने खुद का रुतबा होने के बावजूद मेरे सपने को स्वीकार किया है और मुझे आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया है.
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जेंडर इक्वेलिटी पर जोर देने की जरूरत: महिला सशक्तिकरण पर बोलते हुए हरनाज ने कहा कि जेंडर इक्वेलिटी पर जोर दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि वे महिला को पुरुष के बराबर नहीं बल्कि दोनों के आपसी सहयोग और सपोर्ट को सशक्तिकरण मानती हैं. जब महिला-पुरुष को और पुरुष-महिला को सम्मान देगा, सहयोग देगा तो सशक्तिकरण के साथ-साथ समाज का भी विकास होगा.