चित्तौड़गढ़. राजस्थान के मेवाड़ के प्रसिद्ध कृष्ण धाम सांवरिया जी में गुरुवार रात कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व लोगों के दिलों दिमाग पर अमिट छाप छोड़ गया. मंदिर परिसर का आसमान भगवान श्री कृष्ण की अलग-अलग लीलाओं से जगमगा उठा. प्रदेश में पहली बार हुए इस प्रकार के आयोजन को देखने के लिए लाखों लोग पहुंचे. बाद में घड़ी की सुइयां जैसे ही रात 12:00 के कांटे पर पहुंची वैसे ही भव्य आतिशबाजी से मंदिर परिसर जगमगा उठा. वहीं भगवान सांवरिया सेठ के जयकारों से गुंजायमान हो गया.
कई घंटो तक आसपास के प्रमुख मार्ग जाम हो गए. वीआईपी मूवमेंट के कारण पुलिस भी ट्रैफिक व्यवस्था को संभाल नहीं पाई. 1000 ड्रोन से 12 रूप में कृष्ण लीला का नजारा देखने को मिला. प्रदेश में यह अपनी तरह का पहला ड्रोन शो था. बोट लैब डायनेमिक नामक स्टार्टअप कंपनी के 35 लोगों की टीम द्वारा 1000 ड्रोन उड़ते हुए शो को ऑपरेट किया गया जो कि अपने आप में अनूठा रहा. मंदिर मंडल के सीईओ अभिषेक गोयल के अनुसार स्वार्म ड्रोन टेक्नोलॉजी से भगवान श्री कृष्ण के लगभग 12 फॉर्मेशन में साउंड के साथ भगवान कृष्ण के विविध रूप और लीलाओं का नजारा दिखाया गया.
100 से लेकर 150 मीटर की ऊंचाई पर भगवान श्री कृष्ण के विविध रूपों की प्रतिकृतियां देखकर लोग रोमांचित हो उठे. इस दौरान बालकृष्ण, मेघ गर्जना के साथ गोवर्धन पर्वत उठाए श्री कृष्ण, सांवलिया जी मंदिर और सांवरिया सेठ की प्रतिमा, झूला झूलते राधा कृष्ण, गीता उपदेश, माखन चोर, सौरमंडल आदि फॉर्मेशन बनाए गए. यह शो करीब आधे घंटे तक चला इसके साक्षी देश भर से आए लाखों लोग बने. एक अनुमान के अनुसार भगवान श्री कृष्ण के जन्मोत्सव और इस आयोजन को देखने के लिए करीब 4 लाख लोग सांवरिया जी पहुंचे थे. इस कारण पूरे कस्बे में पैर रखने की जगह तक नहीं बची. रात करीब 12:00 बजे जैसे ही घड़ी के कांटे एक हुए, भव्य आतिशबाजी से मंदिर परिसर जगमगा उठा. भगवान श्री कृष्ण के जयकारों से आसपास का पूरा वातावरण गूंजायमान हो उठा. मंदिर मंडल के अध्यक्ष भैरूलाल गुर्जर और सदस्यों के साथ जिला कलेक्टर पीयूष समारिया और पुलिस अधीक्षक राजन दुष्यंत भी मौजूद रहे.