बठिंडा: सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में लॉरेंस बिश्नोई को नामजद किया गया है. लॉरेंस बिश्नोई को हाल ही में दिल्ली की तिहाड़ जेल से पंजाब बठिंडा जेल लाया गया है. जानकारी के मुताबिक लॉरेंस बिश्नोई ने मंगलवार को एक निजी चैनल को लाइव इंटरव्यू दिया है. इसके बाद जेल प्रबंधन पर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं. यह इंटरव्यू पंजाब की जेलों में ऐसे कैदियों की सुरक्षा पर सवाल खड़ा करता है.
लॉरेंस बिश्नोई ने किया खुलासा: बिश्नोई ने कहा कि सिद्धू मूसेवाला की हत्या से उसका कोई लेना-देना नहीं है. उसने कहा कि मूसेवाला ने कई सहयोगियों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए कांग्रेस पार्टी में अपनी शक्ति का इस्तेमाल किया. बिश्नोई का कहना है कि उन्हें हत्या की पूरी साजिश की जानकारी थी, लेकिन इसमें उसकी कोई भूमिका नहीं थी. गोल्डी बराड़ ने यह सब किया है. बिश्नोई ने तर्क दिया कि विक्की मिधुखेरा और गुरलाल बराड़ की उनकी मृत्यु से पहले सिद्धू मूसेवाला के साथ कोई दुश्मनी नहीं थी. उसने कहा कि इससे पहले भी वह सिद्धू की हत्या कर सकता था. हालाँकि, सिद्धू के साथ उसकी दुश्मनी विक्की मिदुखेरा और गुरलाल बराड़ की हत्याओं के बाद ही हुई, क्योंकि सिद्धू मूसेवाला उनकी हत्याओं में शामिल था.
लॉरेंस बिश्नोई ने उठाए सवाल: लॉरेंस बिश्नोई ने कहा कि लोग हमें अपराधी और सिद्धू को समाजसेवी बता रहे हैं. लॉरेंस बिश्नोई ने कहा कि सिद्धू ने जब किसी देश के लिए काम किया हो या ड्रग तस्करों के खिलाफ आवाज उठाई हो तो बताना चाहिए. उसने कहा कि सिद्धू की वजह से हमारे भाई की मौत हुई. इसकी जांच क्यों नहीं हुई? सिद्धू खुद गैंगस्टर बनना चाहता था.
बठिंडा जेल अधीक्षक का बयान: बठिंडा जेल का वीडियो से कोई लेना-देना नहीं है. 8 मार्च को जयपुर से बठिंडा जेल लाए गए गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई द्वारा एक निजी चैनल को दिए गए इंटरव्यू के बाद जेल प्रशासन ने स्पष्ट किया कि यह इंटरव्यू पंजाब के बाहर से लिया गया. क्योंकि बठिंडा सेंट्रल जेल में जैमर लगा हुआ है. कोई मोबाइल इंटरनेट सेवा नहीं है. जेल अधीक्षक एनडी नेगी का कहना है कि गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई को कई बार अलग-अलग समय पर पूछताछ के लिए ले गए. इंटरव्यू उस समय का हो सकता है. जेल अधीक्षक का कहना है कि लॉरेंस बिश्नोई उनके साथ बठिंडा जेल में बंद है. इस समय उसके पास फोन नहीं है. वह कड़ी सुरक्षा में है.