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कोरोना के बाद मुहूर्त पर ग्रहों की मार, अप्रैल- 2021 तक विवाह के सिर्फ 5 ही मुहूर्त

पंचांग के आधार पर अब से अप्रैल- 2021 तक विवाह के लिए सिर्फ पांच मुहूर्त हैं. आने वाले पांच महीने तक मलमास, गुरु और शुक्र का तारा अस्त होने से विवाह आदि शुभ कार्यों के मुहूर्त नहीं बन रहे हैं. वहीं 2021 की बसंत पंचमी के दौरान भी विवाह नहीं हो सकेंगे.

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Published : Nov 24, 2020, 8:38 AM IST

मुहूर्त पर ग्रहों की मार
मुहूर्त पर ग्रहों की मार

भोपाल : आर्थिक मंदी और कोरोना महामारी के बाद अब शादी-ब्याह और मांगलिक आयोजनों पर इस साल ग्रहों की मार भी पड़ रही है. साल 2020 को जानें में अभी 37 दिन बचे हैं, लेकिन अब से 23 अप्रैल 2021 तक विवाह के महज पांच मुहूर्त हैं. ऐसे में अब विवाह योग्य युवक-युवतियों को शादियों के लिए लंबा इंतजार करना पड़ेगा.

अप्रैल- 2021 तक सिर्फ पांच मुहूर्त

अप्रैल- 2021 तक सिर्फ पांच मुहूर्त

पंचांग पर नजर डाली जाए, तो 23 अप्रैल 2021 तक विवाह के सिर्फ पांच मुहूर्त हैं, इनमें से नवंबर 2020 में 25 और 30 नवंबर के अलावा दिसंबर के महीने में 7, 9 और 11 दिसंबर को विवाह के मुहूर्त हैं. नए साल में जनवरी, फरवरी, मार्च और 23 अप्रैल तक विवाह का एक भी मुहूर्त नहीं है. इसके अलावा 16 फरवरी 2021 को बसंत पंचमी पर शादियां नहीं हो सकेंगी.

बसंत पंचमी पर नहीं हो सकेंगी शादियां

2021 में बसंत पंचमी के अवसर पर शादियां नहीं हो सकेंगी. क्योंकि इस दौरान शुक्र का तारा अस्त हो रहा है. ऐसे में विवाह योग्य युवक-युवतियां और आम लोग देवउठनी ग्यारस का इंतजार कर रहे हैं. देवउठनी ग्यारस के बाद ही मांगलिक कार्यों का सिलसिला शुरू हो सकेगा और शहनाइयों की गूंज सुनाई दे सकेगी. फिलहाल जिन युवक-युवतियों की विवाह की तारीख नहीं निकल रही है, उन्हें आगामी देवउठनी ग्यारस तक शादी के लिए इंतजार करना होगा. शादी के मुहूर्त को लेकर पंचांग आधारित आकलन किया जाए, तो आने वाले 150 दिनों में सिर्फ पांच मुहूर्त ही शादी के लिए उपलब्ध हैं.

ग्रहों ने रोके शादियों के आयोजन

आगामी पांच महीने तक मलमास, गुरु और शुक्र का तारा अस्त होने से विवाह आदि शुभ कार्यों के मुहूर्त नहीं बन रहे हैं. ऐसे में अब निर्धारित तिथियों को छोड़कर आयोजकों को अप्रैल 2021 का इंतजार करना होगा.

  • 15 दिसंबर 2020 से 14 जनवरी 2021 तक धनु सक्रांति यानि की मलमास (अधिकमास) है.
  • इसके आगे गुरु और शुक्र का तारा अस्त होने से विवाह मुहूर्त नहीं है.
  • 17 जनवरी 2021 से 13 फरवरी 2021 तक गुरु का तारा अस्त होने से विवाह के मुहूर्त नहीं हैं.
  • 14 फरवरी 2021 से 18 अप्रैल 2021 तक शुक्र का तारा अस्त होने से विवाह आदि मांगलिक कार्य वर्जित रहेंगे.
  • इसके बाद 24 अप्रैल 2020 से विवाह आदि शुभ कार्य हो सकेंगे.

भोपाल : आर्थिक मंदी और कोरोना महामारी के बाद अब शादी-ब्याह और मांगलिक आयोजनों पर इस साल ग्रहों की मार भी पड़ रही है. साल 2020 को जानें में अभी 37 दिन बचे हैं, लेकिन अब से 23 अप्रैल 2021 तक विवाह के महज पांच मुहूर्त हैं. ऐसे में अब विवाह योग्य युवक-युवतियों को शादियों के लिए लंबा इंतजार करना पड़ेगा.

अप्रैल- 2021 तक सिर्फ पांच मुहूर्त

अप्रैल- 2021 तक सिर्फ पांच मुहूर्त

पंचांग पर नजर डाली जाए, तो 23 अप्रैल 2021 तक विवाह के सिर्फ पांच मुहूर्त हैं, इनमें से नवंबर 2020 में 25 और 30 नवंबर के अलावा दिसंबर के महीने में 7, 9 और 11 दिसंबर को विवाह के मुहूर्त हैं. नए साल में जनवरी, फरवरी, मार्च और 23 अप्रैल तक विवाह का एक भी मुहूर्त नहीं है. इसके अलावा 16 फरवरी 2021 को बसंत पंचमी पर शादियां नहीं हो सकेंगी.

बसंत पंचमी पर नहीं हो सकेंगी शादियां

2021 में बसंत पंचमी के अवसर पर शादियां नहीं हो सकेंगी. क्योंकि इस दौरान शुक्र का तारा अस्त हो रहा है. ऐसे में विवाह योग्य युवक-युवतियां और आम लोग देवउठनी ग्यारस का इंतजार कर रहे हैं. देवउठनी ग्यारस के बाद ही मांगलिक कार्यों का सिलसिला शुरू हो सकेगा और शहनाइयों की गूंज सुनाई दे सकेगी. फिलहाल जिन युवक-युवतियों की विवाह की तारीख नहीं निकल रही है, उन्हें आगामी देवउठनी ग्यारस तक शादी के लिए इंतजार करना होगा. शादी के मुहूर्त को लेकर पंचांग आधारित आकलन किया जाए, तो आने वाले 150 दिनों में सिर्फ पांच मुहूर्त ही शादी के लिए उपलब्ध हैं.

ग्रहों ने रोके शादियों के आयोजन

आगामी पांच महीने तक मलमास, गुरु और शुक्र का तारा अस्त होने से विवाह आदि शुभ कार्यों के मुहूर्त नहीं बन रहे हैं. ऐसे में अब निर्धारित तिथियों को छोड़कर आयोजकों को अप्रैल 2021 का इंतजार करना होगा.

  • 15 दिसंबर 2020 से 14 जनवरी 2021 तक धनु सक्रांति यानि की मलमास (अधिकमास) है.
  • इसके आगे गुरु और शुक्र का तारा अस्त होने से विवाह मुहूर्त नहीं है.
  • 17 जनवरी 2021 से 13 फरवरी 2021 तक गुरु का तारा अस्त होने से विवाह के मुहूर्त नहीं हैं.
  • 14 फरवरी 2021 से 18 अप्रैल 2021 तक शुक्र का तारा अस्त होने से विवाह आदि मांगलिक कार्य वर्जित रहेंगे.
  • इसके बाद 24 अप्रैल 2020 से विवाह आदि शुभ कार्य हो सकेंगे.
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