जयपुर. तमाम सियासी दावों और वादों के बीच संपन्न हुए राजस्थान विधानसभा चुनाव का परिणाम आ चुका है. राज्य की जनता ने सियासी बदलाव के रिवाज को कायम रखते हुए इस बार भी फिर से भाजपा को बहुमत दिया है. ऐसे में कांग्रेस की हार को स्वीकार करते हुए रविवार देर शाम को अशोक गहलोत राजभवन पहुंचे, जहां उन्होंने राज्यपाल कलराज मिश्र से मुलाकात कर उन्हें अपना इस्तीफा सौंप दिया. इधर, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि आगामी 5 दिसंबर को विधायक दल की बैठक होगी.
प्रदेश के 199 सीटों के परिणाम आ चुके हैं, जिसमें भाजपा को बड़ी जीत मिली है. भाजपा के खाते में 115 सीटें आई तो कांग्रेस 70 सीटों पर सिमट गई. वहीं, अन्य के खाते में 14 सीटें आई. इस चुनाव में कांग्रेस के कई दिग्गजों को पराजय का मुंह देखना पड़ा. हालांकि, गहलोत एक बार फिर जोधपुर की सरदारपुरा सीट से जीत दर्ज करने में कामयाब रहे और वो लगातार छठी बार इस सीट से चुनाव जीते हैं. बावजूद इसके अबकी उनका प्रदेश में जादू नहीं चला. वहीं, प्रदेश के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट भी टोंक सीट से चुनाव जीत गए, लेकिन गहलोत के करीबी माने जाने वाले गोविंद राम मेघवाल, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सीपी जोशी, प्रतापसिंह खाचरियावास और दिव्या मदेरणा जैसे कई दिग्गज नेता चुनाव हार गए.
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2018 के रिकॉर्ड को बरकरार नहीं रख पाए गहलोत : जोधपुर की सरदारपुरा विधानसभा सीट से अशोक गहलोत भले ही चुनाव जीत गए हो, लेकिन वो 2018 के अपने जीत के रिकॉर्ड को बरकरार नहीं रख पाए. 2018 में वो 45 हजार से अधिक मतों से चुनाव जीते थे. इस बार भी उनके रिकॉर्ड मतों से जीत के दावे किए जा रहे थे, लेकिन इस बार वो 26396 मतों से चुनाव जीते हैं. इस सीट से गहलोत को 96869 वोट मिले तो भाजपा प्रत्याशी प्रो. महेंद्र सिंह राठौड़ को 70463 वोट पड़े.
5 दिसंबर को होगी कांग्रेस विधायक दल की बैठक : कांग्रेस के जीते हुए विधायकों की बैठक आगामी 5 दिसंबर को होगी. इसकी जानकारी रविवार को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने दी. उन्होंने बयान जारी कर बताया कि कांग्रेस के विधायक दल की बैठक 5 दिसंबर को होगी. साथ ही उन्होंने कहा कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष होने के नाते वे सबको इसकी सूचना दे रहे हैं.