ETV Bharat / bharat

Jaipur ABVP Protest: आरएसएस प्रचारक निंबाराम ने कसा तंज, जिन्हें हिंदू शब्द से एलर्जी थी वह आज बता रहे हैं अपना गोत्र

राजस्थान की राजधानी जयपुर में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने अपनी मांगों को लेकर सिविल लाइंस के लिए मार्च किया था. इस दौरान उनकी श्याम नगर मेट्रो स्टेशन के पास पुलिस से नोंकझोंक भी हुई. मार्च करने से पूर्व RSS के क्षेत्रीय प्रचारक निंबाराम ने इशारों में कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर तंज कसा. उन्होंने कहा जिन्हें कभी हिंदू शब्द से चिढ़ होती थी वह आज अपना गोत्र बता रहे हैं.

ABVP marched various demands
आरएसएस प्रचारक निंबाराम ने कसा तंज
author img

By

Published : Mar 21, 2023, 6:00 PM IST

Updated : Mar 21, 2023, 10:21 PM IST

जिन्हें हिंदू शब्द से एलर्जी थी वह आज बता रहे हैं अपना गोत्र

जयपुर.अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने विभिन्न मांगों को लेकर गुर्जर की थड़ी से सिविल लाइंस के लिए कूच किया. हालांकि पुलिस प्रशासन ने एबीवीपी कार्यकर्ताओं को श्याम नगर मेट्रो स्टेशन के पास हो रोक दिया. इस दौरान कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच हल्की झड़प भी देखने को मिली. इससे पहले गुर्जर की थड़ी पर छात्र शक्ति मंथन में आरएसएस क्षेत्रीय प्रचारक निंबाराम ने 'तोड़-मरोड़ कर देश का गलत इतिहास लिखने की बात कही. साथ ही इशारों-इशारों में कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर तंज कसते हुए कहा कि जिन्हें कभी हिंदू शब्द से एलर्जी होती थी वो आज अपना गोत्र बताते घूम रहे हैं.

हम स्वाधीनता आंदोलन के भी सेनानी हैंः संघ प्रचारक ने कहा कि हम स्वाधीनता आंदोलन के भी स्वतंत्रता सेनानी हैं. हमको इस बात के लिए किसी को प्रमाण देने की आवश्यकता नहीं है. जानबूझकर संवैधानिक संस्थानों के अंदर पिछले दरवाजों से घुसकर और तोड़-मरोड़ करके जिन लोगों ने इस देश का गलत इतिहास लिखा है, आज समय आ गया है कि वो समाज के सामने, देश की जनता के सामने आएं. इसी वजह से स्वाधीनता के अमृत महोत्सव में ऐसे अनेक विषय समाज के बीच में रखे गए. उन्होंने कहा कि स्वाधीनता आंदोलन चला था, तब हम कहां थे इसके प्रमाण मौजूद हैं. जिसकी जानकारी युवा शक्ति को होनी चाहिए. इसी को लेकर समाज के बीच जाना है. अब नैरेटिव का जमाना आ गया है, लड़ाई विमर्श की है आपको सामने होकर युद्ध नहीं करना है. अराजकता पैदा करना हमारा काम नहीं है. अनुशासन में रहकर अपनी उचित मांगों को लेकर संघर्ष करेंगे.

Also Read: रीट परीक्षा पर सदन में चर्चा के दौरान धारीवाल ने संघ और भाजपा पर बोला हमला, निंबाराम का नाम लेते ही फिर हुआ हंगामा

सोशल मीडिया की बकवास में न पड़ेंः उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया की बकवास में न पड़े अपनी ताकत वहां खर्च न करें. समाज के लिए और अपने अध्ययन में समय लगाएं. हमको यदि वहां काम करना भी है तो वो भी नैरेटिव बेस होना चाहिए. जब विमर्श के लिए लड़ते हैं, तो हर किसी को उत्तर नहीं देना होता. गाली गलौच की भाषा में न उलझे. उन्होंने कहा कि 100 वर्ष की अपनी ये लंबी यात्रा है. इतने समय में कभी शीर्ष पदों पर बैठे हुए व्यक्ति बोलते थे 'आई एम एक्सीडेंटल हिंदू', 'मुझे हिंदू नहीं गधा कह दो, ये स्वीकार है'. जिनको हिंदू शब्द से एलर्जी होती थी. आज वो दर-दर भटक रहे हैं. मंदिर-मंदिर में मत्था टेक रहे हैं और अपनी आइडेंटिटी दे रहे हैं कि हम भी हिंदू हैं, गोत्र बताते हुए घूम रहे हैं. आज उन्हें हिंदू समझ में आ रहा है हिंदूत्व समझ में नहीं आ रहा. थोड़े दिन बाद वो भी समझ आ जाएगा. उन्होंने स्पष्ट किया हिंदुत्व का जो त्व होता है, वो उसकी आत्मा होती है. वो उस का मूल तत्व होता है, वह भी समझ में आ जाएगा. बात केवल इतनी है कि समय बदला है. इस देश में हिंदू को दोयम दर्जे का माना जाता था. लगातार हमारे कार्य करने से आज हिंदू का विमर्श स्थापित किया गया. इसी तरह भारत की सनातन संस्कृति, भारत के महापुरुष इन सब का विमर्श भी पॉजिटिव तरीके से आगे तक बढ़ाना होगा.

Also Read: RSS प्रचारक निंबाराम के खिलाफ FIR रद्द, पूनिया बोले, ''सरकार के षड्यंत्र का हुआ पर्दाफाश'

राजस्थानी को राजभाषा व हिंदी को विश्व भाषा बनाने की मांगः छात्र शक्ति मंथन के मंच से राजस्थानी को राजभाषा और हिंदी को विश्व भाषा बनाने की भी मांग उठी. छात्र शक्ति मंथन के बाद एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने विभिन्न मांगों को लेकर राज्यपाल को ज्ञापन देने के लिए सिविल लाइंस कूच किया. हालांकि पुलिस प्रशासन की ओर से उन्हें श्याम नगर मेट्रो स्टेशन पर ही रोक दिया गया. इस दौरान पुलिस प्रशासन और कार्यकर्ताओं के बीच हल्की झड़प भी देखने को मिली.

एबीवीपी की प्रमुख मांगे: राजस्थान में आयोजित विभिन्न राज्य परीक्षाओं के पेपर लीक में सम्मिलित सभी व्यक्तियों, संस्थानों पर कार्रवाई की जाए और सीबीआई की जांच की जाए - राजस्थान में वीरांगनाओं के साथ हो रहे दुर्व्यवहार पर ध्यान देते हुए उनकी मांगों पर अमल किया जाए - दिनोंदिन राजस्थान में बढ़ती गैंगवार जैसी घटनाओं पर रोक लगे - पुलिस के माध्यम से अनावश्यक जनता पर दबाव और अनुचित पुलिसिया कार्रवाई, लाठीचार्ज जैसी घटनाओं पर रोक लगे - बेरोजगारों की मांगों का जल्द से जल्द निराकरण करते हुए भर्तियों का आयोजन किया जाए

जिन्हें हिंदू शब्द से एलर्जी थी वह आज बता रहे हैं अपना गोत्र

जयपुर.अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने विभिन्न मांगों को लेकर गुर्जर की थड़ी से सिविल लाइंस के लिए कूच किया. हालांकि पुलिस प्रशासन ने एबीवीपी कार्यकर्ताओं को श्याम नगर मेट्रो स्टेशन के पास हो रोक दिया. इस दौरान कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच हल्की झड़प भी देखने को मिली. इससे पहले गुर्जर की थड़ी पर छात्र शक्ति मंथन में आरएसएस क्षेत्रीय प्रचारक निंबाराम ने 'तोड़-मरोड़ कर देश का गलत इतिहास लिखने की बात कही. साथ ही इशारों-इशारों में कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर तंज कसते हुए कहा कि जिन्हें कभी हिंदू शब्द से एलर्जी होती थी वो आज अपना गोत्र बताते घूम रहे हैं.

हम स्वाधीनता आंदोलन के भी सेनानी हैंः संघ प्रचारक ने कहा कि हम स्वाधीनता आंदोलन के भी स्वतंत्रता सेनानी हैं. हमको इस बात के लिए किसी को प्रमाण देने की आवश्यकता नहीं है. जानबूझकर संवैधानिक संस्थानों के अंदर पिछले दरवाजों से घुसकर और तोड़-मरोड़ करके जिन लोगों ने इस देश का गलत इतिहास लिखा है, आज समय आ गया है कि वो समाज के सामने, देश की जनता के सामने आएं. इसी वजह से स्वाधीनता के अमृत महोत्सव में ऐसे अनेक विषय समाज के बीच में रखे गए. उन्होंने कहा कि स्वाधीनता आंदोलन चला था, तब हम कहां थे इसके प्रमाण मौजूद हैं. जिसकी जानकारी युवा शक्ति को होनी चाहिए. इसी को लेकर समाज के बीच जाना है. अब नैरेटिव का जमाना आ गया है, लड़ाई विमर्श की है आपको सामने होकर युद्ध नहीं करना है. अराजकता पैदा करना हमारा काम नहीं है. अनुशासन में रहकर अपनी उचित मांगों को लेकर संघर्ष करेंगे.

Also Read: रीट परीक्षा पर सदन में चर्चा के दौरान धारीवाल ने संघ और भाजपा पर बोला हमला, निंबाराम का नाम लेते ही फिर हुआ हंगामा

सोशल मीडिया की बकवास में न पड़ेंः उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया की बकवास में न पड़े अपनी ताकत वहां खर्च न करें. समाज के लिए और अपने अध्ययन में समय लगाएं. हमको यदि वहां काम करना भी है तो वो भी नैरेटिव बेस होना चाहिए. जब विमर्श के लिए लड़ते हैं, तो हर किसी को उत्तर नहीं देना होता. गाली गलौच की भाषा में न उलझे. उन्होंने कहा कि 100 वर्ष की अपनी ये लंबी यात्रा है. इतने समय में कभी शीर्ष पदों पर बैठे हुए व्यक्ति बोलते थे 'आई एम एक्सीडेंटल हिंदू', 'मुझे हिंदू नहीं गधा कह दो, ये स्वीकार है'. जिनको हिंदू शब्द से एलर्जी होती थी. आज वो दर-दर भटक रहे हैं. मंदिर-मंदिर में मत्था टेक रहे हैं और अपनी आइडेंटिटी दे रहे हैं कि हम भी हिंदू हैं, गोत्र बताते हुए घूम रहे हैं. आज उन्हें हिंदू समझ में आ रहा है हिंदूत्व समझ में नहीं आ रहा. थोड़े दिन बाद वो भी समझ आ जाएगा. उन्होंने स्पष्ट किया हिंदुत्व का जो त्व होता है, वो उसकी आत्मा होती है. वो उस का मूल तत्व होता है, वह भी समझ में आ जाएगा. बात केवल इतनी है कि समय बदला है. इस देश में हिंदू को दोयम दर्जे का माना जाता था. लगातार हमारे कार्य करने से आज हिंदू का विमर्श स्थापित किया गया. इसी तरह भारत की सनातन संस्कृति, भारत के महापुरुष इन सब का विमर्श भी पॉजिटिव तरीके से आगे तक बढ़ाना होगा.

Also Read: RSS प्रचारक निंबाराम के खिलाफ FIR रद्द, पूनिया बोले, ''सरकार के षड्यंत्र का हुआ पर्दाफाश'

राजस्थानी को राजभाषा व हिंदी को विश्व भाषा बनाने की मांगः छात्र शक्ति मंथन के मंच से राजस्थानी को राजभाषा और हिंदी को विश्व भाषा बनाने की भी मांग उठी. छात्र शक्ति मंथन के बाद एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने विभिन्न मांगों को लेकर राज्यपाल को ज्ञापन देने के लिए सिविल लाइंस कूच किया. हालांकि पुलिस प्रशासन की ओर से उन्हें श्याम नगर मेट्रो स्टेशन पर ही रोक दिया गया. इस दौरान पुलिस प्रशासन और कार्यकर्ताओं के बीच हल्की झड़प भी देखने को मिली.

एबीवीपी की प्रमुख मांगे: राजस्थान में आयोजित विभिन्न राज्य परीक्षाओं के पेपर लीक में सम्मिलित सभी व्यक्तियों, संस्थानों पर कार्रवाई की जाए और सीबीआई की जांच की जाए - राजस्थान में वीरांगनाओं के साथ हो रहे दुर्व्यवहार पर ध्यान देते हुए उनकी मांगों पर अमल किया जाए - दिनोंदिन राजस्थान में बढ़ती गैंगवार जैसी घटनाओं पर रोक लगे - पुलिस के माध्यम से अनावश्यक जनता पर दबाव और अनुचित पुलिसिया कार्रवाई, लाठीचार्ज जैसी घटनाओं पर रोक लगे - बेरोजगारों की मांगों का जल्द से जल्द निराकरण करते हुए भर्तियों का आयोजन किया जाए

Last Updated : Mar 21, 2023, 10:21 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.