नई दिल्ली : अमेरिका में अलास्का के एंचोरेज (Anchorage) में उपकरण सिम्युलेटर प्रशिक्षण क्षेत्र (Equipment Simulator Training Area) में भारतीय और अमेरिकी सेनाओं के बीच संयुक्त युद्ध अभ्यास (Ex Yudh Abhyas 21) चल रहा है. इस दौरान भारतीय और अमेरिकी सेनाओं ने एक संयुक्त काउंटर इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (C-IED) और काउंटर अनमैन्ड एरियल सिस्टम (C-UAS) का प्रशिक्षण किया.
अमेरिका के असैन्य और सैन्य विशेषज्ञों ने भारतीय सैनिकों को मीडियम माइन प्रोटेक्टेड व्हीकल (द पैंथर) और माइन प्रोटेक्टेड क्लीयरेंस व्हीकल (द बफेलो) को ऑपरेट करना सिखाया.
इसके बाद भारतीय सैनिकों ने सीआई/सीटी ग्रिड में इस्तेमाल होने वाले सी-आईईडी के अपने तरीके प्रदर्शित किए. आईईडी का पता लगाने, संभालने और नष्ट करने के लिए एक संयुक्त प्रशिक्षण आयोजित किया गया.
अमेरिकी सेना ने माइंस (खदान) और बमों का पता लगाने और उन्हें नष्ट करने के लिए दूर से संचालित वाहन (ROV) के उपयोग का भी प्रदर्शन किया.
दोनों देशों के सैनिकों ने अमेरिकी सेना द्वारा ड्रोन बस्टर गन (Drone Buster Gun) के प्रदर्शन में भी भाग लिया, जिसका इस्तेमाल ड्रोन की फ्रीक्वेंसी को जाम करने के लिए किया जाता है.
भारत और अमेरिका द्विपक्षीय सैन्य सहयोग को और बढ़ाने के लिए अलास्का में 15 दिन का सैन्य अभ्यास कर रहे हैं. 15 अक्टूबर को शुरू हुए इस सैन्य अभ्यास का आयोजन अलास्का में ज्वाइंट बेस एलमंडोर्फ रिचर्डसन में 29 अक्टूबर तक किया जाएगा.
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