ETV Bharat / bharat

इस साल शादी के बंधन में बंधने वालों के लिए खुशखबरी, विवाह के 15 शुभ मुहूर्त

वर्ष समाप्ति की तरफ है. महज दो महीने बाद नया वर्ष आ जाएगा. ऐसे में इस वर्ष शादी के बंधन में बंधने वाले जोड़े सोच रहे होंगे कि इस वर्ष अब विवाह के लिये शुभ मुहूर्त (marriage muhurta ) नहीं बचा है. ऐसा नहीं है. नवंबर और दिसंबर में विवाह के योग्य 15 शुभ मुहूर्त हैं. तो आइये जानते हैं, कौन सी हैं वह तिथियां...

इस साल शादी के बंधन में बंधने वालों के लिए खुशखबरी, विवाह के 15 शुभ मुहूर्त
इस साल शादी के बंधन में बंधने वालों के लिए खुशखबरी, विवाह के 15 शुभ मुहूर्त
author img

By

Published : Oct 29, 2021, 3:54 PM IST

नई दिल्लीः इस साल 19 नवंबर से 13 दिसंबर तक केवल 15 मुहूर्त हैं. ऐसे में देवउठनी एकादशी (Devuthani Ekadashi) से शादियां प्रारंभ हो जाएगी. नवंबर-दिसंबर में 15 दिन के शादियों के मुहूर्त में कई जोड़े शादी के बंधन में बंधेंगे. ज्योतिषाचार्य अनीष व्यास बताते हैं कि 15 नवंबर को देवउठनी एकादशी से शुभकार्य प्रारंभ हो जाते हैं.

अनीष व्यास के अनुसार, जुलाई में देवशयन होने के बाद 15 नवंबर को देवउठनी एकादशी (Devuthani Ekadashi) पर विवाह मुहूर्त के साथ शादियों का दौर फिर शुरू होगा. नवंबर में 7 और दिसंबर में 15 तारीख के पहले तक विवाह के सिर्फ 8 मुहूर्त ही होंगे.

ये रहेंगे मुहूर्त

नवंबर-19, 20, 21, 26, 28, 29 व 30

दिसंबर-1, 2, 5, 6, 7, 11, 12 व 13

15 नवंबर को चातुर्मास का समापन होगा. इसके साथ शुभ कार्य शुरू होगें. 16 दिसंबर 2021 से 13 जनवरी 2022 तक धनु संक्रांति का मलमास रहेगा.

ये भी पढ़ें-#etv bharat dharma: गुरु पुष्य नक्षत्र के साथ पूरे दिन रहेगा सर्वार्थ सिद्धि, अमृत सिद्धि योग

यह हैं 2022 शादी के श्रेष्ठ मुहूर्त

जनवरी – 15, 20, 21, 22, 23, 25, 26, 27, 28, 29

फरवरी – 5, 6, 9, 10, 11, 16, 17, 19 और 20

ये भी पढ़ें-#etv bharat dharma: 28 अक्टूबर को 677 साल बाद बन रहा गुरु और शनि का योग

चार और नौ मार्च को भी शुभ विवाह (happy marriage) का योग है. वहीं 14, 17, 21 और 22 अप्रैल को भी शादी की तिथि है. इसके अलावा, 11, 12, 18, 20 और 25 मई को भी शुभ विवाह का मुहूर्त है. 16, 10, 12, 15, 16 जून के अलावा, 3, 6, 8, 10, 11 और 14 जुलाई को भी विवाह किया जा सकता है. इसके बाद फिर नवंबर, 2022 में ही विवाह का मुहूर्त निकलेगा.

विवाह मुहूर्त में लग्न का महत्व

शादी-ब्याह के संबंध में लग्न का अर्थ होता है फेरे का समय. लग्न का निर्धारण शादी की तारीख तय होने के बाद ही होता है. यदि विवाह लग्न के निर्धारण में गलती होती है, तो विवाह के लिए यह एक गंभीर दोष माना जाता है. विवाह संस्कार में तिथि को शरीर, चंद्रमा को मन, योग व नक्षत्रों को शरीर का अंग और लग्न को आत्मा माना गया है, यानि लग्न के बिना विवाह अधूरा होता है.

क्यों मिलाई जाती है कुंडली

अनीष व्यास ने बताया कि रीति-रिवाज और पंचांग के अनुसार, विवाह में वर और वधू की कुंडलियों को मिलाया जाता है. इसमें वर और कन्या की कुंडलियों को देखकर उनके 36 गुणों को मिलाया जाता है. जब दोनों के न्यूनतम 18 से 32 गुण मिल जाते हैं, तो ही उनकी शादी के सफल होने की संभावना बनती है. बहुत से ऐसे लोग हैं, जिनके गुण मिलान में 24 से 32 गुण तक मिलते हैं, लेकिन वैवाहिक जीवन बहुत ही दुश्वारियों भरा होता है.

विश्वसनीय खबरों के लिये करें ईटीवी भारत एप डाउनलोड

नई दिल्लीः इस साल 19 नवंबर से 13 दिसंबर तक केवल 15 मुहूर्त हैं. ऐसे में देवउठनी एकादशी (Devuthani Ekadashi) से शादियां प्रारंभ हो जाएगी. नवंबर-दिसंबर में 15 दिन के शादियों के मुहूर्त में कई जोड़े शादी के बंधन में बंधेंगे. ज्योतिषाचार्य अनीष व्यास बताते हैं कि 15 नवंबर को देवउठनी एकादशी से शुभकार्य प्रारंभ हो जाते हैं.

अनीष व्यास के अनुसार, जुलाई में देवशयन होने के बाद 15 नवंबर को देवउठनी एकादशी (Devuthani Ekadashi) पर विवाह मुहूर्त के साथ शादियों का दौर फिर शुरू होगा. नवंबर में 7 और दिसंबर में 15 तारीख के पहले तक विवाह के सिर्फ 8 मुहूर्त ही होंगे.

ये रहेंगे मुहूर्त

नवंबर-19, 20, 21, 26, 28, 29 व 30

दिसंबर-1, 2, 5, 6, 7, 11, 12 व 13

15 नवंबर को चातुर्मास का समापन होगा. इसके साथ शुभ कार्य शुरू होगें. 16 दिसंबर 2021 से 13 जनवरी 2022 तक धनु संक्रांति का मलमास रहेगा.

ये भी पढ़ें-#etv bharat dharma: गुरु पुष्य नक्षत्र के साथ पूरे दिन रहेगा सर्वार्थ सिद्धि, अमृत सिद्धि योग

यह हैं 2022 शादी के श्रेष्ठ मुहूर्त

जनवरी – 15, 20, 21, 22, 23, 25, 26, 27, 28, 29

फरवरी – 5, 6, 9, 10, 11, 16, 17, 19 और 20

ये भी पढ़ें-#etv bharat dharma: 28 अक्टूबर को 677 साल बाद बन रहा गुरु और शनि का योग

चार और नौ मार्च को भी शुभ विवाह (happy marriage) का योग है. वहीं 14, 17, 21 और 22 अप्रैल को भी शादी की तिथि है. इसके अलावा, 11, 12, 18, 20 और 25 मई को भी शुभ विवाह का मुहूर्त है. 16, 10, 12, 15, 16 जून के अलावा, 3, 6, 8, 10, 11 और 14 जुलाई को भी विवाह किया जा सकता है. इसके बाद फिर नवंबर, 2022 में ही विवाह का मुहूर्त निकलेगा.

विवाह मुहूर्त में लग्न का महत्व

शादी-ब्याह के संबंध में लग्न का अर्थ होता है फेरे का समय. लग्न का निर्धारण शादी की तारीख तय होने के बाद ही होता है. यदि विवाह लग्न के निर्धारण में गलती होती है, तो विवाह के लिए यह एक गंभीर दोष माना जाता है. विवाह संस्कार में तिथि को शरीर, चंद्रमा को मन, योग व नक्षत्रों को शरीर का अंग और लग्न को आत्मा माना गया है, यानि लग्न के बिना विवाह अधूरा होता है.

क्यों मिलाई जाती है कुंडली

अनीष व्यास ने बताया कि रीति-रिवाज और पंचांग के अनुसार, विवाह में वर और वधू की कुंडलियों को मिलाया जाता है. इसमें वर और कन्या की कुंडलियों को देखकर उनके 36 गुणों को मिलाया जाता है. जब दोनों के न्यूनतम 18 से 32 गुण मिल जाते हैं, तो ही उनकी शादी के सफल होने की संभावना बनती है. बहुत से ऐसे लोग हैं, जिनके गुण मिलान में 24 से 32 गुण तक मिलते हैं, लेकिन वैवाहिक जीवन बहुत ही दुश्वारियों भरा होता है.

विश्वसनीय खबरों के लिये करें ईटीवी भारत एप डाउनलोड

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.