चेन्नई : किसान की बेटी स्वेगा स्वामीनाथन को अमेरिका से 3 करोड़ रुपये की छात्रवृत्ति (Chicago University Swega Saminathan scholarship) मिली है. इरोड जिले के कसीपालयम गांव में रहने वालीं स्वेगा स्वामीनाथन को शिकागो विश्वविद्यालय (farmer daughter Swega Saminathan scholarship) में स्नातक की डिग्री हासिल करने के लिए छात्रवृत्ति मिली है. बता दें कि शिकागो विश्वविद्यालय विश्व स्तर पर पहले 10 रैंक वाले विश्वविद्यालयों में से एक है.
स्वेगा समीनाथन 14 साल की उम्र से डेक्सटेरिटी ग्लोबल (Dexterity Global) अकादमी में लीडरशिप डेवलपमेंट और करियर डेवलपमेंट प्रोग्राम्स में प्रशिक्षण ले रही हैं. उन्होंने अपनी सरलता और डेक्सटेरिटी में मिले प्रशिक्षण के बाद यह अद्भुत अवसर हासिल किया है.
बता दें कि स्वेगा समीनाथन अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में पहले भी कई पुरस्कार जीत चुकी हैं. दिलचस्प है कि स्वेगा के परिवार में किसी को भी स्नातक की डिग्री नहीं मिली है.
शिकागो यूनिवर्सिटी से स्कॉलरशिप की उपलब्धि पर स्वेगा स्वामीनाथन ने ईटीवी भारत से कहा, यह उनके पूरे परिवार के लिए बहुत गर्व का क्षण है. उन्होंने अपनी इस उपलब्धि के लिए अपने माता-पिता, शिक्षकों और उन सभी रिश्तेदारों को धन्यवाद दिया, जिन्होंने इस यात्रा में उनका साथ दिया.
स्वेगा को डेक्सटेरिटी ग्लोबल के सीईओ शरद विवेक सागर से प्रेरणा मिली. स्वेगा ने बताया कि गणतंत्र दिवस पर उनके स्कूल में सागर का भाषण हुआ था. इसके बाद डेक्सटेरिटी ग्लोबल ने अमेरिकी विश्वविद्यालयों से उनका परिचय कराया.
डेक्सटेरिटी ग्लोबल के संस्थापक शरद विवेक सागर ने एक ट्वीट में कहा, 'यह बहुत बड़ा सम्मान है.' उन्होंने लिखा कि तमिलनाडु के इरोड से कॉलेज फेलो के लिए किसान की बेटी 17 वर्षीय स्वेगा को 3 करोड़ की पूर्ण छात्रवृत्ति मिली है. स्वेगा को यह छात्रवृत्ति दुनिया के शीर्ष 10 विश्वविद्यालयों में से एक शिकागो विश्वविद्यालय से मिली है.
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शरद सागर ने बताया कि डेक्सटेरिटी ग्लोबल एक गैर-लाभकारी, राष्ट्रीय संगठन है जो अगली पीढ़ी के लीडर्स को शैक्षिक अवसरों और प्रशिक्षण देता है.