नई दिल्ली : राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) और विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) के नेताओं ने भी समान नागरिक संहिता का समर्थन किया है. समान नागरिक संहिता पर चर्चा के लिए दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में आरएसएस प्रचारक, मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के संरक्षक इंद्रेश कुमार और विश्व हिन्दू परिषद के कार्याध्यक्ष आलोक कुमार भी मौजूद थे.
इंद्रेश कुमार ने मीडिया से कहा कि भारत के लोग धर्म के नाम पर विभाजित न हों, और न ही एक दूसरे से लड़ें, 'एक देश, एक नागरिकता' और एक झंडे के साथ सब चलें.
उन्होंने कहा कि इसलिए देश की यह मौलिक आवश्यकता है. सभी अपने-अपने धर्मों के प्रति आस्था रखें और दूसरे धर्मो का भी सम्मान करें. हम समान नागरिक संहिता का समर्थन करते हैं.
विहिप के कार्याध्यक्ष आलोक कुमार ने भी इसका समर्थन किया और साथ ही अनुच्छेद 29 और 30 को भी अल्पसंख्यकों के साथ-साथ बहुसंख्यकों के लिए भी समान अधिकार की मांग की है.
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आलोक कुमार ने कहा कि अनुच्छेद 29 और 30 अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को यह अधिकार देता है कि वो अपना शिक्षण संस्थान खोल सकते हैं और अपनी संस्कृति और परम्परा को बचाये रखने के लिए बिना किसी सरकारी हस्तक्षेप के उसको चला भी सकते हैं. ऐसे ही अधिकार बहुसंख्यकों को भी मिलना चाहिए. आर्टिकल 29 और 30 में संशोधन करके इसे सबके लिए समान कर देना चाहिए.