पटना : राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के लिए मंगलवार का दिन बड़ा ही अमंगलकारी साबित हुआ. पार्टी को एक के बाद दो झटके मिले. सबसे पहले खबर आई पार्टी के पांच एमएलसी जनता दल यूनाइटेड ( जेडीयू) में शामिल हो गए. उसके बाद राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवंश प्रसाद सिंह ने भी पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया.
पार्टी की कार्यप्रणाली से नाराज थे रघुवंश
रघुवंश पहले भी पार्टी की कार्यप्रणाली से नाराज चल रहे थे. इस बारे में उन्होंने कई बार खुलकर अपनी बात सामने रखी थी, हालांकि उनके इस्तीफे के बारे में कहा जा रहा है कि रघुवंश पूर्व लोजपा सांसद रामा सिंह को आरजेडी में शामिल किए जाने को लेकर नाराज चल रहे हैं. फिलहाल वह कोरोना पॉजिटिव हैं और पटना के एम्स में उनका इलाज चल रहा है.
टूट के सवाल से बचती दिख रही पार्टी
कुछ वक्त पहले ही जेडीयू के एक एमएलसी इकबाल अंसारी आरजेडी में शामिल हुए थे. माना जा रहा है कि उसी की जवाबी कार्रवाई में जेडीयू ने आरजेडी के पांच एमएलसी को तोड़ दिया है. पार्टी में बड़ी टूट को लेकर पार्टी नेता हैरान हैं, हालांकि इस बारे में राष्ट्रीय जनता दल के प्रवक्ता कुछ भी कहने से परहेज करते नजर आए.
जनता सिखाएगी सबक- भाई वीरेंद्र
पार्टी के मुख्य प्रवक्ता भाई वीरेंद्र ने कहा कि इस बारे में कोई आधिकारिक जानकारी नहीं है. जब जानकारी होगी तब मैं आपको बताऊंगा. लेकिन इतना जरूर कह सकता हूं कि ये सब अफवाह है. ऐसा कुछ नहीं है. लेकिन, जो भी पार्टी छोड़कर जाएगा वो अपने पैर पर कुल्हाड़ी मारेगा. जनता भी उन्हें सबक सिखाएगी. बिहार की जनता लगातार तेजस्वी यादव की ओर देख रही है. भविष्य में आरजेडी की ही सरकार बनने वाली है.
आरजेडी के पांच एमएलसी जेडीयू में शामिल
विधान परिषद चुनाव से पहले आरजेडी में बड़ी टूट देखने को मिली है. पार्टी के 5 एमएलसी ने जेडीयू का दामन थाम लिया है. जो आरजेडी के लिए दोहरा बड़ा झटका है. पार्टी छोड़ने वालों में इसमें राधाचरण साह, दिलीप राय, संजय प्रसाद, रणविजय सिंह और कमरे आलम का नाम शामिल है. सभी ने मुख्यमंत्री आवास में सीएम नीतीश कुमार के सामने जेडीयू में शामिल हो गए.