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भारत में छोटे उपक्रमों को डिजिटल बनाने पर एक अरब डॉलर का निवेश करेगी अमेजन

भारत के लघु और मध्यम उद्योगों के लिए एक अच्छी खबर है. इन उद्योगों को डिजिटल बनाने के उद्देश्य से अमेजन ने 7000 करोड़ रुपये निवेश किए हैं, जिसके बाद अब ये उद्योग अपने उत्पादों को ऑनलाइन बेच सकेंगे. इस संबंध में अमेजन के प्रमुख जेफ बेजोस ने इन उद्यमों पर आयोजित सम्मेलन को संबोधित किया.

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एक अरब डॉलर का निवेश करेगी अमेजन
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Published : Jan 15, 2020, 7:42 PM IST

नई दिल्ली : दुनिया की प्रमुख ई-कॉमर्स कम्पनी अमेजन ने भारत के लघु एवं मध्यम उपक्रमों (एसएमबी) को डिजिटल बनाने पर एक अरब डॉलर (7,000 करोड़ रुपये) का निवेश करने की घोषणा की है. इससे लघु एवं मध्यम उपक्रम ऑनलाइन अपने उत्पाद बेच सकेंगे.

अमेजन के संस्थापक जेफ बेजोस ने लघु एवं मझोले उपक्रमों पर आयोजित अमेजन संभव सम्मेलन को संबोधित करते हुए यह घोषणा की. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कम्पनी अपनी वैश्विक पहुंच के जरिए 2025 तक 10 अरब डॉलर के ‘मेक इन इंडिया’ उत्पादों का निर्यात करेगी. दो दिन के इस सम्मेलन में इस बात पर चर्चा की जाएगी कि कैसे लघु एवं मझोले उपक्रमों को प्रौद्योगिकी के प्रति जागरूक किया जा सकता है.

इससे पहले आनलाइन खुदरा क्षेत्र की दिग्गज कम्पनी भारत में 5.5 अरब डॉलर के निवेश की प्रतिबद्धता जता चुकी है. अमेरिका के बाहर भारत अमेजन के लिए सबसे महत्वपूर्ण बाजार है.

बेजोस ने कहा, 'हम भारत के साथ दीर्घावधि की भागीदारी को प्रतिबद्ध हैं. हम बोलने से अधिक काम करने में विश्वास करते हैं.'

उन्होंने कहा कि अमेजन अगले पांच साल के दौरान देश के सूक्ष्म और लघु उपक्रमों को डिजिटल करने पर एक अरब डॉलर का अतिरिक्त निवेश करेगी. उससे ऐसे उपक्रम अधिक ग्राहकों तक अपने माल पहुंचा सकेंगे. बेजोस ने कहा कि इस पहल के लिए अमेजन की वैश्विक पहुंच का लाभ उठाकर भारत से 2025 तक 10 अरब डॉलर का निर्यात किया जाएगा.

बेजोस ने कहा, 'इसका लक्ष्य अधिक से अधिक लोगों को भारत की समृद्धि में भागीदार बनाना है. हम यह घोषणा इस समय इसलिए कर रहे हैं क्योंकि यह काम कर रहा है. जब कुछ काम करता हैं, तो आप उस पर दोगुना प्रयास कर सकते हैं. यही वजह है कि हम ऐसा कर रहे हैं.'

पढ़ें : अमेजन ने भारतीय इकाइयों में 1,700 करोड़ रुपये से अधिक की पूंजी डाली

बेजोस के अनुसार अमेजन का मानना है कि इस निवेश से लाखों लोगों को देश की भविष्य की समृद्धि का हिस्सा बनाया जा सकेगा. साथ ही दुनियाभर के सामने मेक इन इंडिया उत्पाद पहुंचाए जा सकेंगे.

कम्पनी ने इससे पहले कहा था कि उसका अनुमान है कि उसके वैश्विक बिक्री कार्यक्रम के तहत ई-कॉमर्स निर्यात 2023 तक पांच अरब डॉलर पर पहुंच जाएगा.

बेजोस तीन दिन की भारत यात्रा पर हैं. वह मंगलवार को महात्मा गांधी की समाधि राजघाट भी गए थे.

बेजोस ने कहा कि 21वीं सदी भारत की सदी होगी. उन्होंने कहा कि 21वीं सदी में भारत-अमेरिका गठजोड़ सबसे महत्वपूर्ण होगा.

बेजोस अपनी भारत यात्रा के दौरान शीर्ष सरकारी अधिकारियों, उद्योगपतियों और एसएमबी उद्यमियों के साथ मुलाकात करेंगे.

बेजोस ऐसे समय भारत यात्रा पर आए हैं जबकि भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग ने अमेजन और फ्लिपकार्ट जैसी ई-कॉमर्स कम्पनियों द्वारा दी जाने वाली भारी छूट और अन्य चीजों की जांच का आदेश दिया है. वहीं छोटे दुकानदार आनलाइन कम्पनियों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.

व्यापारियों के प्रमुख संगठन कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स ने कहा है कि बेजोस की भारत यात्रा के दौरान वह देशभर के 300 शहरों में विरोध प्रदर्शन करेगा.

पिछले साल सरकार ने विदेशी निवेश वाली ई-कॉमर्स कम्पनियों के लिए नियमों को कड़ा किया था. इनके तहत ऐसी कम्पनियों के ऐसे विक्रेताओं के उत्पाद बेचने पर रोक लगाई गई थी, जिसमें उनकी हिस्सेदारी है.

इसके अलावा विशिष्ट विपणन करार पर भी रोक लगाई गई थी. इसके बाद अमेजन ने अपने संयुक्त उद्यमों का पुनर्गठन किया था ताकि अनुपालन सुनिश्चित किया जा सके.

समझा जाता है कि बेजोस विभिन्न सरकारी अधिकारियों के साथ बैठक में ये मुद्दे उठाएंगे.

नई दिल्ली : दुनिया की प्रमुख ई-कॉमर्स कम्पनी अमेजन ने भारत के लघु एवं मध्यम उपक्रमों (एसएमबी) को डिजिटल बनाने पर एक अरब डॉलर (7,000 करोड़ रुपये) का निवेश करने की घोषणा की है. इससे लघु एवं मध्यम उपक्रम ऑनलाइन अपने उत्पाद बेच सकेंगे.

अमेजन के संस्थापक जेफ बेजोस ने लघु एवं मझोले उपक्रमों पर आयोजित अमेजन संभव सम्मेलन को संबोधित करते हुए यह घोषणा की. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कम्पनी अपनी वैश्विक पहुंच के जरिए 2025 तक 10 अरब डॉलर के ‘मेक इन इंडिया’ उत्पादों का निर्यात करेगी. दो दिन के इस सम्मेलन में इस बात पर चर्चा की जाएगी कि कैसे लघु एवं मझोले उपक्रमों को प्रौद्योगिकी के प्रति जागरूक किया जा सकता है.

इससे पहले आनलाइन खुदरा क्षेत्र की दिग्गज कम्पनी भारत में 5.5 अरब डॉलर के निवेश की प्रतिबद्धता जता चुकी है. अमेरिका के बाहर भारत अमेजन के लिए सबसे महत्वपूर्ण बाजार है.

बेजोस ने कहा, 'हम भारत के साथ दीर्घावधि की भागीदारी को प्रतिबद्ध हैं. हम बोलने से अधिक काम करने में विश्वास करते हैं.'

उन्होंने कहा कि अमेजन अगले पांच साल के दौरान देश के सूक्ष्म और लघु उपक्रमों को डिजिटल करने पर एक अरब डॉलर का अतिरिक्त निवेश करेगी. उससे ऐसे उपक्रम अधिक ग्राहकों तक अपने माल पहुंचा सकेंगे. बेजोस ने कहा कि इस पहल के लिए अमेजन की वैश्विक पहुंच का लाभ उठाकर भारत से 2025 तक 10 अरब डॉलर का निर्यात किया जाएगा.

बेजोस ने कहा, 'इसका लक्ष्य अधिक से अधिक लोगों को भारत की समृद्धि में भागीदार बनाना है. हम यह घोषणा इस समय इसलिए कर रहे हैं क्योंकि यह काम कर रहा है. जब कुछ काम करता हैं, तो आप उस पर दोगुना प्रयास कर सकते हैं. यही वजह है कि हम ऐसा कर रहे हैं.'

पढ़ें : अमेजन ने भारतीय इकाइयों में 1,700 करोड़ रुपये से अधिक की पूंजी डाली

बेजोस के अनुसार अमेजन का मानना है कि इस निवेश से लाखों लोगों को देश की भविष्य की समृद्धि का हिस्सा बनाया जा सकेगा. साथ ही दुनियाभर के सामने मेक इन इंडिया उत्पाद पहुंचाए जा सकेंगे.

कम्पनी ने इससे पहले कहा था कि उसका अनुमान है कि उसके वैश्विक बिक्री कार्यक्रम के तहत ई-कॉमर्स निर्यात 2023 तक पांच अरब डॉलर पर पहुंच जाएगा.

बेजोस तीन दिन की भारत यात्रा पर हैं. वह मंगलवार को महात्मा गांधी की समाधि राजघाट भी गए थे.

बेजोस ने कहा कि 21वीं सदी भारत की सदी होगी. उन्होंने कहा कि 21वीं सदी में भारत-अमेरिका गठजोड़ सबसे महत्वपूर्ण होगा.

बेजोस अपनी भारत यात्रा के दौरान शीर्ष सरकारी अधिकारियों, उद्योगपतियों और एसएमबी उद्यमियों के साथ मुलाकात करेंगे.

बेजोस ऐसे समय भारत यात्रा पर आए हैं जबकि भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग ने अमेजन और फ्लिपकार्ट जैसी ई-कॉमर्स कम्पनियों द्वारा दी जाने वाली भारी छूट और अन्य चीजों की जांच का आदेश दिया है. वहीं छोटे दुकानदार आनलाइन कम्पनियों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.

व्यापारियों के प्रमुख संगठन कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स ने कहा है कि बेजोस की भारत यात्रा के दौरान वह देशभर के 300 शहरों में विरोध प्रदर्शन करेगा.

पिछले साल सरकार ने विदेशी निवेश वाली ई-कॉमर्स कम्पनियों के लिए नियमों को कड़ा किया था. इनके तहत ऐसी कम्पनियों के ऐसे विक्रेताओं के उत्पाद बेचने पर रोक लगाई गई थी, जिसमें उनकी हिस्सेदारी है.

इसके अलावा विशिष्ट विपणन करार पर भी रोक लगाई गई थी. इसके बाद अमेजन ने अपने संयुक्त उद्यमों का पुनर्गठन किया था ताकि अनुपालन सुनिश्चित किया जा सके.

समझा जाता है कि बेजोस विभिन्न सरकारी अधिकारियों के साथ बैठक में ये मुद्दे उठाएंगे.

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भारत में छोटे उपक्रमों को डिजिटल बनाने पर एक अरब डॉलर का निवेश करेगी अमेजन : बेजोस



नयी दिल्ली, 15 जनवरी (भाषा) दुनिया की प्रमुख ई-कॉमर्स कंपनी अमेजन ने भारत के लघु एवं मझोले उपक्रमों (एसएमबी) को डिजिटल बनाने पर एक अरब डॉलर (7,000 करोड़ रुपये) का निवेश करने की घोषणा की है. इससे लघु एवं मझोले उपक्रम आनलाइन अपने उत्पाद बेच सकेंगे.



अमेजन के प्रमुख जेफ बेजोस ने बुधवार को यहां लघु एवं मझोले उपक्रमों पर आयोजित अमेजन संभव सम्मेलन को संबोधित करते हुए यह घोषणा की. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कंपनी अपनी वैश्विक पहुंच के जरिये 2025 तक 10 अरब डॉलर के ‘मेक इन इंडिया’ उत्पादों का निर्यात करेगी. दो दिन के इस सम्मेलन में इस बात पर चर्चा की जाएगी कि कैसे लघु एवं मझोले उपक्रमों को प्रौद्योगिकी के प्रति जागरूक किया जा सकता है.



इससे पहले आनलाइन खुदरा क्षेत्र की दिग्गज कंपनी भारत में 5.5 अरब डॉलर के निवेश की प्रतिबद्धता जता चुकी है. अमेरिका के बाहर भारत अमेजन के लिए सबसे महत्वपूर्ण बाजार है.



बेजोस ने कहा कि हम भारत के साथ दीर्घावधि की भागीदारी को प्रतिबद्ध हैं. हम बोलने से अधिक काम करने में विश्वास करते हैं.



उन्होंने कहा कि अगले पांच साल के दौरान देश के सूक्ष्म और लघु उपक्रमों को डिजिटल करने पर एक अरब डॉलर का अतिरिक्त निवेश करेगी. उससे ऐसे उपक्रम अधिक ग्राहकों तक अपने माल पहुंचा सकेंगे. बेजोस ने कहा कि इस पहल के लिए अमेजन की वैश्विक पहुंच का लाभ उठाकर भारत से 2025 तक 10 अरब डॉलर का निर्यात किया जाएगा.



बेजोस ने कहा, ‘‘इसका लक्ष्य अधिक से अधिक लोगों को भारत की समृद्धि में भागीदार बनाना है. हम यह घोषणा इस समय इसलिए कर रहे हैं क्योंकि यह काम कर रहा है. जब कुछ काम करता हैं, तो आप उस पर दोगुना प्रयास कर सकते हैं. यही वजह है कि हम ऐसा कर रहे हैं.’’



उन्होंने कहा कि अमेजन का मानना है कि इस निवेश से लाखों लोगों को देश की भविष्य की समृद्धि का हिस्सा बनाया जा सकेगा. साथ ही दुनिया भर के सामने मेक इन इंडिया उत्पाद पहुंचाए जा सकेंगे.



कंपनी ने इससे पहले कहा था कि उसका अनुमान है कि उसके वैश्विक बिक्री कार्यक्रम के तहत ई-कॉमर्स निर्यात 2023 तक पांच अरब डॉलर पर पहुंच जाएगा.



बेजोस तीन दिन की भारत यात्रा पर हैं. वह मंगलवार को महात्मा गांधी की समाधि राजघाट गए थ.



बेजोस ने कहा कि 21वीं सदी भारत की सदी होगी. अमेजन के संस्थापक ने कहा कि 21वीं सदी में भारत-अमेरिका गठजोड़ सबसे महत्वपूर्ण होगा.



बेजोस अपनी भारत यात्रा के दौरान शीर्ष सरकारी अधिकारियों, उद्योगपतियों और एसएमबी उद्यमियों के साथ मुलाकात करेंगे.



बेजोस ऐसे समय भारत यात्रा पर आए हैं जबकि भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग ने अमेजन और फ्लिपकार्ट जैसी ई-कॉमर्स कंपनियों द्वारा दी जाने वाली भारी छूट और अन्य चीजों की जांच का आदेश दिया है. वहीं छोटे दुकानदार आनलाइन कंपनियों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.



व्यापारियों के प्रमुख संगठन कनफेडरेशन आफ आल इंडिया ट्रेडर्स ने कहा है कि बेजोस की भारत यात्रा के दौरान वह देशभर के 300 शहरों में विरोध प्रदर्शन करेगा.



पिछले साल सरकार ने विदेशी निवेश वाली ई-कॉमर्स कंपनियों के लिए नियमों को कड़ा किया था. इनके तहत ऐसी कंपनियों के ऐसे विक्रेताओं के उत्पाद बेचने पर रोक लगाई गई थी जिसमें उनकी हिस्सेदारी है. इसके अलावा विशिष्ट विपणन करार पर भी रोक लगाई गई थी. इसके बाद अमेजन ने अपने संयुक्त उद्यमों का पुनर्गठन किया था ताकि अनुपालन सुनिश्चित किया जा सके.



समझा जाता है कि बेजोस विभिन्न सरकारी अधिकारियों के साथ बैठक में ये मुद्दे उठाएंगे.


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