अजमेर. तीर्थराज पुष्कर से इजरायली पर्यटकों का पुराना नाता है. यहां इजरायलियों के व्यापारिक संबंधों के साथ ही पारिवारिक संबंध भी हैं. इसी तरह पुष्कर से भी कई लोग इजरायल में रेस्टोरेंट व अन्य कार्यों से जुड़े हैं. वर्तमान में इजरायल और फिलिस्तीन के बीच जंग छिड़ी हुई है. आतंकी संगठन हमास के हमले के बाद से ही इजरायल भी लगातार गाजा पट्टी पर बम बरसा रहा है. ऐसे में इस विकट परिस्थिति में पुष्कर के 16 लोग इजरायल में हैं और सभी सुरक्षित हैं. बता दें कि वहां ज्यादात्तर लोग शादी कर चुके हैं और वहीं अपने परिवार के साथ रह रहे हैं.
पुष्कर निवासी रवि जैन ने बताया कि पुष्कर में उनके सहित करीब 17 लोगों के वैवाहिक संबंध इजरायल में स्थापित हुए हैं. वह अपने इजरायल निवासी अपनी पत्नी के साथ पुष्कर में रहते हैं. जबकि शेष लोग इजरायल में रहकर अलग-अलग काम कर रहे हैं. वहां उन्होंने अपना परिवार बसा लिया है. इनमें से ज्यादातर लोग संपर्क में हैं. पिछले दिनों हमास के हमले के बाद इजरायल में पुष्कर निवासी लोगों से संपर्क किया गया था. वहां सभी सुरक्षित हैं. फ्लाइट बंद होने के कारण वो वहां से निकल नहीं सकते हैं. हालांकि वहां शादियां कर चुके पुष्कर के लोग वापसी के बारे में नहीं सोच रहे हैं, बल्कि परिवार के साथ वहीं रह रहे हैं.
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उन्होंने आगे बताया कि इजरायल में पुष्कर के निवासी लोगों में धर्म कच्छावा, अनिल गौड़, बाबू गुर्जर, हित शर्मा, कालू और लड्डा संपर्क में हैं. उन्होंने बताया कि हमास के हमले में कोई आहात नहीं हुआ है. साथ ही बताया कि पुष्कर निवासी कालू वहां कालू बाबा के नाम से प्रसिद्ध है. उसका थाली नाम से रेस्टोरेंट भी है, जो काफी फेमस है.
घर पर खाना बनाकर सैनिकों को बांट रहे - इजरायल में पुष्कर निवासी अनिल गौड़ बताते हैं कि गुरुवार रात को पुष्कर निवासी करीब 7 से 8 लोग उनसे मिलने उनके घर आए थे. सभी लोगों ने उनसे हालातों के बारे में चर्चा की. हम सभी लोग इस दुख की घड़ी में इजरायल के साथ खड़े है और हमसे जो भी मदद बन पड़ रही है, वो हम कर रहे हैं. यहां सामान्य व्यक्ति भी इस संकट की घड़ी में सेना में शामिल हो रहा है. गौड़ ने बताया कि पुष्कर निवासी कालू का यहां इंडियन रेस्टोरेंट थाली के नाम से प्रसिद्ध है. वो रेस्टोरेंट बंद हो जाने के बाद भी घर पर खाना बनाकर सैनिकों को खिला रहे हैं.
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सुख में साथ थे तो दुख में कैसे छोड़े - इजरायल में ट्रेवल्स का बिजनेस कर रहे पुष्कर निवासी अनिल गौड़ बताते हैं कि 12 साल में कई बार टकराव की स्थिति बनी, लेकिन इस तरह की दरिंदगी नहीं हुई. खैर, इजरायल में हर खुशी में हम शरीक हुए तो अब दुख की इस घड़ी में हम इजरायल छोड़कर नहीं जाएंगे. हमारा परिवार यहीं है. 6 दिन से यहां युद्ध चल रहा है. इस बीच दो दिन पहले ही इजरायल की फ्लाइट से वो यूरोप से लौटा है.
उन्होंने कहा कि उनके रिश्तेदारों और परिचितों ने उन्हें खूब कहा कि वो वापस पुष्कर लौट आए, लेकिन वो पुष्कर आने की बजाय इजरायल में अपने परिवार के साथ हैं. स्थानीय इजरायलियों का जज्बा देखकर उनका भी हौसला बढ़ा है. भारत सरकार ने इजरायल में रह रहे भारतीय नागरिकों को निकालने का प्रयास शुरू कर दिया है, जो भी भारतीय नागरिक वतन लौटना चाहते हैं उनके लिए विकल्प खुला है. फिलहाल हम लोगों ने यहीं पर रहकर सेवा करने का निर्णय लिया है.
सनातन धर्म ने हमें यही सिखाया - इजरायल में पुष्कर निवासी कालू बाबा का इंडियन रेस्टोरेंट है. ईटीवी भारत से बातचीत में कालू बाबा कहते हैं कि इजरायल से बहुत प्यार और सम्मान मिला है. यहां हमारे बच्चे और परिवार हैं. सनातन धर्म से यही सीखा है कि वसुधैव कुटुम्बकम् यानी पूरा संसार हमारा परिवार है. 10 वर्ष से इजरायल में रह रहा हूं. जंग के हालात में किसी भी सूरत में यहां से छोड़कर नहीं जाऊंगा.
पीएम नरेंद्र मोदी का धन्यवाद - इजरायल में रेस्टोरेंट संचालक कालू बाबा कहते हैं कि इजरायल पर हमास आतंकियों के हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट करके इजरायल का समर्थन किया था. इससे हमारा मनोबल और भी बढ़ गया है. ट्रेवल्स का बिजनेस कर रहे अनिल गौड़ बताते हैं कि इजरायल में रहकर मैंने काफी पैसे कमाए कुछ सेविंग भी की. इजरायल से मुझे बहुत कुछ मिला लेकिन अब इजरायल संकट में है तो मैं वापस कैसे आ सकता हूं?. सेविंग के पैसे से जितनी मदद हो सकती है, उतनी करने का प्रयास कर रहा हूं.