भीलवाड़ा: राजस्थान की महात्मा ज्योतिबा फुले कृषि उपज मंडी में एक हादसे में महिला की मौत (Accident in Bhilwara Mandi women died) के बाद हंगामा हो गया. 3 घंटे तक चले हंगामे के बाद जब व्यापारियों और श्रमिकों ने मुआवजा राशि जुटाने की बात कही तब जाकर मामला शांत हुआ.
कृषि उपज मंडी में महिला श्रमिक कंचन देवी की रविवार को पिकअप की चपेट में आने से मौत हो गई. महिला की मौत के बाद मंडी में मौजूद श्रमिकों में रोष व्याप्त हो गया. उन्होंने नाराजगी व्यक्त करते हुए करीब तीन घंटे तक प्रदर्शन किया, श्रमिक मंडी समिति से मुआवजे की मांग कर रहे थे. इसके बाद कृषि उपज मंडी के व्यापारियों ने 1 लाख रुपये नकद और श्रमिक समिति ने करीब डेढ़ लाख रुपए का मुआवजा सबकी सहमति और सहभागिता से देने की घोषणा की उसके बाद मामला शांत हुआ.
सीओ सदर रामचंद्र चौधरी ने कहा कि अगरपुरा निवासी कंचन नायक अभी आरके कॉलोनी में रहकर कृषि मंडी में मजदूरी कर गुजर-बसर कर रहा था. रोजमर्रा की भांति रविवार को भी वह कृषि उपज मंडी परिसर में गई. दोपहर में साथी मजदूरों के लिए चाय लाने के लिए होटल पर जा रही थी. इसी दौरान मंडी परिसर में ही एक पिकअप को चालक ने लापरवाही पूर्वक पीछे लिया, जिससे कंचन चपेट में आ गई और उसका सिर टायर तले कुचल गया.
यह भी पढ़ें- मातम में बदली खुशियां, भीषण सड़क हादसे में 4 की मौत, चार घायल
हादसे के बाद उसे तत्काल जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टर्स ने उसे मृत घोषित कर दिया. पोस्टमार्टम के बाद कंचन का शव लेकर उसका पति और अन्य परिजन कृषि उपज मंडी पहुंच गए. जहां सभी मजदूरों ने मृतक आश्रितों को मुआवजा दिलाने की मंडी प्रबंधन से मांग करते हुए हंगामा कर दिया. इस पर काफी मान-मनौव्वल के बाद व्यापारियों ने 1 लाख रुपये नकद और श्रमिकों ने करीब डेढ़ लाख रुपए का मुआवजा सबकी सहमति और सहभागीता से देने की घोषणा की उसके बाद मामला शांत हुआ.