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कश्मीर घाटी से मई के 20 दिनों में 11 युवक लापता - 11 युवक लापता

एक रिपोर्ट के मुताबिक कश्मीर घाटी से हाल के दिनों में ग्यारह युवक लापता हुए हैं (11 Kashmiri youth missing in May so far). लापता युवकों में मास्टर ऑफ साइंस (M.Sc.) और बैचलर ऑफ एजुकेशन (B.Ed) डिग्री धारक भी शामिल हैं.

11 youth have gone missing in May so far
20 दिनों में 11 युवक लापता
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Published : May 23, 2022, 11:37 AM IST

श्रीनगर : कश्मीर घाटी से मई 2022 के शुरुआती 20 दिन में ही 11 युवक घर से लापता हो चुके हैं. एक रिपोर्ट में ये जानकारी सामने आई है. पुलवामा जिले के अरबल इलाके से मास्टर ऑफ साइंस (एमएससी) और बैचलर ऑफ एजुकेशन (बी.एड) की डिग्री हासिल करने वाला युवक इरफान अहमद मलिक पिछले छह दिनों से लापता है. परिवार ने उसकी वापसी की अपील की है. इसी तरह पुलवामा जिले के दरबगाम गांव के नजीर अहमद बट का बेटा फाजिल अहमद बट 14 मई को घर से निकला और वापस नहीं लौटा. फाजिल मारे गए आतंकी जाहिद अहमद उर्फ ​​जाहिद टाइगर का छोटा भाई है. जाहिद अहमद कुछ साल पहले सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ के दौरान मारा गया था.

पुलवामा जिले के गोदुरा क्षेत्र के गुलाम कादिर वेगा का 18 वर्षीय पुत्र जुनैद अहमद भी इसी महीने की 13 तारीख से लापता है. उसके परिवार ने भी उससे घर लौटने की अपील की है. आधिकारिक सूत्रों ने हालांकि पुष्टि की कि उन्हें लापता होने की रिपोर्ट मिली है और वे युवाओं का पता लगाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं. दरअसल घाटी में युवाओं के अपने घरों से लापता होने के कई मामले पहले भी सामने आ चुके हैं, जिनमें से अधिकतर ने आतंकवाद का रास्ता अख्तियार कर लिया. हालांकि कुल मिलाकर आतंकवादियों की संख्या में काफी गिरावट आई है, लेकिन स्थानीय युवाओं के आतंकवाद में शामिल होने की प्रवृत्ति को अच्छे संकेत के रूप में नहीं देखा जा रहा है. अधिकारी स्थानीय युवाओं से आतंकवाद से दूर रहने की अपील कर रहे हैं. वास्तव में कई युवाओं को सुरक्षा बलों ने आतंकवाद के रास्ते पर जाने से रोका गया है.

कई युवक नहीं लौटे घर : इस बीच आधिकारिक रिपोर्टों के अनुसार 2022 (जनवरी-मार्च) के पहले तीन महीनों में कश्मीर में विदेशी आतंकवादियों की संख्या में तेजी से वृद्धि हुई है. आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक दक्षिण कश्मीर में 87, उत्तरी कश्मीर में 65 और मध्य कश्मीर में 16 आतंकवादी सक्रिय हैं. रिपोर्टों से पता चलता है कि इस साल के पहले तीन महीनों में लगभग 15 स्थानीय युवक लापता हो गए थे. जानकारी के मुताबिक तारन शोपियां के रहने वाले आफरीन अल्ताफ मलिक और शाकिर अहमद वाजा 17 मई 2022 से अपने घरों से लापता हैं. इस बीच किगाम शोपियां क्षेत्र के गुलाम मुहम्मद चोपन का पुत्र जाहिद अहमद चोपन 17 मई को घर से निकला लेकिन वापस नहीं लौटा. शोपियां के कटपुरा निवासी 15 वर्षीय मुजम्मिल वानी 9 मई से लापता है.

पढ़ें- 12 वर्षों से लापता कश्मीरी युवक ऐसे मिला परिवार से

परिवार वाले कर रहे घर वापसी की अपील : पुलवामा जिले के मनहगाम क्षेत्र का आबिद हुसैन शाह भी पिछले दो सप्ताह से लापता है. निहालपुरा बारामूला का इरशाद अहमद मीर 09 मई से लापता हो है. इसी तरह बुटोट क्षेत्र का मुहम्मद सादिक मलिक 11 मई से, गुलाम नबी बट का पुत्र तौसीफ अहमद 08 मई से घर नहीं लौटा. 34 वर्षीय अब्दुल राशिद माग्रे 13 मई से लापता है. इन सभी युवकों के लापता होने के बाद सोशल मीडिया पर उनके घर लौटने की अपील करने वाले वीडियो सामने आ रहे हैं. परिजनों ने उनके लापता होने की रिपोर्ट भी संबंधित थानों में दर्ज करायी है.

पढ़ें- जम्मू-कश्मीर: लश्कर के 2 स्थानीय हाईब्रिड आतंकी गिरफ्तार

श्रीनगर : कश्मीर घाटी से मई 2022 के शुरुआती 20 दिन में ही 11 युवक घर से लापता हो चुके हैं. एक रिपोर्ट में ये जानकारी सामने आई है. पुलवामा जिले के अरबल इलाके से मास्टर ऑफ साइंस (एमएससी) और बैचलर ऑफ एजुकेशन (बी.एड) की डिग्री हासिल करने वाला युवक इरफान अहमद मलिक पिछले छह दिनों से लापता है. परिवार ने उसकी वापसी की अपील की है. इसी तरह पुलवामा जिले के दरबगाम गांव के नजीर अहमद बट का बेटा फाजिल अहमद बट 14 मई को घर से निकला और वापस नहीं लौटा. फाजिल मारे गए आतंकी जाहिद अहमद उर्फ ​​जाहिद टाइगर का छोटा भाई है. जाहिद अहमद कुछ साल पहले सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ के दौरान मारा गया था.

पुलवामा जिले के गोदुरा क्षेत्र के गुलाम कादिर वेगा का 18 वर्षीय पुत्र जुनैद अहमद भी इसी महीने की 13 तारीख से लापता है. उसके परिवार ने भी उससे घर लौटने की अपील की है. आधिकारिक सूत्रों ने हालांकि पुष्टि की कि उन्हें लापता होने की रिपोर्ट मिली है और वे युवाओं का पता लगाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं. दरअसल घाटी में युवाओं के अपने घरों से लापता होने के कई मामले पहले भी सामने आ चुके हैं, जिनमें से अधिकतर ने आतंकवाद का रास्ता अख्तियार कर लिया. हालांकि कुल मिलाकर आतंकवादियों की संख्या में काफी गिरावट आई है, लेकिन स्थानीय युवाओं के आतंकवाद में शामिल होने की प्रवृत्ति को अच्छे संकेत के रूप में नहीं देखा जा रहा है. अधिकारी स्थानीय युवाओं से आतंकवाद से दूर रहने की अपील कर रहे हैं. वास्तव में कई युवाओं को सुरक्षा बलों ने आतंकवाद के रास्ते पर जाने से रोका गया है.

कई युवक नहीं लौटे घर : इस बीच आधिकारिक रिपोर्टों के अनुसार 2022 (जनवरी-मार्च) के पहले तीन महीनों में कश्मीर में विदेशी आतंकवादियों की संख्या में तेजी से वृद्धि हुई है. आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक दक्षिण कश्मीर में 87, उत्तरी कश्मीर में 65 और मध्य कश्मीर में 16 आतंकवादी सक्रिय हैं. रिपोर्टों से पता चलता है कि इस साल के पहले तीन महीनों में लगभग 15 स्थानीय युवक लापता हो गए थे. जानकारी के मुताबिक तारन शोपियां के रहने वाले आफरीन अल्ताफ मलिक और शाकिर अहमद वाजा 17 मई 2022 से अपने घरों से लापता हैं. इस बीच किगाम शोपियां क्षेत्र के गुलाम मुहम्मद चोपन का पुत्र जाहिद अहमद चोपन 17 मई को घर से निकला लेकिन वापस नहीं लौटा. शोपियां के कटपुरा निवासी 15 वर्षीय मुजम्मिल वानी 9 मई से लापता है.

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परिवार वाले कर रहे घर वापसी की अपील : पुलवामा जिले के मनहगाम क्षेत्र का आबिद हुसैन शाह भी पिछले दो सप्ताह से लापता है. निहालपुरा बारामूला का इरशाद अहमद मीर 09 मई से लापता हो है. इसी तरह बुटोट क्षेत्र का मुहम्मद सादिक मलिक 11 मई से, गुलाम नबी बट का पुत्र तौसीफ अहमद 08 मई से घर नहीं लौटा. 34 वर्षीय अब्दुल राशिद माग्रे 13 मई से लापता है. इन सभी युवकों के लापता होने के बाद सोशल मीडिया पर उनके घर लौटने की अपील करने वाले वीडियो सामने आ रहे हैं. परिजनों ने उनके लापता होने की रिपोर्ट भी संबंधित थानों में दर्ज करायी है.

पढ़ें- जम्मू-कश्मीर: लश्कर के 2 स्थानीय हाईब्रिड आतंकी गिरफ्तार

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