महाकाल लोक पर बोले गोविंद सिंह, श्रेय लेने की राजनीति में शिवराज पारंगत, कमलनाथ ने रखी थी आधारशिला
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उज्जैन। उज्जैन महाकाल लोक के लोकार्पण से पहले मध्यप्रदेश में सियासत शुरू हो गई है. दोनों ही पार्टियों में श्रेय लेने की राजनीति शुरू हो गई है. मध्य प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह ने महाकाल लोक के निर्माण को लेकर दावा किया है कि इसकी नीव कमलनाथ ने रखी थी. उन्होंने ही कैबिनेट में इसकी स्वीकृति और टेंडर जारी किए थे. अब भाजपा इसका श्रेय ले रही है. श्रद्धा का श्रेय नहीं लिया जाता, वह तो आत्यामिक ध्येय के लिए होती है. नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सिर्फ श्रेय के लिए राजनीति करना और धर्म का उपयोग करना यह ना तो हमारे संविधान में है और ना हमारी पंरपरा है. हर वर्ग बीजेपी से परेशान है, जिनके लिए बीजेपी कुछ नहीं कर रही है, लेकिन धर्म के नाम पर राजनीति करने में हमारे सीएम शिवराज ने पारंगत हासिल कर ली है. गोविंद सिंह कहा कि भगवान राजा महाकाल की सनातन सत्ता के प्रति हम अपनी श्रृद्धा व्यक्त करते हैं. श्रद्धा श्रेय के लिए नहीं आध्यात्मिक ध्येय के लिए व्यक्त की जाती है. कमलनाथ सरकार ने उज्जैन की अलौकिक भूमि पर महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर के विकास और विस्तार के लिए न सिर्फ एक समग्र योजना बनाई, अपितु उसको मूर्तरूप देना भी प्रारंभ कर दिया था. अगस्त 2019 को मुख्यमंत्री कमलनाथ की अध्यक्षता में मंत्रालय में हुई बैठक में महाकाल मंदिर विकास की 300 करोड़ रुपये की इस योजना का विस्तृत ब्यौरा महाकाल मंदिर के पुजारियों और मंत्रिमंडल के सदस्यों के सामने रखा गया. जिसमें फ्रंटियर यार्ड, नंदी हाल का विस्तार, महाकाल थीम पार्क, महाकाल कॉरिडोर, वर्केज लॉन पार्किंग आदि का विकास और निर्माण प्रथम चरण में प्रस्तावित किया गया. (pm modi mp visit) (pm modi mahakal corridor project) (kamal nath laid aadharshila of mahakal) (govind statement on mahakal lok)