विदिशा। गंजबासौदा के लाल पठार क्षेत्र में कुआं धंसने से 11 लोगों की मौत हो गई थी. सरकार ने तो मृतकों के परिजनों और घायलों को सहायता राशि के चेक देकर अपनी जिम्मेदारी निभा दी, लेकिन अब इन चेक से पैसे पाने के लिए पीड़ितों को बैंक की ठोकर खाना पड़ रही है. पीड़ितों के एक बैंक से दूसरे बैंक पहुंचाया जा रहा है, तो कहीं चेक में गड़बड़ी की बात कहते हुए चेक लौटा दिया जा रहा है.
हादसे में हुई थी 11 लोगों की मौत
15 जुलाई को विदिशा के गंजबासौदा में कुआं धंसने से 11 लोगों की मौत हो गई थी. सरकार ने मृतकों को 5-5 लाख और घायलों को 50-50 हजार रुपए की सहायता राशि के चेक सौंपे थे. परिवारों के परेशानी का सामना न करना पड़े इसलिए सरकार के मंत्रियों ने हादसे के अगले दिन ही पीड़ितों के घर जाकर चेक सौंप दिए थे, लेकिन अब इन चेक से पैसा निकालने के लिए पीड़ित परेशान हो रहे हैं.
बैंकों के चक्कर काटने को मजबूर पीड़ित
रामबाई ने इस हादसे में अपने पति को खोया है. सरकार ने रामबाई को 5 लाख रुपए का चेक सौंपा था. जब इस चेक को मंडी बामोरा की SBI ब्रांच में लगाया गया तो बैंक ने 3 दिन बाद चेक लौटा दिया. बैंक का कहना था कि इस चेक को विदिशा की ब्रांच में लगाने पर ही पैसा मिलेगा. इसके अलावा कई लोगों ने इस तरह के आरोप लगाए हैं कि चेक में नाम गलत होने, पता गलत होने जैसी गलतियां बताकर इन चेक को वापस लौटाया जा रहा है.
प्रशासन ने बैंक को बताया जिम्मेदार
इस मामले में जब एसडीएम से बात करने की कोशिश की गई, तो उन्होंने मीडिया के सवालों का जवाब नहीं दिया. प्रशासन इस मामले में बैंक प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगा रहा है. अब मृतकों और घायलों के परिजन पैसों के लिए बैंकों और सरकारी दफ्तरों के चक्कर काटने को मजबूर है.
कांग्रेस ने सरकार पर साधा निशाना
इस मामले में विदिशा कांग्रेस के जिला अध्यक्ष निशंक जैन ने प्रदेश सरकार पर निशाना साधा है. निशंक जैन ने कहा कि सरकार मौत का मखौल उड़ा रही है. हादसे के बाद सीएम शिवराज को मौके पर आना थआ लेकिन वो नहीं आए, अब प्रशासनिक अधिकारी पीड़ित व्यक्तियों की सुध नहीं ले रहे हैं.