विदिशा। भारी बारिश और बाढ़ के चलते जिले के किसानों की फसल बर्बाद हो गईं है. आलम ये है कि किसानों ने जो लागत लगाई थी वह भी नहीं निकल रही है. वहीं तील साल से लगातार प्राकृतिक आपदाओं की मार झेल रही नटेरन तहसील में खेतों की स्थिति और दयनीय है. सोयाबीन की फसल पूरी तरह चौपट हो गई है. खेतों में सिर्फ सूखी डंडियां रह गईं हैं.
यहां के एक किसान वंशीलाल ने बताया कि वे सालों से सोयाबीन की खेती करते आ रहे हैं. इस बार फसल पूरी तरह खराब हो गई है. फसल लगाने के लिए कर्ज लिया था. अब उसको चुकाएंगे कैसे. घर में 8 सदस्य हैं और सभी खेती पर निर्भर हैं.
इसी तरह कई किसान हैं जिन्होंने कर्ज लेकर फसल तो लगाई, लेकिन आसमानी आफत में सब खत्म हो गया. अब बेवस और मायूस किसान को प्रदेश सरकार से राहत की उम्मीद है, लेकिन प्रशासन अभी भी कई गांवों तक नुकसान का सर्वे करने नहीं पहुंचा है. जिससे किसानों के चेहरों पर मायूसी छाई हुई है.
हालांकि जिला पंचायत अधिकारी मयंक अग्रवाल ने जल्द से जल्द सर्वे कराने की बात की और बताया जिला प्रशासन ने सरकार से 300 करोड़ रुपये की राहत राशि की मांग की है. वहीं सभी पटवारियों को जल्द से जल्द सर्वे करने के निर्देश दिए गए हैं.