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आसमानी आफत में बर्बाद हुई सोयाबीन की फसल, किसानों ने सरकार से लगाई मदद की गुहार

विदिशा जिले की नटेरन तहसील में भारी बारिश के चलते सोयाबीन की फसल चौपट हो गई है. हालात ये है कि किसानों ने जो लागत लगाई थी वह भी नहीं निकल रही है.

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Published : Oct 4, 2019, 9:43 AM IST

Updated : Oct 4, 2019, 10:35 AM IST

भारी बारिश के चलते बर्बाद हुई सोयाबीन की फसल

विदिशा। भारी बारिश और बाढ़ के चलते जिले के किसानों की फसल बर्बाद हो गईं है. आलम ये है कि किसानों ने जो लागत लगाई थी वह भी नहीं निकल रही है. वहीं तील साल से लगातार प्राकृतिक आपदाओं की मार झेल रही नटेरन तहसील में खेतों की स्थिति और दयनीय है. सोयाबीन की फसल पूरी तरह चौपट हो गई है. खेतों में सिर्फ सूखी डंडियां रह गईं हैं.

सोयाबीन की फसल बर्बाद

यहां के एक किसान वंशीलाल ने बताया कि वे सालों से सोयाबीन की खेती करते आ रहे हैं. इस बार फसल पूरी तरह खराब हो गई है. फसल लगाने के लिए कर्ज लिया था. अब उसको चुकाएंगे कैसे. घर में 8 सदस्य हैं और सभी खेती पर निर्भर हैं.

इसी तरह कई किसान हैं जिन्होंने कर्ज लेकर फसल तो लगाई, लेकिन आसमानी आफत में सब खत्म हो गया. अब बेवस और मायूस किसान को प्रदेश सरकार से राहत की उम्मीद है, लेकिन प्रशासन अभी भी कई गांवों तक नुकसान का सर्वे करने नहीं पहुंचा है. जिससे किसानों के चेहरों पर मायूसी छाई हुई है.

हालांकि जिला पंचायत अधिकारी मयंक अग्रवाल ने जल्द से जल्द सर्वे कराने की बात की और बताया जिला प्रशासन ने सरकार से 300 करोड़ रुपये की राहत राशि की मांग की है. वहीं सभी पटवारियों को जल्द से जल्द सर्वे करने के निर्देश दिए गए हैं.

विदिशा। भारी बारिश और बाढ़ के चलते जिले के किसानों की फसल बर्बाद हो गईं है. आलम ये है कि किसानों ने जो लागत लगाई थी वह भी नहीं निकल रही है. वहीं तील साल से लगातार प्राकृतिक आपदाओं की मार झेल रही नटेरन तहसील में खेतों की स्थिति और दयनीय है. सोयाबीन की फसल पूरी तरह चौपट हो गई है. खेतों में सिर्फ सूखी डंडियां रह गईं हैं.

सोयाबीन की फसल बर्बाद

यहां के एक किसान वंशीलाल ने बताया कि वे सालों से सोयाबीन की खेती करते आ रहे हैं. इस बार फसल पूरी तरह खराब हो गई है. फसल लगाने के लिए कर्ज लिया था. अब उसको चुकाएंगे कैसे. घर में 8 सदस्य हैं और सभी खेती पर निर्भर हैं.

इसी तरह कई किसान हैं जिन्होंने कर्ज लेकर फसल तो लगाई, लेकिन आसमानी आफत में सब खत्म हो गया. अब बेवस और मायूस किसान को प्रदेश सरकार से राहत की उम्मीद है, लेकिन प्रशासन अभी भी कई गांवों तक नुकसान का सर्वे करने नहीं पहुंचा है. जिससे किसानों के चेहरों पर मायूसी छाई हुई है.

हालांकि जिला पंचायत अधिकारी मयंक अग्रवाल ने जल्द से जल्द सर्वे कराने की बात की और बताया जिला प्रशासन ने सरकार से 300 करोड़ रुपये की राहत राशि की मांग की है. वहीं सभी पटवारियों को जल्द से जल्द सर्वे करने के निर्देश दिए गए हैं.

Intro:Etv भारत की ग्राउंड रिपोर्ट
विदिशा :- हाल ही में हुई मध्य प्रदेश में बारिश से लाखो हेक्टर की फसल तबाह हो गई उसमें विदिशा जिला में सोयाबीन की फसल की अधिक मात्रा में खेती की जाती है प्राकृतिक आपदा के जिले भर का सबसे बड़ा नुकसान बताया जा रहा है हालांकि जिला प्रशासन ने सरकार से तीन सो करोड़ की मांग की हैBody:जिले की तहसील नटेरन में अधिक नुकसान का आंकलन क्या जा रहा है नटेरन में लगातार तीन साल से प्रकार्तिक आपदा से फसल बर्बाद की खबरे लगातार आती रहीं जिले में अधिकार सोयाबीन की फसल लगाई जाती है कुछ हिस्सों में धान की खेती भी की जाती है अधिक लगातार बारिश से जिले के कई इलाकों में सोयाबीन की फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई खेत मे केवल सोयाबीन की सूखी लकड़ियां रह गई जिन पौधों में फली लग रही थी वो पूरी तरह खराब हो गई यह किसी एक जगह नही बल्कि जिले भर के अधिकतर खेतो का हाल है

नटेरन तहसील के 65 वर्ष के वंशीलाल किसान सदियों से सोयाबीन की खेती कर रहे हैं इतनी बड़ी संख्या में फसल नुकसान नही देखा वंशीलाल के घर मे 8 सदस्य हैं पूरा परिवार खेती पर निर्भर है वंशीलाल ने फसल के लिए बैंक से कर्ज ले रखा ले रखा था अब वंशीलाल को फसल नुकसान से कर्ज की चिंता सता रही है
1 बाईट बंशीलाल

वंशीलाल की तरह रावण ग्राम के किसान ने बैंक से कर्जा लेकर फसल बोआई के लिए पचास हजार का कर्ज लिया अब आसमानी मार से पूरी तरह फसल बर्बाद हो गई किसान पर अब आर्थिक संकट मंडराता नज़र आ रहा है
2 बाईट किसान Conclusion:महेंद्र उपाध्याय ने आठ विघा में सोयाबीन की फसल लगाई करीब 40 हजार का खर्च आया बारिश से महेंद्र की फसल बर्बाद हो गई महेंद्र अकेले ही घर का पालन पोषण करने वाले एक मात्र व्यक्ति हैं 6 सदस्यों का परिवार है अब महेंद्र को परिवार पालन पोषण की चिंता सता रही है महेंद्र ओर किसानों की तरह सरकार से जल्द से जल्द सर्वे करा कर मुआयबजा देने की मांग कर रहे हैं ।
3 बाईट सर पर रुमाल बांधे महेंद्र उपाध्याय

हालांकि जिला पंचायत अधिकारी मयंक अग्रवाल जल्द से जल्द सर्वे कराने की बात कर रहे हैं मयंक अग्रवाल ने बताया लगभग हमने सरकार से 300 करोड़ की मांग की है वहीं सभी पटबारियों को निर्देश दे दिए गए हैं जल्द से जल्द सही आकलन क्या जाए ।
चश्मे में जिला पंचायत सीईओ

4 पीटू सी लगाने की कृपा करें
Last Updated : Oct 4, 2019, 10:35 AM IST
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