विदिशा। राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन की विदिशा इकाई के सदस्यों ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर कलेक्टर के नाम ज्ञापन दिया है. डिप्टी कलेक्टर शैलेंद्र सिंह से अन्य मामलों को लेकर यह ज्ञापन दिया गया है. किसानों ने बताया उन्होंने बारिश कम होने के कारण फसलों को बचाने के लिए किए गए दवा छिड़काव के बाद उनकी कई फसलें बर्बाद हो गई हैं, जिससे कीटनाशक कंपनियों और विक्रेताओं की जांच करने की मांग भी की, साथ ही कीटनाशक दवाओं से जो फसल बर्बाद हुई है उसका शासन से मुआवजा दिलवाने की मांग की गई है.
किसानों का आरोप है कीटनाशक कंपनियों और कृषि विभाग ने मिलीभगत कर नकली दवा किसानों को उपलब्ध कराई है. इसके अलावा किसानों ने वर्ष 2018-2019 के फसल बीमा और सोयाबीन पिछले साल के भावांतर की राशि भी उनको आज तक उपलब्ध नहीं हो पाई है. किसानों ने कहा कोई भी राजनीतिक दल हो किसानों पर सियासत की जाती है. शिवराज सरकार ने पहले घोषणा की थी कि भावांतर योजना के तहत किसानों को राशि उपलब्ध कराई जाएगी पर आज तक नहीं पहुंच पाई है.
किसानों ने कृषि विभाग पर भी सवाल खड़े करते हुए कहा मिलीभगत से पूरे जिले में नकली कीटनाशक दवा सप्लाई करवाई जा रही है, जिससे फसलों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है.