विदिशा। पूरा देश कोविड जैसी भीषण महामारी के दौर से गुजर रहा है. लेकिन इस महामारी में भी जाति मजहब से ऊपर है इंसानियत और लोग एक दूसरे की मदद और सहायता करने को तैयार है. विदिशा भी कोरोना महामारी के संकट को झेल रहा है. मुक्ति धाम सेवा समिति के सचिव मनोज पांडे के मुताबिक ऐसी भीषण महामारी में गंगो जमनी तहजीब भी देखने को मिल रही है और रविवार को ऐसा ही नजारा देखने में आया जब करारिया चौराहा मुस्लिम समाज के लोगों ने गांव से कंडे इकट्ठे किए और विदिशा मुक्तिधाम को भेजे.
मुक्तिधाम सेवा समिति के सचिव के मुताबिक भीषण गर्मी के बीच कंडा एकत्रित करने वालों में अनेक रोजा रखने वाले रोजेदार भी थे. वहीं कंडे से भरी ट्रॉली को लेकर मुक्तिधाम पहुंचने वालों में शेख शकूर, राणा शेख अलीम, हाफिज शमीम, पत्रकार शकील अहमद, सोहेल अहमद, बबलू परवेज खां शामिल थे.
'Third Wave के लिए सरकार तैयार, व्यवस्था दुरुस्त कर रही है सरकार'
मुक्ति धाम सेवा समिति के सचिव मनोज पांडे के मुताबिक बेसनगर किसान समृद्धि एंड फर्टिलाइजर के लोकेंद्र सिंह राणा ने एक साथ 4 कैबिनेट. जिसमें 40 लॉकर थे. अस्थि संचय के लिए, हमें प्रदान किए हैं. यह अपने आप में बड़ी बात है. वही नगर के व्यवसाई राजीव जैन गट्टू ने मुक्तिधाम के ऑफिस कार्य के लिए एक टेबल कुर्सी अपनी ओर से प्रदान की है, तो वही शासकीय कॉलेज की प्रोफेसर वनीता वाजपेई ने अपनी ओर से आर्थिक सहायता प्रदान की है. वहीं नगर के मनीष माहेश्वरी और रिटायर्ड शासकीय कर्मी रघुवीर प्रसाद श्रीवास्तव ने भी अपनी अपनी ओर से एक एक ट्रॉली कंडे का सहयोग प्रदान किया है.