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राजीव गांधी जयंती: 33 साल पहले सोनिया गांधी के साथ जिप्सी चलाकर सेऊ पहुंचे थे पूर्व प्रधानमंत्री

पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी मध्यप्रदेश के विदिशा जिले ग्राम सेऊ पहुंचे थे, जहां उनका स्वागत मध्यप्रदेश की सांस्कृतिक अंदाज में किया गया था. आइए उनकी 76वीं जयंती के अवसर पर कुछ यादें ताजा करते हैं.

Rajiv Gandhi Special
राजीव गांधी स्पेशल
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Published : Aug 20, 2020, 4:57 PM IST

विदिशा। आज पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की 76वीं जयंती है, इस अवसर पर उनकी कुछ यादें ईटीवी भारत साझा कर रहा है. जब पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी मध्य प्रदेश के विदिशा जिले के ग्राम सेऊ पहुंचे थे, तो उनका स्वागत मध्य प्रदेश की सांस्कृतिक अंदाज में किया गया था. 33 साल पहले राजीव गांधी प्रधानमंत्री रहते अपनी धर्मपत्नी सोनिया गांधी के साथ ग्रामवासियों से चर्चा करने खुद उनके गांव पहुंचे थे. राजीव गांधी ने खुद विदिशा से ग्राम तक जिप्सी जीप चलाई थी. जब राजीव गांधी ग्राम में पहुंचे तो उनका जमकर फूल मालाओं से स्वागत किया गया.

पूर्व PM राजीव गांधी स्पेशल

नई सिंचाई परियोजना की शुरुआत

राजीव गांधी विदिशा के ग्राम सेऊ में काफी देर रुककर ग्रामीणों की कई समस्याओं को सुना, इस दौरान ग्रामवासियों ने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी से मांग की थी कि सिंचाई के लिए गांव में नई परियोजना की शुरुआत की जाए. प्रधानमंत्री ने भी ग्रामवासियों की मांग तत्काल स्वीकार कर मुख्यमंत्री मोतीलाल बोरा को सिंचाई के लिए नई परियोजना की मंजूरी दी थी. मंजूरी मिलने के बाद आसपास के ग्रामों में एक खुशी की लहर दौड़ गई.

former pm rajeev gandhi reach vidisha
मध्य प्रदेश की सांस्कृति के अनुरूप किया गया था स्वागत

विदिशा में राजीव गांधी के बिताए हुए पल

विदिशा संसदीय क्षेत्र से पूर्व सांसद रहे प्रतापभानु शर्मा ने राजीव गांधी के बिताए हुए पलो की यादों ताजा करते हुए कहा कि राजीव गांधी के काम करने का अंदाज बहुत अलग था, केंद्र में बैठकर राजीव गांधी ने देश के हर ग्रामीणों से सीधा संवाद करने की उत्सुकता रखते थे. उस समय संपर्क के इतने साधन नहीं होने के बाद भी पूर्व प्रधानमंत्री ग्रामीणों से सीधा संवाद करते, उनकी समस्या सुनते और तत्काल उन समस्या का निराकरण करवाते थे. इसी के चलते मध्य प्रदेश के विदिशा जिले के ग्राम सेऊ में उनका कार्यक्रम निर्धारित हुआ था.

former pm rajeev gandhi reach vidisha
नई सिंचाई परियोजना का किया था शुभारंभ

कलेक्टर ने रातों रात बनवाई थी कांक्रीट हेलीपेड

प्रताप भानु शर्मा बताते हैं कि उन्हें वो दिन आज भी याद है, जैसे मानों कल की ही बात है. जिस दिन प्रतापभानु शर्मा का विदिशा में दौरा था, उसके एक दिन पहले विदिशा जिले में जोरदार बारिश शुरू हो गई, बारिश के कारण प्रधानमंत्री का हेलीकाप्टर गांव के बाहर ही उतारा गया था और रातों रात कलेक्टर ने कंक्रीट हेलीपेड का निर्माण कराया था.

former pm rajeev gandhi reach vidisha
पगड़ी पहनाकर दिया सम्मान

खुद जिप्सी चलाकर पहुंचे थे ग्राम सेऊ

गांव तक राजीव गांधी को ले जाने के लिए एक जिप्सी का इंतजाम किया गया था, उनके पीछे बाकी और गाड़ियां थीं. कीचड़ से सने रास्ते को राजीव गांधी ने देखा और मोतीलाल बोरा की तरफ इशारा करते हुए कहा गाड़ी मैं खुद ड्राइव करके ले जाऊंगा, जिसके बाद राजीव गांधी ने जिप्सी ड्राइव की और बगल की सीट पर उनकी पत्नी सोनिया गांधी और पीछे की सीट पर पूर्व मुख्यमंत्री मोतीलाल बोरा, सांसद प्रतापभानु शर्मा बैठे. पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी करीब दो किलोमीटर की दूरी तय कर ग्राम सेऊ तक पहुंचे. सेऊ में प्रधानमंत्री को बिना किसी मंच के लकड़ी के खाट पर बैठाकर उनका स्वागत सत्कार किया गया था.

former pm rajeev gandhi reach vidisha
पूर्व मुख्यमंत्री मोतीलाल बोरा और ग्रामीणों के साथ मौजूद राजीव गांधी

गांधी ने भी देखा था आत्मनिर्भर भारत का सपना

पूर्व सांसद प्रताप भानु शर्मा बताते हैं, राजीव गांधी ने आधुनिक भारत, आत्मनिर्भर भारत का सपना देखा था, जिसे पूरा करने के लिए उन्होंने प्रधानमंत्री रहते कई योजनाएं भी चला रखी थी. विज्ञान प्रौद्योगिकी क्षेत्र में बहुत प्रथमिकता दी थी, उन्होंने इंटरनेट, डिजिटल सेवा देकर भारत को डिजिटल देश बनाने की शुरुआत की थी. हिंदुस्तान के हर व्यक्ति के हाथ में फोन पहुंचाने का सपना राजीव गांधी ने देख रखा था. आज हर एक ग्राम में राजीव को याद किया जा रहा है, यही कारण के कि सालों बाद भी राजीव गांधी हिंदुस्तान के दिलों में जिंदा हैं.

former pm rajeev gandhi reach vidisha
अपनी पत्नी सोनीया गांधी के साथ पहुंचे थे राजीव गांधी

विदिशा। आज पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की 76वीं जयंती है, इस अवसर पर उनकी कुछ यादें ईटीवी भारत साझा कर रहा है. जब पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी मध्य प्रदेश के विदिशा जिले के ग्राम सेऊ पहुंचे थे, तो उनका स्वागत मध्य प्रदेश की सांस्कृतिक अंदाज में किया गया था. 33 साल पहले राजीव गांधी प्रधानमंत्री रहते अपनी धर्मपत्नी सोनिया गांधी के साथ ग्रामवासियों से चर्चा करने खुद उनके गांव पहुंचे थे. राजीव गांधी ने खुद विदिशा से ग्राम तक जिप्सी जीप चलाई थी. जब राजीव गांधी ग्राम में पहुंचे तो उनका जमकर फूल मालाओं से स्वागत किया गया.

पूर्व PM राजीव गांधी स्पेशल

नई सिंचाई परियोजना की शुरुआत

राजीव गांधी विदिशा के ग्राम सेऊ में काफी देर रुककर ग्रामीणों की कई समस्याओं को सुना, इस दौरान ग्रामवासियों ने पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी से मांग की थी कि सिंचाई के लिए गांव में नई परियोजना की शुरुआत की जाए. प्रधानमंत्री ने भी ग्रामवासियों की मांग तत्काल स्वीकार कर मुख्यमंत्री मोतीलाल बोरा को सिंचाई के लिए नई परियोजना की मंजूरी दी थी. मंजूरी मिलने के बाद आसपास के ग्रामों में एक खुशी की लहर दौड़ गई.

former pm rajeev gandhi reach vidisha
मध्य प्रदेश की सांस्कृति के अनुरूप किया गया था स्वागत

विदिशा में राजीव गांधी के बिताए हुए पल

विदिशा संसदीय क्षेत्र से पूर्व सांसद रहे प्रतापभानु शर्मा ने राजीव गांधी के बिताए हुए पलो की यादों ताजा करते हुए कहा कि राजीव गांधी के काम करने का अंदाज बहुत अलग था, केंद्र में बैठकर राजीव गांधी ने देश के हर ग्रामीणों से सीधा संवाद करने की उत्सुकता रखते थे. उस समय संपर्क के इतने साधन नहीं होने के बाद भी पूर्व प्रधानमंत्री ग्रामीणों से सीधा संवाद करते, उनकी समस्या सुनते और तत्काल उन समस्या का निराकरण करवाते थे. इसी के चलते मध्य प्रदेश के विदिशा जिले के ग्राम सेऊ में उनका कार्यक्रम निर्धारित हुआ था.

former pm rajeev gandhi reach vidisha
नई सिंचाई परियोजना का किया था शुभारंभ

कलेक्टर ने रातों रात बनवाई थी कांक्रीट हेलीपेड

प्रताप भानु शर्मा बताते हैं कि उन्हें वो दिन आज भी याद है, जैसे मानों कल की ही बात है. जिस दिन प्रतापभानु शर्मा का विदिशा में दौरा था, उसके एक दिन पहले विदिशा जिले में जोरदार बारिश शुरू हो गई, बारिश के कारण प्रधानमंत्री का हेलीकाप्टर गांव के बाहर ही उतारा गया था और रातों रात कलेक्टर ने कंक्रीट हेलीपेड का निर्माण कराया था.

former pm rajeev gandhi reach vidisha
पगड़ी पहनाकर दिया सम्मान

खुद जिप्सी चलाकर पहुंचे थे ग्राम सेऊ

गांव तक राजीव गांधी को ले जाने के लिए एक जिप्सी का इंतजाम किया गया था, उनके पीछे बाकी और गाड़ियां थीं. कीचड़ से सने रास्ते को राजीव गांधी ने देखा और मोतीलाल बोरा की तरफ इशारा करते हुए कहा गाड़ी मैं खुद ड्राइव करके ले जाऊंगा, जिसके बाद राजीव गांधी ने जिप्सी ड्राइव की और बगल की सीट पर उनकी पत्नी सोनिया गांधी और पीछे की सीट पर पूर्व मुख्यमंत्री मोतीलाल बोरा, सांसद प्रतापभानु शर्मा बैठे. पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी करीब दो किलोमीटर की दूरी तय कर ग्राम सेऊ तक पहुंचे. सेऊ में प्रधानमंत्री को बिना किसी मंच के लकड़ी के खाट पर बैठाकर उनका स्वागत सत्कार किया गया था.

former pm rajeev gandhi reach vidisha
पूर्व मुख्यमंत्री मोतीलाल बोरा और ग्रामीणों के साथ मौजूद राजीव गांधी

गांधी ने भी देखा था आत्मनिर्भर भारत का सपना

पूर्व सांसद प्रताप भानु शर्मा बताते हैं, राजीव गांधी ने आधुनिक भारत, आत्मनिर्भर भारत का सपना देखा था, जिसे पूरा करने के लिए उन्होंने प्रधानमंत्री रहते कई योजनाएं भी चला रखी थी. विज्ञान प्रौद्योगिकी क्षेत्र में बहुत प्रथमिकता दी थी, उन्होंने इंटरनेट, डिजिटल सेवा देकर भारत को डिजिटल देश बनाने की शुरुआत की थी. हिंदुस्तान के हर व्यक्ति के हाथ में फोन पहुंचाने का सपना राजीव गांधी ने देख रखा था. आज हर एक ग्राम में राजीव को याद किया जा रहा है, यही कारण के कि सालों बाद भी राजीव गांधी हिंदुस्तान के दिलों में जिंदा हैं.

former pm rajeev gandhi reach vidisha
अपनी पत्नी सोनीया गांधी के साथ पहुंचे थे राजीव गांधी
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