विदिशा। जिले में मानवता को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है. जिला अस्पताल के शौचालय के बाहर कुछ दिन पहले एक बुजुर्ग बेसुध हालत में पड़ा हुआ मिला. बताया जा रहा है कि बुजुर्ग को उसके परिजन बीमारी की हालत में यहां छोड़कर भाग गए थे. हैरान करने वाली बात यह है कि बुजुर्ग को अस्पताल में बेड तक नहीं मिला. सिस्टम की नाकामी और परिवार वालों के सितम के चलते शौचालय के बाहर ही बुजुर्ग ने आखिरकार दम तोड़ दिया.
मुक्तिधाम में शव को छोड़कर भागे परिजन
अस्पताल प्रबंधन ने बुजुर्ग के परिजनों को बुलाकर शव को सौंप दिया, जिसके बाद परिजन ने शव को मुक्तिधाम लेजाकर एक बार फिर छोड़कर भाग गए. इतना ही नहीं परिजन के अलावा मुक्तिधाम पहुंचा गांव का सरपंच भी पैसे लेने जा रहा है, यह बोलकर भाग गया. ऐसे में नगर पालिका के कर्मचारियों ने शव का दाह संस्कार किया.
खुद एंबुलेंस चलाकर ले गईं नूरी खान: कोरोना वॉरियर की बिगड़ी तबीयत, अस्पताल में नहीं था ड्राइवर
नगर पालिका के कर्मचारियों ने किया दाह संस्कार
मुक्ति धाम सेवा समिति के सचिव मनोज पांडे ने बताया कि मुक्तिधाम में एक बुजुर्ग शव आया था. शव के साथ एक परिजन भी था, गांव का सरपंच भी मौजूद था, लेकिन दोनों शव को ऐसे ही छोड़कर वहां से भाग गए. हमने काफी देर तक उनका इंतजार किया, लेकिन कोई भी नहीं आया. काफी देर शव को रखने के बाद हमने दाह संस्कार कर दिया.