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नगर पालिका परिषद बना भ्रष्टाचार का अड्डा, परिवार के सदस्य ही कर रहे नौकरी

विदिशा के सिरोंज नगर पालिका परिषद में जनप्रतिनिधियों के परिवार के सदस्य कर्मचारियों के पद पर कार्यरत हैं.जो कि धारा 84 के अंतर्गत नियम के खिलाफ है. वहीं कई बार शिकायत करने पर भी प्रशासन के अधिकारियों ने मामले में कोई कार्रवाई नहीं है.

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Published : Feb 7, 2020, 5:29 PM IST

Updated : Feb 7, 2020, 5:46 PM IST

Family members of public representatives in municipal councils working as employees
नगरपालिका परिषद बना भ्रष्टाचार का पारीवारिक अड्डा

विदिशा। सिरोंज नगर पालिका परिषद भ्रष्टाचार का पारिवारिक अड्डा बन गया है. जहां नगर पालिका परिषद में 7 जनप्रतिनिधियों के बच्चे, भतीजे, साले, बड़े भाई दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों के पद पर कार्यरत है. जबकि धारा-84 के अंतर्गत जिस किसी के परिवार का कोई भी सदस्य सरकारी नौकरी में अगर कार्यरत है तो वो कोई भी उसका पारिवारिक व्यक्ति चुनाव नहीं लड़ सकता है.

नगरपालिका परिषद बना भ्रष्टाचार का पारीवारिक अड्डा

वहीं सिरोंज नगरपालिका परिषद में नियमों को ताक पर रखकर चुनाव किए जाते हैं. जबकि चुनाव अधिकारी ये जानकारी निकालना भी संभव नहीं समझते कि इनका कोई जनप्रतिनिधि, कोई परिवार का सदस्य नगर पालिका परिषद में कार्यरत हैं. यदि ऐसी स्थिति में कोई चुनाव लड़ता है तो उसको चुनाव आयोग को चुनाव लड़ने की अनुमति नहीं मिलती, लेकिन सिरोंज में सारे नियम लागू ही नहीं होते. सभी जिम्मेदार अधिकारी आंखें मूंदे बैठे हैं.

नगरपालिका के पूर्व सीएमओ प्रताप सिंह के परिवार के लोग दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी हैं. कई बार शिकायत होने के बाद भी अभी तक प्रशासन ने कोई भी कार्रवाई नहीं की है. क्योंकि नगरपालिका परिषद में कार्यरत कर्मचारियों के वेतन में से कुछ कमीशन प्रशासन के अधिकारियों को भी मिलता है. नगरपालिका सीएमओ गिर्जेश श्रीवास्तव का कहना है कि मामले की जांच के लिए टीम गठित की गई है. जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा उस पर कार्रवाई की जाएगी.

विदिशा। सिरोंज नगर पालिका परिषद भ्रष्टाचार का पारिवारिक अड्डा बन गया है. जहां नगर पालिका परिषद में 7 जनप्रतिनिधियों के बच्चे, भतीजे, साले, बड़े भाई दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों के पद पर कार्यरत है. जबकि धारा-84 के अंतर्गत जिस किसी के परिवार का कोई भी सदस्य सरकारी नौकरी में अगर कार्यरत है तो वो कोई भी उसका पारिवारिक व्यक्ति चुनाव नहीं लड़ सकता है.

नगरपालिका परिषद बना भ्रष्टाचार का पारीवारिक अड्डा

वहीं सिरोंज नगरपालिका परिषद में नियमों को ताक पर रखकर चुनाव किए जाते हैं. जबकि चुनाव अधिकारी ये जानकारी निकालना भी संभव नहीं समझते कि इनका कोई जनप्रतिनिधि, कोई परिवार का सदस्य नगर पालिका परिषद में कार्यरत हैं. यदि ऐसी स्थिति में कोई चुनाव लड़ता है तो उसको चुनाव आयोग को चुनाव लड़ने की अनुमति नहीं मिलती, लेकिन सिरोंज में सारे नियम लागू ही नहीं होते. सभी जिम्मेदार अधिकारी आंखें मूंदे बैठे हैं.

नगरपालिका के पूर्व सीएमओ प्रताप सिंह के परिवार के लोग दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी हैं. कई बार शिकायत होने के बाद भी अभी तक प्रशासन ने कोई भी कार्रवाई नहीं की है. क्योंकि नगरपालिका परिषद में कार्यरत कर्मचारियों के वेतन में से कुछ कमीशन प्रशासन के अधिकारियों को भी मिलता है. नगरपालिका सीएमओ गिर्जेश श्रीवास्तव का कहना है कि मामले की जांच के लिए टीम गठित की गई है. जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा उस पर कार्रवाई की जाएगी.

Intro:सिरोंज नगर पालिका परिषद बना है जनप्रतिनिधियों का पारिवारिक एवं रिश्तेदारों को लाभ दिलाने का अड्डा इसमें कुछ शासकीय कर्मचारियों के पुत्रो भी शमिल है
Body:MP Jila Vidisha vidhansabha sironj

स्लग =सिरोंज नगर पालिका परिषद बना है जनप्रतिनिधियों का पारिवारिक एवं रिश्तेदारों को लाभ दिलाने का अड्डा इसमें कुछ शासकीय कर्मचारियों के पुत्रो भी शमिल है


ऐंकर =सिरोंज नगरपालिका परिसर परिषद बना है भ्रष्टाचार का अड्डा सिरोंज नगरपालिका परिषद में सात जनप्रतिनिधियों के बच्चे पुत्र भतीजे साले बड़े भाई यह सब दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों के पद पर कार्यरत हैं जबकि धारा 84 के अंतर्गत जिस किसी का भी भाई बंधु एवं परिवार का कोई भी सदस्य सरकारी नौकरी में अगर कार्यरत है तो वह कोई भी उसका पारिवारिक व्यक्ति चुनाव नहीं लड़ सकता है ।
मगर सिरोंज नगरपालिका परिषद में ऐसे नियमों को ताक पर रखकर चुनाव किए जाते हैं ।जबकि सभी चुनाव अधिकारी को यह जानकारी निकालना भी संभव नहीं समझते कि इनका कोई जनप्रतिनिधि इनका कोई परिवार का नगरपालिका परिषद में कार्यरत हैं अगर ऐसी स्थिति में कोई चुनाव लड़ता है तो उसको चुनाव आयोग को चुनाव नहीं लड़ने की अनुमति नहीं मिलती जबकि सिरोंज में यह सारे नियम ताक पर रखकर किए जाते हैं सभी अधिकारी जिम्मेदार अधिकारी आंखें बंद करके स्वीकार कर लेते।
उसकी कोई भी अधिकारी जांच नहीं करते ।
सिरोज नगरपालिका सात जनप्रतिनिधियो के रिश्तेदार एवं भाई बंधु नौकरी पर लगे हुए हैं जबकि यह पूरे कर्मचारियों को जानकारी होने के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं करते।
हद तो तब होती है कि पूर्व नगरपालिका सीएमो प्रताप सिंह के घर के बालक yuभी देनिक वेतन भोगी कार्यकर रहे हैं अब देखना यह जानकारी लगने के बाद प्रशासन को क्या कार्रवाई करता है कई शिकायत होने के बाद भी अभी तक ऐसा लगता नहीं है कि प्रशासन के अधिकारी कोई कार्यवाही करेंगे क्योंकि सभी लोगों का जो सैलरी होती है उसमें से कुछ ना कुछ कमीशन इन लोगों को मिलता है हमें ऐसी आशंका है कि सभी कर्मचारियों ने एवं वरिष्ठ अधिकारी ने कसम खाली हमारे पास कितनी भी शिकायतें आ जाएं हम कोई भी कार्यवाही नहीं करेंगे
जबकि कई ऐसे शासकीय कर्मचारियों की जो नगरपालिका में भी आना उचित समझते फिर भी उनकी सैलरी परमानेंट उनके खाते में नगर पालिका परिषद द्वारा डाली जाती है


वाइट =आरटीआई कार्यकर्ता सैयद सकीव अली
वाइट= राजेश सहेले मध्य प्रदेश कांग्रेस कमिटी सचिव

Nagar Palika CMO girjesh SrivastavaConclusion:प्रशासन के अधिकारी कोई कार्यवाही करेंगे क्योंकि सभी लोगों का जो सैलरी होती है उसमें से कुछ ना कुछ कमीशन इन लोगों को मिलता है हमें ऐसी आशंका है कि सभी कर्मचारियों ने एवं वरिष्ठ अधिकारी ने कसम खाली हमारे पास कितनी भी शिकायतें आ जाएं हम कोई भी कार्यवाही नहीं करेंगे
जबकि कई ऐसे शासकीय कर्मचारियों की जो नगरपालिका में भी आना उचित समझते फिर भी उनकी सैलरी परमानेंट उनके खाते में नगर पालिका परिषद द्वारा डाली जाती है
Last Updated : Feb 7, 2020, 5:46 PM IST
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