ETV Bharat / state

कोरोना के प्रति लापरवाह प्रशासन, 55 साल के कर्मचारी ने बाइक से पहुंचाए सैंपल

विदिशा जिले में प्रशासन कोरोना के प्रति लापरवाही बरत रहा है. जिसके चलते कोरोना संक्रमितों के सैंपल जांच के लिए बाइक से भेजे जा रहा हैं. वो भी उस कर्मचारी के हाथ जिसकी उम्र 55 साल है.

Corona samples sent by bike in vidisha
बाइक से भेजे गए कोरोना के सेंपल
author img

By

Published : May 24, 2020, 10:09 PM IST

विदिशा। जिले में कोरोना का प्रकोप लगातार जारी है. लेकिन प्रशासन इसके प्रति ज्यादा गंभीर नहीं दिख रहा है. यही कारण है कि कोरोना संक्रमितों के सैंपल जांच के लिए बाइक से भेजे गए. वो भी उस कर्मचारी के हाथ जिसकी उम्र 55 साल है.

Corona samples sent by bike in vidisha
बाइक से भेजे गए कोरोना के सेंपल

दरअसल, राजीव गांधी अस्पताल प्रबंधन ने पांच लोगों के सैंपल जांच के लिए विदिशा भेजे थे. जिसमें से तीन अनूपपुर गांव के जबकि दो दूसरे गांव के थे. जिन्हें सिरोंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती किया है. सैंपल लेने के दौरान पूरी प्रक्रिया का पालन किया गया. लेकिन सैंपल लेने के बाद उसे पैक करके बाइक से जांच के लिए भेजा गया. जिसे लेकर 55 वर्षीय कर्मचारी सुंदर लाल अहिरवार विदिशा रवाना हुए. इस दौरान उनके साथ उनका बेटा भी था.

वहीं बीएमओ डॉ प्रमोद दीवान का कहना है कि सैंपल लेने और उनकी सही पैकिंग करने के बाद उसे वहां से भेजा जा रहा है, ये मायने नहीं रखता. सवाल ये है कि इंदौर, भोपाल जैसे बड़े शहरों में सैंपल के लिए हवाई सेवा का उपयोग किया जा रहा है, दूसरी ओर सिरोंज जैसी छोटी जगह पर अस्पताल प्रबंधक चार पहिया वाहनों की व्यवस्था भी नहीं कर पा रहे हैं.

विदिशा। जिले में कोरोना का प्रकोप लगातार जारी है. लेकिन प्रशासन इसके प्रति ज्यादा गंभीर नहीं दिख रहा है. यही कारण है कि कोरोना संक्रमितों के सैंपल जांच के लिए बाइक से भेजे गए. वो भी उस कर्मचारी के हाथ जिसकी उम्र 55 साल है.

Corona samples sent by bike in vidisha
बाइक से भेजे गए कोरोना के सेंपल

दरअसल, राजीव गांधी अस्पताल प्रबंधन ने पांच लोगों के सैंपल जांच के लिए विदिशा भेजे थे. जिसमें से तीन अनूपपुर गांव के जबकि दो दूसरे गांव के थे. जिन्हें सिरोंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती किया है. सैंपल लेने के दौरान पूरी प्रक्रिया का पालन किया गया. लेकिन सैंपल लेने के बाद उसे पैक करके बाइक से जांच के लिए भेजा गया. जिसे लेकर 55 वर्षीय कर्मचारी सुंदर लाल अहिरवार विदिशा रवाना हुए. इस दौरान उनके साथ उनका बेटा भी था.

वहीं बीएमओ डॉ प्रमोद दीवान का कहना है कि सैंपल लेने और उनकी सही पैकिंग करने के बाद उसे वहां से भेजा जा रहा है, ये मायने नहीं रखता. सवाल ये है कि इंदौर, भोपाल जैसे बड़े शहरों में सैंपल के लिए हवाई सेवा का उपयोग किया जा रहा है, दूसरी ओर सिरोंज जैसी छोटी जगह पर अस्पताल प्रबंधक चार पहिया वाहनों की व्यवस्था भी नहीं कर पा रहे हैं.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.