विदिशा। 2019 अब जाने को है. ये साल हमें कई खट्टी मीठी यादें देकर गया, जो भुलाए नहीं भूलेंगे. प्रदेश में आम चुनाव की वजह से इस साल राजनीतिक रूप से काफी खास रहा. विदिशा भर में राजनीतिक विरोध, सरकारी, सामाजिक और सरोकारों की मांग आंदोलन ज्ञापन से गूंजती रही.
साल 2019 विदिशा के लिए धरना,आंदोलन और ज्ञापन भरा रहा. आए दिन कलेक्ट्रेट परिसर में ज्ञापनों का दौर चलता रहा. बंद कमरों से लेकर सड़कों तक विरोध के स्वर गूंजते रहे आमजन स्थानीय प्रशासन से नाखुश, तो सरकारी कर्मचारी प्रदेश सरकार को अपने वादे याद दिलाते नजर आए.
सन 2019 में अपने ही घर में बीजेपी पहली बार विपक्ष की भूमिका में सड़कों पर नजर आई. केंद्र से लेकर प्रदेश के मुखिया तक का सैकड़ों बार पुतला फूंका गया. कोई गौमाता के लिए तो कोई शहरों के पेड़ों के लिए लड़ाई लड़ता रहा, लेकिन इन सबके बीच प्रशासन हर साल की तरह इस साल भी लोगों को आश्वासन देकर संतुष्ट करता रहा.