उमरिया। मध्यप्रदेश में कोरोना मरीजों के इलाज के लिए नियुक्त किए गए कई अस्थाई स्वास्थ्य कर्मियों ने सेवा समाप्त कर दी गई है. जिससे परेशान कर्मचारी आज कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव के पास पहुंचे और एक्सटेंशन की मांग की. नोडल अधिकारी अनिल सिंह का कहना है कि कहा कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के द्वारा स्वास्थ्य कर्मियों की भर्ती की गई थी. लेकिन अब ज्यादा कर्मचारियों की जरूरत नहीं है, इसलिए कुछ स्वास्थ्य कर्मियों की सेवा समाप्त कर दी गई है.
स्वास्थ्य कर्मियों का कहना है कि कोरोना काल के 6 महीनों में हमने जान की परवाह न करते हुए जिले भर में सेवा कार्य किया है. इस दौरान कई कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव भी हुए. लेकिन हमारा काम करने का जज्बा खत्म नहीं हुआ. इसके बदले में हमें सेवा समाप्त का पत्र थमा दिया गया है. स्वास्थ्य कर्मियों ने प्रदेश सरकार से मांग की है कि स्वास्थ्य विभाग में कई ऐसे काम है जिनके लिए उन्हें नियुक्त किया जा सकता है.