उमरिया। बांधवगढ़ टाईगर रिजर्व के मगधी परिक्षेत्र के बहेरहा स्थित बाड़े में रखे नर बाघ को राजा मार्तण्ड सिंह जू मुकुन्दपुर भेजा गया है. नर बाघ को 4 साल पहले इसकी मां T-25 की मृत्यु हो जाने के बाद अरहरिया नामक स्थान से रेस्क्यू किया गया था. इस नर बाघ का लालन-पालन मनुष्यों द्वारा किए जाने के कारण यह मानव उपस्थिति का आदि हो गया है. वहीं जू प्रबंधन ने बाघ की मांग की थी, जिसके बाद इसे सुरक्षित राजा मार्तण्ड सिंह जू पहुंचाया गया है.
आपको बता दें, पिछले महीने वन्यजीव विशेषज्ञों के दल ने बाघ को स्वच्छंद विचरण हेतु वनों में छोड़े जाने के लिए अनुपयुक्त बताया था. विशेषज्ञों का कहना था कि बाग मनुष्य के बीच रहने का आदि हो चुका है. ऐसे में मुकुन्दपुर जू से मांग प्राप्त होने पर सक्षम अनुमति प्राप्त की गई. 26 मई को मुकुन्दपुर जू से संचालक संजय राजखेरे के नेतृत्व में एक टीम बांधवगढ़ पहुंची और 27 मई को शाम 4.30 बजे क्षेत्र संचालक बांधवगढ़ की उपस्थिति में इसे बाड़े में ट्रंकुलाइज किया गया. जिसके बाद शाम करीब 6.15 बजे बाग को मुकुन्दपुर के लिए रवाना किया. जिसके बाद रात तक इसे बाड़े में छोड़ा गया.
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इस दौरान बाघ को जू भेजने से पहले उसका सेंपल भी एकत्रित किया गया. कार्यवाही के दौरान सहायक संचालक स्वरूप दीक्षित, अभिशेष तिवारी, वन्यजीव सहायक विशेषज्ञ डॉ.नितिन गुप्ता, डॉ.तोमर एवं बांधवगढ़ टाईगर रिजर्व के परिक्षेत्राधिकारी और स्टाफ उपस्थित रहा.