उमरिया। ताला बांधवगढ़ में 29 दिसंबर से कबीर पंथियों का तीन दिवसीय मेले का आयोजन होगा. मेले के लिए कबीर पंथियों का ताला पहुंचना शुरू हो गया है. ट्रेनों की कमी के कारण और कोरोना के खतरे के कारण अभी बेहत धीमी गति से कबीर पंथी आ रहे हैं. आयोजित होने वाले कबीर मेले की तैयारी बैठक सुरक्षा संबंधी निर्णय लिए गए हैं. बांधवगढ़ स्थित किला में दर्शन के लिए पार्क के प्रवेश द्वार से सुबह 7 बजे से 11 बजे तक प्रवेश दिया जाएगा, किले में दर्शन के बाद किला का प्रवेश द्वार बंद कर दिया जाएगा और दर्शनार्थी तीन बजे वहां से प्रस्थान कर 5 बजे तक पार्क से बाहर आ जाएंगे.
इस बार कोरोना के कारण ज्यादा लोगों के पहुंचने की संभावना नहीं है. कोरोना को ध्यान में रखते हुए भी यहां तैयारियां की गई हैं. आम दिनों में यहां कबीर पंथियों का विशाल मेला लगता था. 29 दिसंबर को गुंरूदर्शन और 30 दिसम्बर को आश्रम में पूजा और सत्संग 31 दिसंबर को नीचे ही कबीर धर्मस्वालंबियों द्वारा पूजा पाठ की जाएगी. कबीर गुफा के लिए ऊपर दर्शन के लिए जाएंगे.
कलेक्टर ने नेशनल पार्क अधिकारियों को सौंपी जिम्मेदारी
बांधवगढ़ नेशनल पार्क में 29 दिसंबर को आयोजित होने वाले कबीर पंथी मेले के आयोजन संबंधी बैठक कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव की अध्यक्षता में ताला मे संपन्न हुई. कलेक्टर ने पार्क के भीतर यात्रियों की सुरक्षा से संबंधित समस्त जवाबदारियां नेशनल पार्क के अधिकारियों को सौंपी है. इसी तरह मेले के अवसर पर लगने वाली दुकानों, यात्रियों के टॉयलेट, वाहन पार्किंग, साफ सफाई की व्यवस्था के लिए नायब तहसीलदार बृंदेश पाण्डेय को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है. उनकी सहायता के लिए प्रभारी मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत मानपुर राजेंद्र शुक्ला और एक रेंज ऑफीसर को सहायक नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है. मेले में सुरक्षा के लिए कलेक्टर द्वारा मजिस्ट्रेट की नियुक्ति की गई है. सुरक्षा व्यवस्था का दायित्व पुलिस विभाग को सौंपा गया है.