उज्जैन। महाशिवरात्रि पर्व पर सीहोर में पंडित प्रदीप मिश्रा के कार्यक्रम के दौरान बड़ा हादसा हो गया था. इसी से सबक लेते हुए उज्जैन जिला प्रशासन ने प्रदीप मिश्रा की कथा के दौरान नए सिरे से रणनीति बनाई है. बाबा महाकाल मंदिर में ज्यादा श्रद्धालुओं की आने की संभावना को देखते हुए मंदिर समिति व जिला प्रशासन ने तैयारियां कर ली हैं. इसको लेकर आयोजित बैठक में कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने कई निर्देश दिए हैं. उज्जैन में महाशिवरात्रि के दौरान श्रद्धालुओं के लिए जैसी दर्शन व्यवस्था की गई थी, उसी तरह की जाएगी. वहीं पार्किंग के लिये पूर्वानुसार व्यवस्थाएं की जाएंगी.
सीसीटीवी से होगी निगरानी : महाकाल लोक से दर्शनार्थियों को बेरिकेडिंग में लेकर मानसरोवर तक लाया जाएगा. बेरिकेडिंग में आठ स्थानों पर पीने के पानी की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी. जूता स्टैंड, प्रकाश, पार्किंग, पेयजल की व्यवस्था एवं सीसीटीवी की व्यवस्था महाशिवरात्रि की तरह होगी. नृसिंह घाट पर भी सीसीटीवी लगाए जाएंगे. अनाउंसमेंट के लिये व्यवस्थित साउण्ड सिस्टम की व्यवस्था की गई है. सीसीटीवी द्वारा कंट्रोल रूम से श्रद्धालुओं के मूवमेंट की लगातार मॉनीटरिंग की जाएगी. दर्शन की लाइन निरंतर चलती रहे और कहीं रुकना नहीं चाहिये. दर्शनार्थियों की अधिक संख्या होने पर भूखी माता एवं शंकराचार्य चौराहे पर होल्डअप तैयार किया जाएंगे.
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स्वास्थ्य विभाग की 5 टीमें तैनात रहेंगी : उज्जैन महाकाल लोक एवं महाकालेश्वर मंदिर परिसर में स्वास्थ्य विभाग की पांच टीमें लगाने के निर्देश दिये हैं. पांच बेड का अस्थाई अस्पताल तैयार करने के निर्देश हैं. यहां पर आवश्यक दवाइयों के साथ प्रचुर मात्रा में ओआरएस रखने के लिये कहा गया है. पीडब्ल्यूडी द्वारा 2 अप्रैल तक बेरिकेडिंग का काम पूरा कर लिया जाए. नगर निगम को पेयजल, बिजली, साफ-सफाई तथा अस्थाई शौचालयों की व्यवस्था करने के निर्देश दिए गये हैं. नो व्हीकल जोन में सख्ती से नियम का पालन करवाया जाएगा.