उज्जैन। अयोध्या से मंगलवार को एक ट्रेन से एक कलश उज्जैन पहुंचा, जिसमें पीले चावल हैं. यहां पीले चावल उज्जैन नगर में वितरित किए जाएंगे. 22 जनवरी को रामलला को मंदिर में विराजित करने से पहले आने का निमंत्रण घर-घर दिया जाएगा. क्योंकि हिंदू मान्यता के अनुसार जब भी कोई शुभ कार्य होता है तो पीले चावल देकर ही निमंत्रण दिया जाता है. जैसे ही ट्रेन रेलवे स्टेशन पर पहुंची तो विश्व हिंदू परिषद कार्यकर्ताओं ने ढोल-धमाके के साथ भव्य स्वागत किया.
ऐतिहासिक होगा कार्यक्रम : कई सालों से रामलला के नाम पर भले ही राजनीति की जा रही हो लेकिन अब अयोध्या मंदिर में रामलला 22 जनवरी को विराजित होंगे. देशभर में रामलला के विराजित होने को लेकर करोड़ों हिंदुओं के बीच उत्सव का माहौल देखने को मिल रहा है. इस दिन को ऐतिहासिक बनाने के लिए हिंदू संगठनों के साथ ही उत्तरप्रदेश की सरकार जुटी हुई है. बीजेपी नेता अब हर सभा में राम मंदिर का जिक्र कर रहे हैं. एमपी चुनाव में भी राम मंदिर का मुद्दा बीजेपी नेता उठा रहे हैं.
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घर-घर वितरित होंगे पीले चावल : अलग-अलग प्रांतों से होते हुए महाकाल बाबा की नगरी मालवा प्रांत अंतर्गत उज्जैन में कलश पहुंचा. कलश लेकर उज्जैन मालवा प्रांत के मंत्री विनोद शर्मा पहुंचे. इस कलश में पीले चावल हैं, जिसे सबसे पहले बाबा के धाम में ले जाया जाएगा और उन्हें आमंत्रित किया जाएगा. 22 जनवरी को श्री राम मंदिर के गर्भगृह में भगवान विराजमान होने वाले हैं. इससे पहले विश्व हिंदू परिषद के सदस्य प्रत्येक घर में जाकर अयोध्या आने का निमंत्रण देंगे.