उज्जैन। विक्रम विश्वविद्यालय में आए दिन नए-नए विवाद सामने देखने को मिलते हैं. कभी भ्रष्टाचार के आरोप लगाते छात्र प्रदर्शन करते हैं तो कभी परीक्षा में अंक कम होने पर प्रदर्शन करते नजर आते हैं. वहीं, गुरुवार को भी अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद "ज्ञान शील एकता'' के बैनर तले बड़ी संख्या में कार्यकर्ता व पदाधिकारी 16 सूत्रीय मांगों को लिए विक्रम विश्वविधालय का घेराव किया. कई कार्यकर्ता विक्रम विश्वविद्यालय के मुख्य प्रवेश द्वार पर लगी बैरिकेडिंग पर चढ़कर नारेबाजी की. एबीवीपी के कार्यकर्ताओं का करीब ढाई घंटे तक प्रदर्शन चला. वहीं, विश्वविद्यालय प्रबंधन ने एबीवीपी की 16 सूत्रीय मांगों को जल्द पूरी करने का आश्वासन दिया है.
विश्वविद्यालय प्रबंधन ने मांग जल्द करने का दिया आश्वासनः इस प्रदर्शन को लेकर उज्जैन संभाग की मालवा प्रांत मंत्री राधिका सिकरवार ने कहा कि उज्जैन के विक्रम विश्वविद्यालय में गुरुवार को हम 16 सूत्रीय मांगों को लेकर विश्वविद्यालय प्रबंधन की ओर से मांग जल्द पूरी करने का आश्वासन मिला है. साथ ही विश्वविद्यालय परिसर में पानी और साफ सफाई की व्यवस्था को लेकर भी बात रखी गई है. प्रांत मंत्री राधिका सिकरवार ने कहा कि मांग पूरी नहीं होने पर दोबारा इसी तरह आंदोलन के जरिए प्रबंधन को याद दिलाया जाएगा.
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एबीवीपी की 16 सूत्रीय मांगें
- प्रवेश, परीक्षा व परिणाम में सुधार को लेकर.
- विद्यार्थियों के परिणामों में निरंतर आती एटीकेटी को लेकर.
- NEP के उचित क्रियान्वयन को लेकर.
- एकेडमिक कैलेंडर के उचित पालन को लेकर.
- रिक्त पदों पर शीघ्र भर्ती को लेकर.
- विश्वविद्यालय में अपर्याप्त संसाधन व कर्मचारियों की कमी को लेकर.
- विश्वविद्यालय में ठप पड़े शोध कार्य को लेकर.
- परीक्षा फॉर्म की लिंक समय पर खोलने को लेकर.
- पीएचडी घोटाले को लेकर.
- नोडल सेंटर के उचित क्रियान्वयन को लेकर.
- अत्यधिक ATKT फीस वसूलने को लेकर.
- प्रवेश पत्र में विषयों की गड़बड़ी को लेकर.
- स्पोर्ट्स के विद्यार्थियों को उचित संसाधन उपलब्ध कराने को लेकर.
- पूर्ण समय के कुलसचिव की नियुक्ति को लेकर.
- डिग्री सर्टिफिकेट का शुल्क समाप्त करने को लेकर.
- स्टूडेंट वेलफेयर फंड का उपयोग छात्रहितों में करने को लेकर.