उज्जैन। अवैध तरीके से रेत की कारोबार करने की सुचना पर खनिज विभाग की टीम ने कार्रवाई की है. उज्जैन कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम के आदेश पर यह कार्रवाई को शुक्रवार को खनिज विभाग की टीम ने अंजाम दिया. वहीं खनिज विभाग की टीम के पहुंचने पर आगर रोड स्थित रेत मंडी में हड़कंप मच गया. इस दौरान कई के पास परमिशन नहीं मिलने पर अधिकारियों ने 7 ट्रैक्टर जब्त कर आगे की कार्रवाई के लिए भेज दिया है. इसके पहले भी उज्जैन में 17 जनवरी को देवास रोड पर 3 डंपर को जब्त कर कार्रवाई की गई थी.
लगातार मिल रही हैं शिकायतें : एडीएम संतोष टैगोर ने बताया कि उज्जैन की शहरी सीमा में लम्बे समय से शिकायत मिल रही थी रेत की कालाबाजारी की जा रही है. शुक्रवार को खनिज विभाग की टीम ने कार्रवाई करते हुए सात ट्रैक्टर ट्राली को जब्त कर थाना भेरूगढ़ में खड़ा करवाया है और कार्रवाई की जा रही है. वहीं रेत की कालाबाजारी करने वाले लोगों की पहचान की जा रही है और यह कार्रवाई आगे भी निरंतर जारी रहेगी. इसके पहले भी प्रशासन ने कार्रवाई की थी. 17 जनवरी को देवास रोड पर जिला प्रशासन ने सुबह 4 बजे बड़ी कार्रवाई की थी. थाना नागझिरी व थाना नरवर क्षेत्र में एसडीएम, तहसीलदार, 20 पटवारी, 6 कोटवारों, 15 होम गार्ड जवानों की मौजूदगी में नसरुल्ला गंज से बालू रेत ले जा रहे 3 डंपर पकड़े गए थे. जिसमें एक डंपर चालक के पास रॉयल्टी भी नहीं मिली थी. कुल 1.75लाख का माल मौके से अधिकारियों ने जब्त कर कार्रवाई की थी.
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सबकी मिलीभगत है : बता दें कि जिले में रेत के अवैध कारोबार में कई लोग लिप्त हैं. ये आरोप भी लगता रहता है कि खनिज विभाग के लोगों की इनसे मिलीभगत है. कभी-कभार कोई कार्रवाई करके खनिज विभाग के अफसर अपनी पीठ थपथपाते हैं. ये बात किसी से छिपी नहीं है. रेत के अवैध कारोबार में पुलिस व प्रशासन की मिलीभगत हमेशा रही है. दिखाने के लिए कभी-कभी दो-चार ट्रैक्टर जब्त कर लिए जाते हैं. रेत के अवैध कारोबार में राजनैतिक दलों के लोगों के शामिल होने से इंकार नहीं किया जा सकता. खनिज विभाग को वैसे भी मालामाल विभाग कहा जाता है.