उज्जैन। पीएम मोदी के दौरे को लेकर उज्जैन में अभी से तैयारियां शुरू हो गई है, महाकाल कॉरिडोर की भव्यता देखते ही बन रही है. वहीं पीएम के दौरे से पहले एक बड़ा फेरबदल देखने मिला है, महाकाल मंदिर के प्रशासक गणेश धाकड़ को हटा दिया गया है. अब उनकी जगह संदीप सोनी मंदिर के नए प्रशासक होंगे. पीएम मोदी 11 अक्टूबर को उज्जैन दौरे पर आएंगे, जहां वे महाकाल कॉरिडोर का लोकार्पण करेंगे. Ujjain Mahakal temple Administrator removed, Administrator removed before PM Modi visit
पीएम बनने के बाद पहली बार करेंगे महाकाल के दर्शन: महाकाल मंदिर में 752 करोड़ रुपए से अधिक के चल रहे विस्तारीकरण के कार्यों के प्रथम चरण में 316 करोड़ रुपए का कार्य पूरा हो चुका है. प्रथम फेज के लोकार्पण के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 11 अक्टूबर को उज्जैन पहुंच रहे हैं. पीएम मोदी साल 2016 में उज्जैन आए थे, लेकिन महाकाल के दर्शन नहीं कर पाए थे. अब प्रधानमंत्री बनने के बाद मोदी पहली बार महाकाल मंदिर में दर्शन करेंगे. लोकार्पण कार्यक्रम से पहले पीएम मंदिर के गर्भगृह में पहुंचकर दर्शन करेंगे. साथ ही महाकाल पथ के नंदी द्वार पर दीप प्रज्वलित कर लोकार्पण करेंगे.
मंदिर आ चुकी 12 इलेक्ट्रिक गाड़ियां: उज्जैन के महाकाल मंदिर का क्षेत्रफल 2 हेक्टर से बढ़कर अब 47 हेक्टर हो चुका है. आगामी 11 अक्टूबर को पीएम मोदी प्रथम फेज के कार्यों की सौगात श्रद्धालुओं को देंगे. अभी पीएम का आधिकारिक प्लान आना बाकी है. कार्यक्रम जो तय किया गया है, उसमे उज्जैन पहुंचते ही सबसे पहले पीएम महाकाल मंदिर में दर्शन करने जायेंगे. दर्शन के बाद त्रिवेणी संग्रहालय पहुंचेंगे. यहां निर्मित नंदी द्वार पर दीप प्रज्वलन के बाद महाकाल मंदिर के शासकीय पुजारी द्वारा पूजन करवाने के बाद विधिवत महाकाल कॉरिडोर का लोकर्पण करेंगे. पीएम दीप प्रज्जवलन के बाद महाकाल कॉरिडोर को देखने जाएंगे. इसके लिए महाकाल कॉरिडोर पर आगामी समय में चलने वाली इलेक्ट्रिक गाड़ी पर सवार होकर पीएम महाकाल पथ का अवलोकन करेंगे. महाकाल पथ पर चलने के लिए 12 इलेक्ट्रिक गाड़ियां मंदिर में आ चुकी है.
इन 15 तस्वीरों में देखिए महाकाल मंदिर कॉरिडोर की भव्यता की झलक, PM मोदी करेंगे लोकार्पण
रूद्र सागर में लगेगा ऑक्सीजन प्लांट: उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया की सीएम शिवारज सिंह के विजन से सभी कार्य किये गए हैं. आगामी 30 सितम्बर तक प्रथम फेज के सभी कार्य पूरा करने का लक्ष्य रखा है. सभी कार्य पूरा होने के बाद महाकाल मंदिर का क्षेत्रफल 47 हेक्टर हो जाएगा. महाकाल कॉरिडोर के लिए सबसे मुश्किल काम था रूद्र सागर की सफाई. जिसे पूरा करने के लिए सागर में मिलने वाली सीवर की लाइन को खत्म किया गया है. बारह महीने पानी रहे इसके लिए शिप्रा नदी से लाइन जोड़ी गई है. आसपास स्ट्रक्चर के साथ साथ फव्वारों को भी लगाया जा रहा है ताकि पानी सर्क्युलेट होता रहे. आने वाले समय में रूद्र सागर में पानी को शुद्ध ऑक्सीजन रहित रखने के लिए इसमें ऑक्सीजन प्लांट भी लगाया जाएगा.(Ujjain Mahakal temple Administrator removed) (Administrator removed before PM Modi visit) (narendra Modi inaugurate Mahakal Corridor) (12 electric vehicles arrived in Mahakal temple)