उज्जैन। महाकाल मंदिर में नए साल के अवकाश के दिनों में सामान्य दर्शनार्थियों के साथ ही बाहर के श्रद्धालुओं की भीड़ भी बढ़ जाती है. मंदिर में अवकाश के कारण शनिवार, रविवार, सोमवार को भीड़ होने के कारण गर्भगृह में प्रवेश बंद रखा जाता है. लेकिन अब मंदिर के अधिकारियों का कहना है कि साल के अंतिम दिनों में भीड़ का दवाब बढ़ जाता है. वहीं अलग-अलग राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं की मंशा भस्मआरती के लिए होती है. हर साल की तरह इस बार भी प्रशासनिक अधिकारी ऑफलाइन, प्रोटोकाल व सामान्य दर्शनार्थियों के लिए 31 दिसंबर और एक जनवरी को भस्म आरती के लिए अनुमति जारी करेंगे.
12 दिन गर्भगृह में प्रवेश बंद : महाकाल प्रबंधक समिति की बैठक में निर्णय लिया गया कि 24 दिसंबर से 5 जनवरी तक तक गर्भगृह में प्रवेश बंद रहेगा. इस दौरान केवल मंदिर के पंडे-पुजारी ही गर्भगृह में प्रवेश कर सकेंगे. वहीं अन्य दर्शनार्थी बेरिकेड्स से दर्शन लाभ ले सकेंगे. मंदिर समिति ने अधिक भीड़ आने की स्थिति को देखते हुए गर्भगृह में प्रवेश बंद किया है. हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी ऑनलाइन होने वाली भस्म आरती की अनुमति 31 दिसंबर और 1 जनवरी के लिए ब्लॉक कर दी है.
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ऑनलाइन बुकिंग एक महीने पहले : ऑनलाइन भस्मार्ती अनुमति नए वर्ष में 2 से 6 जनवरी तक पहले ही पैक हो चुकी हैं. वहीं 7 से 13 जनवरी तक ऑनलाइन बुकिंग मंदिर प्रशासन ने ब्लॉक कर दी है. सात दिन कोई भी भक्त ऑनलाइन बुकिंग नहीं कर सकेंगे. हालांकि इसके पीछे किसी बड़े आयोजन होने का हवाला दिया जा रहा है. इसके अलावा 14 से 18 जनवरी तक ऑनलाइन अनुमति स्लॉट खाली नहीं है. गौरतलब है कि ऑनलाइन अनुमति की बुकिंग एक महीने पहले हो जाती है.