उज्जैन। जिले में ग्रीन बेल्ट की जमीन पर नगर निगम अध्यक्ष सोनू गहलोत द्वारा तालाब निर्माण कार्य कराया जा रहा है. जिसे लेकर नागझिरी स्थित उद्योगपुरी के व्यवसायियों ने विरोध करते हुए मोर्चा खोल दिया है. व्यापारियों का कहना है कि, अगर तालाब बनेगा, तो कई उद्योग पूरी तरह से ठप हो जाएंगे.
दरअसल, नागझिरी स्थित उद्योगपुरी की जिस जमीन पर तलाब निर्माण कराया जाना है. वो ग्रीन बेल्ट की है. उद्योगपुरी में बारिश के दौरान खाली पड़ी जमीन पर पानी भर आने से आसपास के उद्योगों में पानी रिसाव की समस्या आ जाती है. कई उद्योगों को बारिश के दौरान बंद करना पड़ता है. ऐसे में यहां तालाब निर्माण के चलते जो उद्योग बारिश में बंद होते हैं. वे पूरी तरह से ठप हो जाएंगे. क्योंकि यहां जो उद्योग है. उनमें कई उद्योग तो ऐसे हैं, जिनकी मशीनें नीचे तलघर तक लगी हुई हैं. ऐसे में व्यापारियों को पानी भर जाने का काफी डर है. उनका उद्योग पूरी तरह से ठप हो जाएगा.
वहीं नगर निगम अध्यक्ष अगर वाटर हार्वेस्टिंग चाहते हैं, तो उसका कोई दूसरा विकल्प तलाश कर लें और अगर उद्योगपुरी में सौंदर्यीकरण करना है, तो व्यापारियों के साथ बैठकर चर्चा करें. उसके बाद ही आगे कोई कदम उठाएं. लेकिन निगम अध्यक्ष निगम प्रशासन के साथ मिलकर तालाब निर्माण की योजना बना चुके हैं. व्यापारियों को दरकिनार कर दिया गया है. ऐसे में व्यापारी अब जिला कलेक्टर और संभाग आयुक्त की शरण में पहुंचे हैं. इतना ही नहीं व्यापारियों ने चेतावनी देते हुए कहा कि, जिस जमीन पर भी तालाब निर्माण करना चाहते हैं. वहा तालाब निर्माण नहीं होने देंगे. अगर तालाब का निर्माण हो जाता है, तो उनके सामने रोजी-रोटी की समस्या खड़ी हो जाएगी.
गौरतलब है कि, तालाब निर्माण के दौरान जो मिट्टी और मोरम निकलना है. वह लाखों करोड़ों रुपए में बेच दी जाएगी. संभवतः तालाब निर्माण अपने निजी हित के चलते किया जा रहा है. इस मामले में जिला कलेक्टर ने आश्वासन दिया है कि, ग्रीन बेल्ट की जमीन है. इसलिए वन विभाग और उद्योग विभाग के अधिकारियों को तलब कर उचित निर्णय लिया जाएगा .उसके बाद ही तालाब निर्माण होगा.