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कोरोना को रोकने के लिए कलेक्टर ने बनाई 'होम आइसोलेशन चेकिंग टीम'

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Published : May 5, 2021, 11:41 AM IST

जिले में कोरोना को रोकने के लिए एक और प्रयास किया गया है. कलेक्टर ने होम आइसोलेशन चेकिंग टीम का गठन किया है. इसका काम होम आइसोलेशन में रह रहे लोगों की नियमित निगरानी करना है. हर एक टीम में 5 पुलिसकर्मी हैं.

Home isolation checking team in Ujjain
उज्जैन में जांच करती होम आइसोलेशन चेकिंग टीम

उज्जैन। जिले में बढ़ते संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए अब नई-नई गाइडलाइन जारी की जा रही है. जिला कलेक्टर ने होम आइसोलेशन चेकिंग नाम से एक टीम को बनाई है. इसका काम होम आइसोलेशन में रह रहे लोगों के स्वास्थ्य का ख्याल करना है. हालांकि इस दौरान लोगों में लापरवाही पाए जाने पर उनके खिरलाफ इसके तहत कार्रवाई भी की जा रही है.

होम आइसोलेशन चेकिंग टीम करेगी निगरानी

जिले में अब होम आइसोलेशन चेकिंग टीम बनाई गई है. स्वास्थ्य विभाग की लिस्ट के अनुसार जो लोग होम आइसोलेशन में है और संक्रमित है, उनके घर जाकर टीम जांच करती है. ये उनकी स्वास्थ्य सम्बंधित परेशानी की जांच करती है. अगर इस दौरान कोई गायब मिलता है, तो टीम उसकी डिटेल संबंधित थाना और स्वास्थ्य आधिकरियों तक पहुंचाती है. उसके बाद उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाती है.

एक टीम में हैं 5 पुलिसकर्मी

उज्जैन जिले में बढ़ते संक्रमण की रोकथाम के लिए होम आइसोलेशन चेकिंग टीम बनाई गई है. हर टीम में 5 पुलिसकर्मी हैं और टीम औचक निरीक्षण करती है. टीम का जरूरी काम लोगों की लापरवाही को सही करना है. ऐसा होता है कि कई लोग होम आइसोलेशन के नियमों का पालन नहीं करते हैं. टीम ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करती है. टीम लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ धारा 269, 270 और 188 के तहत केस दर्ज कर लेती है.

9 भाषाओं में 60 डॉक्टर्स की टीम फोन पर मरीजों को दे रही है निशुल्क परामर्श

जिले में अब कुल 198 मकानों में हुई जांच

जिले में अब तक कुल193 मकानों में टीम ने जांच की है. इस दौरान 3 संक्रमित गायब मिले, जिनके खिलाफ कार्रवाई की गई है. टीम स्वास्थ्य से संबंधित बातें भी करती है. जिला कलेक्टर व एसपी के मार्गदर्शन में कार्य कर रही इस टीम का एक ही मकसद है- "हर तरह से संक्रमण की चेन को तोड़ा जाए". टीम को बने आज दो दिन हो चुके हैं.

पहले से बेहतर होने लगी हैं स्थितियां

उज्जैन में संक्रमण की रफ़्तार लगातर बढ़ती जा रही है. हालांकि लॉकडाउन लगने के बाद से रफ्तार में कमी भी आई है, जहां हर रोज 350 करीब मरीज संक्रमित हो रहे थे, वहीं अब 200 के आस पास ये आंकड़ा थम गया है. ठीक होने वाले मरीजों की संख्या अब डबल है. हर रोज 400 के करीब लोग ठीक होकर घर पहुंच रहे हैं. जिले में एक्टिव केस मात्र 2 हजार 8 सौ 54 बचे हैं. जिले में अधिकतर लोग होम आइसोलेशन हैं, जिन्हें डॉ. की टीम घर पर ही इलाज कर रही है.

उज्जैन। जिले में बढ़ते संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए अब नई-नई गाइडलाइन जारी की जा रही है. जिला कलेक्टर ने होम आइसोलेशन चेकिंग नाम से एक टीम को बनाई है. इसका काम होम आइसोलेशन में रह रहे लोगों के स्वास्थ्य का ख्याल करना है. हालांकि इस दौरान लोगों में लापरवाही पाए जाने पर उनके खिरलाफ इसके तहत कार्रवाई भी की जा रही है.

होम आइसोलेशन चेकिंग टीम करेगी निगरानी

जिले में अब होम आइसोलेशन चेकिंग टीम बनाई गई है. स्वास्थ्य विभाग की लिस्ट के अनुसार जो लोग होम आइसोलेशन में है और संक्रमित है, उनके घर जाकर टीम जांच करती है. ये उनकी स्वास्थ्य सम्बंधित परेशानी की जांच करती है. अगर इस दौरान कोई गायब मिलता है, तो टीम उसकी डिटेल संबंधित थाना और स्वास्थ्य आधिकरियों तक पहुंचाती है. उसके बाद उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाती है.

एक टीम में हैं 5 पुलिसकर्मी

उज्जैन जिले में बढ़ते संक्रमण की रोकथाम के लिए होम आइसोलेशन चेकिंग टीम बनाई गई है. हर टीम में 5 पुलिसकर्मी हैं और टीम औचक निरीक्षण करती है. टीम का जरूरी काम लोगों की लापरवाही को सही करना है. ऐसा होता है कि कई लोग होम आइसोलेशन के नियमों का पालन नहीं करते हैं. टीम ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करती है. टीम लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ धारा 269, 270 और 188 के तहत केस दर्ज कर लेती है.

9 भाषाओं में 60 डॉक्टर्स की टीम फोन पर मरीजों को दे रही है निशुल्क परामर्श

जिले में अब कुल 198 मकानों में हुई जांच

जिले में अब तक कुल193 मकानों में टीम ने जांच की है. इस दौरान 3 संक्रमित गायब मिले, जिनके खिलाफ कार्रवाई की गई है. टीम स्वास्थ्य से संबंधित बातें भी करती है. जिला कलेक्टर व एसपी के मार्गदर्शन में कार्य कर रही इस टीम का एक ही मकसद है- "हर तरह से संक्रमण की चेन को तोड़ा जाए". टीम को बने आज दो दिन हो चुके हैं.

पहले से बेहतर होने लगी हैं स्थितियां

उज्जैन में संक्रमण की रफ़्तार लगातर बढ़ती जा रही है. हालांकि लॉकडाउन लगने के बाद से रफ्तार में कमी भी आई है, जहां हर रोज 350 करीब मरीज संक्रमित हो रहे थे, वहीं अब 200 के आस पास ये आंकड़ा थम गया है. ठीक होने वाले मरीजों की संख्या अब डबल है. हर रोज 400 के करीब लोग ठीक होकर घर पहुंच रहे हैं. जिले में एक्टिव केस मात्र 2 हजार 8 सौ 54 बचे हैं. जिले में अधिकतर लोग होम आइसोलेशन हैं, जिन्हें डॉ. की टीम घर पर ही इलाज कर रही है.

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