उज्जैन। विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग बाबा महाकाल मंदिर के विस्तारीकरण को लेकर आसपास बने अवैध मकान, दुकान और होटल को तोड़ने की कार्रवाई तेज हो गई है. सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार सबसे पहले बेगम बाग क्षेत्र के 250 अवैध मकानों को चिन्हित किया गया है. महाकाल मंदिर प्रबंधन प्रत्येक परिवार को 3 लाख अनुग्रह राशि दे रही है. 100 से अधिक परिवार ने राशि स्वीकार ली है. लेकिन कुछ लोग ऐसे भी है जो राशि स्वीकारने को तैयार नहीं है. शनिवार को भी टीम जब कार्रवाई करने लगी, तो एक महिला और अन्य लोगो ने विरोध किया. पुलिस ने बल प्रयोग कर कार्रवाई को अंजाम दिया.
- सुप्रीम कोर्ट के स्पष्ठ आदेश, जल्द खाली करवाया जाए क्षेत्र
दरअसल जिला प्रशासन ने विगत दिनों एक आदेश जारी किया था. जिसमें स्पष्ठ उल्लेख था कि बेगम बाग क्षेत्र के रहवासी जिसके अवैध मकान चिन्हित किए गए है, वे 3 लाख अनुग्रह राशि के लिए अपनी बैंक डिटेल 3 से 7 दिन में उपलब्ध कराए. ऐसा नही करने पर 7 दिन में बलपूर्वक कार्रवाई की जाएगी. 7 दिन के निर्धारित समय 100 से अधिक के ही बैंक डिटेल आए थे. लेकिन कुछ लोग इस आदेश का विरोध करने लगे जिसके बाद प्रशासन ने बल प्रयोग कर कार्रवाई को अंजाम दिया.
- 10 गुना बड़ा होगा बाबा महाकाल का दरबार
महाकाल मंदिर को 10 गुना बड़ा किए जाने की योजना है. इस योजना के तहत मंदिर के आसपास एक तय सीमा में आने वाली होटल, मकान और दुकान को ध्वस्त किया जाना है. जिस भी किसी की संपत्ती को मंदिर के विस्तारीकरण में नुकसान होगा उसे सरकार तय राशि देगी. समॉर्ट सिटी के तहत चल रहे विकास कार्य की ये योजना 850 करोड़ की है. जिसे प्रशासन पूरी करने में जुट गया है.
- 250 में से 100 लोगों ने मानी बात
मंदिर के विस्तारीकरण के लिए 250 से अधिक मकान, दुकान और होटल को तोड़ने के लिए चिन्हित किया गया. इन संपत्तियों के संबंध में प्रशासन ने सुचना जारी करते हुए 7 दिन में 3 लाख अनुग्रह राशि लेकर बैंक डिटेल जमा करने के लिए कहा था. लेकिन 250 लोगों में से केवल 100 लोगों ने प्रशासन तक बैंक डिटेल जमा करवाई. बाकी 150 लोग इस कार्रवाई का विरोध कर रहे है.
बड़ा होगा 'महाकाल' का दरबार, 20 मकानों पर चला बुलडोजर, 250 मकानों को तोड़ने की तैयारी
- महिला ने किया विरोध, समझाइश के बाद शांत हुआ मामला
एडीएम नरेंद्र सूर्यवंशी ने मीडिया से चर्चा के दौरान बताया कि अब तक 100 से अधिक मकानों पर कार्रवाई की जा चुकी है. आगे भी यह कार्रवाई जारी रहेगी. सबको राशि के लिए कहा गया था, जिसने स्वीकार कि उसके मकानों को तोड़ा जा रहा है. जिसने राशि नहीं स्वीकार की उसके भी मकान को तोड़ा जाना निश्चित है. चाहे बलपूर्वक संपत्ती को तोड़ना पड़े. शनिवार को एक महिला ने विरोध किया, लेकिन समझाइश के बाद मामला शांत हो गया.