उज्जैन। परमार खेड़ी गांव के ग्रामीणों को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध करवाने के लिए केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं पर्यावरण मंत्री थावर चंद गहलोत ने RO प्लांट का शुभारंभ किया.
बता दें कि पिछले 2 सालों से परमार खेड़ी और उसके आसपास के गांवों में 14 टैंकर के जरिए पेयजल की आपूर्ति की जा रही थी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा घोषित "जल जीवन मिशन " 2024 तक सभी घरों में नल का पानी उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखा है.
इसी कड़ी में मध्य प्रदेश के औद्योगिक नगर नागदा में गांव परमार खेड़ी में ग्रामीणों को स्वच्छ और सुरक्षित पेयजल उपलब्ध करवाने के लिए ग्रेसिम इंडस्ट्रीज ने एक अत्याधुनिक रिवर्स ऑस्मोसिस (RO) प्लांट स्थापित किया है. इसकी लागत 20 लाख रुपए है. इस प्लांट की क्षमता 1 घंटे में 15 सौ लीटर पेयजल को प्रोसेस करने की है.