उज्जैन। महाकाल मंदिर समिति (Mahakal Temple Committee) ने बाबा महाकाल की भस्म आरती (Bhasma Aarti of Baba Mahakal) में प्रवेश की नई व्यवस्था बनाई है. इस व्यवस्था के अनुसार अब कोई भी भक्त मंदिर में 100 रुपए की दान राशि देकर भस्म आरती में प्रवेश पा सकेगा. दरअसल भस्म आरती में प्रवेश के नाम पर अधिक राशि वसूली और ऑनलाइन राशि कट जाने के बाद भी अनुमति नहीं मिलने की शिकायतें लगातार आ रही थी. इसे देखते हुए मंदिर महाकाल मंदिर समिति ने नई व्यवस्था लागू करने का निर्णय लिया.
मंदिर समिति ने बताया कि ऑनलाइन अनुमति के लिए जितना पैसे लगते थे उतना शुल्क भक्त महाकाल मंदिर में आकर भुगतान कर सकेंगे. भक्त को भस्म आरती में प्रवेश मिल जाएगा. इससे ऑनलाइन राशि कटने के बाद भी परमिशन नहीं मिलने की समस्या से निजात मिल सकेगा.
श्रद्धालुओं को हो रही थी परेशानी
दरअसल कई भक्तों ने महाकाल मंदिर की वेब साईट पर ऑनलाइन परमिशन के लिए आवेदन किया. पूरा फॉर्म फील करने के बाद 100 रुपए की दान राशि बैंक के खाते से कट गई, लेकिन परमिशन की रसीद नहीं मिली. बीते 19 दिनों में करीब 50 श्रद्धालुओं के साथ ऐसा हुआ. जिसकी शिकायत उज्जैन कलेक्टर के पास भी पहुंची थी. जिस पर महाकाल मंदिर समिति ने अब नया निर्णय लेते हुए बूकिंग की व्यवस्था में बदलाव कर दिया है.
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ऑनलाइन मिलेगी परमिशन, नहीं कटेगी राशि
उज्जैन महाकाल मंदिर के प्रशासक गणेश धाकड़ ने बताया कि महाकाल मंदिर में लगातार शिकायत मिलने के बाद अब वेबसाईट से ऑनलाइन राशि काटने का ऑप्शन हटा दिया गया है. जो श्रद्धालु ऑनलाइन घर बैठे भस्म आरती की परमिशन बनवाना चाहते है, उनको फॉर्म ऑनलाइन ही जमा करना है. लेकिन भस्म आरती का शुल्क 100 रुपए महाकाल मंदिर में भस्म आरती वाले दिन जमा करना होगा. श्रद्धालु चाहे तो भस्म आरती के समय भी राशि जमा कराकर शामिल हो सकता है.
मंगलवार को भक्तों के साथ हुई थी धोखाधड़ी
बाबा महाकाल की भस्म आरती में श्रद्धालुओं के साथ धोखाधड़ी का मामला सामने आया था. इस मामले में पुलिस ने मंदिर के 6 कर्मचारियों के खिलाफ केस दर्ज किया है. आरती में प्रवेश के लिए भक्तों को 200 रुपए का प्रवेश शुल्क देना होता है. लेकिन कुछ लोगों ने मिलकर भक्तों से 1000 रुपए वसुल किए थे.