उज्जैन। तराना में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने बड़ी कार्रवाई करते हुए करोड़ों रुपए का मादक पदार्थ बरामद किया है, इंदौर नारकोटिक्स विभाग (Narcotics Control Bureau) और तराना पुलिस (Ujjain Police) की संयुक्त कार्रवाई में बड़ी सफलता हाथ लगी है, जिसमे करीब 14 क्विंटल मादक पदार्थ जब्त किया गया है, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार (International Market) में मूल्य करीब एक करोड़ पैसठ लाख रुपए बताया गया है. आंध्र प्रदेश से ट्रक में छिपाकर इस बड़ी खेप को उज्जैन लाया गया था. गांजे के साथ साथ पुलिस ने उज्जैन निवासी दो आरोपियों को भी गिरफ्तार किया है.
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एनसीबी (NCB) इंदौर को सूचना मिली थी की मध्यप्रदेश के तराना में मादक पदार्थों की बड़ी खेप पहुंचने वाली है, नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (Narcotics Control Bureau) को एक ट्रक की जानकारी हाथ लगी, जोकि आंध्र प्रदेश से चलकर छतीसगढ़ के रास्ते उज्जैन के तराना पहुंचने वाला था, इससे पहले ही नारकोटिक्स और तराना पुलिस ने रास्ते में ट्रक को रोककर तलाशी ली तो ट्रक के अंदर छोटे-छोटे पैकेट में ब्राउन टेप से पैक कर रखे हुए बंडल मिले, जिसमें मादक पदार्थ गांजा था. पुलिस ने उज्जैन निवासी आरोपी शेरू खां और मेहबूब अली गिरफ्तार कर माल सहित ट्रक को भी कब्जे में ले लिया. गांजा तस्करी के बड़े नेटवर्क को पकड़ने में पुलिस और एनसीबी को सफलता हाथ लगी है.
नारकोटिक्स सेन्ट्रल ब्यूरो के जोनल हेड अमित घावटे ने बताया कि आंध्र प्रदेश से छत्तीसगढ़ के रास्ते गांजे की बड़ी खेप मध्यप्रदेश आई थी, जिसकी सूचना पर कार्रवाई की गयी है, जिसमें 1376 किलो मादक पदार्थ बरामद किया गया है, जिसकी कीमत करीब 1.65 करोड़ रुपए आंकी गई है, जब्त किए गए प्रतिबंधित गांजे को भूरे रंग के टेप से लपेटा गया था और धान की भूसी वाले बैग के नीचे ट्रक में छिपाया गया था. भारत में अवैध गांजे की खेती काफी हद तक नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में होती है, आंध्र-ओडिशा के सीमाई क्षेत्रों के जरिए एमपी, दिल्ली, मुंबई, राजस्थान, पश्चिम बंगाल सहित पूरे देश में सप्लाई किया जाता है. कठिन और दुर्गम क्षेत्रों में गांजे की खेती रोकना कठिन है. इस वर्ष एनसीबी इंदौर की अवैध गांजा पकड़ने की ये आठवीं बड़ी कार्रवाई की है.