उज्जैन। संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर ने बताया कि कालिदास समारोह गरिमामय एवं भव्यता के साथ मनाया जायेगा. समारोह की भव्यता लाने के लिये शासन प्रशासन पूरी क्षमता के साथ काम करेगा. उन्होंने कहा कि नगर निगम के वार्ड में समितियों का गठन कर समारोह में नगरवासियों को भी जोड़ा जायेगा. कालिदास संस्कृत अकादमी परिसर के सौन्दर्यीकरण और भवन आदि की भव्यता के लिये भी प्रयास किया जायेगा.
कालिदास ने प्राकृतिक सौन्दर्य को सजीव किया : कवि कालिदास ने प्राकृतिक सौन्दर्य को सजीव किया है. उन्होंने सांस्कृतिक मूल्यों को संजोया है. इसलिये महान कवि कालिदास के समारोह का गौरव बढ़ाने के लिये हरसंभव प्रयास किया जाता रहा है. आगे भी किया जायेगा. इस बार समारोह के प्रारम्भ में निकलने वाली कलश यात्रा को और अधिक विराट रूप देने का प्रयास किया जाएगा. कलश यात्रा में अधिक से अधिक जनमानस को जोड़ने का प्रयास होगा.
ये हैं सात दिन के आयोजन : अखिल भारतीय कालिदास समारोह के एक दिन पूर्व इस बार 3 नवम्बर को कलश यात्रा निकाली जाती है. इसके बाद 4 नवंबर को समारोह के पहले दिन संस्कृत नाटक होगा. दूसरे दिन 5 नवम्बर को शास्त्रधर्मी शैली पर आधारित एवं पारम्परिक शैली से नृत्य नाटिकाएं, तीसरे दिन 6 नवम्बर को हिन्दी नाटक, चौथे दिन 7 नवम्बर को लोकशैली/पारम्परिक शैली के कार्यक्रम. पांचवें दिन 8 नवम्बर को शास्त्रधर्मी शैली के नृत्य, छठे दिन 9 नवम्बर को शास्त्रीय शैली में गायन के कार्यक्रम और सातवें दिन समारोह का समापन शास्त्रीय शैली में वादन के कार्यक्रम के साथ होगा.
अखिल भारतीय कालिदास समारोह में विदेशी कलाकारों ने दी मनमोहक प्रस्तुति
हस्तशिल्प मेला भी आकर्षण का केंद्र : साथ ही एक माह के लिए राजस्थान गुजरात महाराष्ट्र मध्य प्रदेश सहित तमाम छोटे-बड़े राज्यों के व्यापारी इस दौरान लगने वाले हस्तशिल्प मेले में मिट्टी, चीनी से बनाए आकर्षक व अलग-अलग प्रकार के सामान बेचते हैं. मेले में देशभर के कलाकार समारोह में व मेले में हास्य नाट्य गायन वादन की प्रस्तुति देते हैं. साथ ही मेले में फूड जोन गेम जोन बच्चों के लिए खास तौर पर तैयार किए जाते हैं. Decision invite President Murmu, Inaugurate Kalidasa Ceremony, Kalidasa Ceremony November 3,
Culture Minister Usha Thakur told