उज्जैन। महाशिवरात्रि के त्योहार के बाद शिव- पार्वती की बारात और प्रीतिभोज की परंपरा शहर में निर्वहन की जाती है. हर वर्ष की तरह इस बार भी महाकाल की बारात निकाली गई और प्रीतिभोज का आयोजन किया गया, जिसमें 50 हजार से अधिक भक्त 56 प्रकार के पकवानों का प्रसाद ग्रहण करने पहुंचे.
बाबा महाकाल के भक्तों द्वारा प्रतिवर्ष की तरह महाशिवरात्रि पर विवाह के पश्चात प्रीतिभोज का आयोजन होता है. पिछले 19 सालों से महाकालेश्वर मंदिर इस परंपरा का निर्वहन होता आ रहा है. इस आयोजन में पूरे शहर को न्योता देने के लिए पत्रिका छपवाई जाती है. भक्त मंडल द्वारा प्रीतिभोज आयोजित किया जाता है. पहले एक बारात निकाली गई, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु नाचते-गाते दिखे, इसके बाद कार्यक्रम शुरू हुआ, जिसमें 56 प्रकार के पकवान ग्रहण करने के लिए हजारों की संख्या में भक्त पहुंचे.